लाहौर और कराची Oxygen के लिए तड़प रहे हैं, इमरान और शोएब भारत की बात कर अपना PR करने में लगे हैं

भारत

हिन्दी में एक बड़ी मशहूर कहावत है- नेकी और पूछ-पूछ! हमारे पड़ोसी मुल्क पर यह कहावत एकदम फिट बैठती है!  भारत में चीनी वायरस की दूसरी लहर के बीच पाक ने भारत की मदद करने का प्रस्ताव रख तो दिया, लेकिन पाकिस्तान जमीनी स्तर पर अभी तक कोई सहायता पहुंचा पाने में अक्षम ही रहा है। दूसरी ओर अब यह खबरें आ रही हैं कि पाक के मुख्य शहरों जैसे कराची और लाहौर में Oxygen और beds की भयंकर कमी पैदा होने की स्थिति बन गयी है। पाकिस्तानी सरकार जहां एक ओर भारत की सहायता का प्रस्ताव रख दुनियाभर की Headlines में जगह बनाना चाहती है, तो वहीं पाक की जनता को अस्पतालों में Bed तक नसीब नहीं हो रहे हैं।

पाकिस्तानी अखबार Dawn न्यूज़ के मुताबिक पिछले दिनों में कोरोना के मामले बढ़ने के कारण कराची के कुछ अस्पतालों में Oxygen सप्लाई पर बड़ा भारी संकट आन खड़ा हुआ है। इसके जवाब में पाकिस्तानी सरकार के अधिकारियों ने पाकिस्तानी जनता पर ही दोष मढ़ा है। अधिकारियों के मुताबिक लोगों की लापरवाही के कारण अस्पतालों में Oxygen की कमी हो रही है। इतना ही नहीं, राष्ट्रपति आरिफ़ अलवी ने भी कहा है कि सरकार को लोगों के समर्थन की सख्त ज़रूरत है। पाकिस्तान के एक केंद्रीय मंत्री के मुताबिक पाकिस्तान में कोरोना के गंभीर मरीजों की संख्या जून 2020 के मुक़ाबले 30 प्रतिशत ज़्यादा है, जिसने अस्पतालों पर अत्यधिक बोझ डाल दिया है।

हालांकि, खबर सिर्फ इतनी ही नहीं है। Dawn की एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक पंजाब प्रांत के लाहौर शहर में निजी और प्राइवेट अस्पतालों में Bed की उपलब्धता तेजी से कम होती जा रही है। रिपोर्ट में बताया गया है कि पिछले कुछ दिनों में लाहौर में Bed की कमी के कारण कोरोना से पीड़ित लोगों की मौत का आंकड़ा तेजी से बढ़ा है। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक लाहौर में करीब 90 प्रतिशत Intensive Care Units पहले ही इस्तेमाल में लाये जा रहे हैं। हालांकि, मरीजों को अभी से पहले admit करने से मना कर दिया गया है।

स्पष्ट है कि हमारा पड़ोसी मुल्क कोरोना की तीसरी लहर से गुजर रहा है और वहाँ भी हालात ठीक नहीं है। ऐसे वक्त में इमरान सरकार को जहां अपने नागरिकों का चिंतन कर उनके लिए Oxygen और अन्य medical supplies का बंदोबस्त करना चाहिए, तो वहीं पाक सरकार भारत की सहायता का प्रस्ताव देकर दुनिया के सामने अपनी छवि को सुधारना चाहती है। 24 अप्रैल को पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने बाकायदा एक press release जारी कर यह कहा था कि वह कोरोना से लड़ते भारत की सहायता के लिए Ventilators, X-ray मशीनें और PPE किट्स भेजने के लिए तैयार है। हालांकि, इस बीच पाकिस्तानी नागरिक अपनी सरकार से एक ही प्रश्न पूछ रहे हैं कि उनका क्या होगा!

यहाँ पर सवाल शोएब अख्तर जैसे पाकिस्तानी मौकापरस्त खिलाड़ियों पर भी खड़े होते हैं। भारतीय Audience के बलबूते अपने YouTube व्यापार को आगे बढ़ते शोएब अख्तर ने हाल ही में एक Video संदेश जारी कर कहा था “भारत के लिए मुश्किल हालात हैं। लाखों लाख लोग कोरोना वायरस की चपेट में आ रहे हैं। मैं अपने देशवासियों और पाकिस्तानी सरकार से अपील करता हूं कि हमारे भाई-बहन मुश्किल में हैं, अधिक से अधिक उनकी मदद करें।” हालांकि, अख्तर को अपने देश के बदतर हालात नहीं दिखाई देते हैं। यह दर्शाता है कि पाकिस्तानी सरकार हो या चाहे पाकिस्तानी Celebrities, वे सभी भारत में आई इस विपत्ति का फायदा उठाकर अपनी पब्लिसिटी करना चाहते हैं। उन्हें भारत की सहायता करने से कोई लेना-देना नहीं है, उनका एकमात्र मकसद अपनी छवि को मजबूत करना है ताकि उन्हें भविष्य में इसका कोई फायदा मिल सके!

Exit mobile version