हम सभी ने देखा है कि तथाकथित किसानों ने दिल्ली और पूरे देश में आंदोलन की आड़ में अराजकता मचा रखी है, जिसका नेतृत्व भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत कर रहे हैं। अनेकों तरह की अराजकता फैलाने के बाद अब ये लोग कोरोना की दूसरी लहर के दौरान Oxygen की सप्लाई में एक बड़ी बाधा बन रहे हैं। दिल्ली में इस आंदोलन के कारण ही मरीजों को सही समय पर आक्सीजन नहीं मिल रहा है, जो कि यह दिखाता है कि किस तरह अपने राजनीतिक हितों के लिए राकेश टिकैत जैसे नेता मानवता को बलि चढ़ा रहे हैं।
देश में आई कोरोनावायरस की दूसरी लहर में सबसे ज्यादा परेशानी ऑक्सीजन को लेकर हो रही है। अनेकों लोगों की जान केवल इसलिए गई है क्योंकि उन्हें सही समय पर Oxygen नहीं मिल पाया। इस मामले में दिल्ली सरकार पूर्ण रूप से केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहरा रही है कि केंद्र अन्य राज्यों को दिल्ली के हिस्से की ऑक्सीजन भी दे चुका है। एक तरफ दिल्ली सरकार इस मुद्दे पर राजनीति कर रही है, तो दूसरी ओर दिल्ली सरकार समर्थित किसान आंदोलन ही असल में ऑक्सीजन सप्लाई के बीच सबसे बड़ी बाधा बन गए है।
अन्य राज्यों और दिल्ली के बाहर के प्लांटों से Oxygen की सप्लाई दिल्ली में की जाती है। ऐसे में सारी पूर्ति ऑक्सीजन टैंकरों के माध्यमों से ही होती है। इन टैंकरों को दिल्ली की सीमाओं पर किसान आंदोलन के कारण सबसे ज्यादा दिक्कतें होती हैं क्योंकि इन लोगों ने दिल्ली की लगभग सभी सीमाएं जाम कर रखी हैं। ऐसे में मुश्किल समय में भी ये लोग अपनी अराजकतावादी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं।
Govt Sources say vehicles of an Oxygen firm have to travel far more distance from Modinagar to Delhi due to blockade at NH24 & similarly delays happening in lifting O2 from Panipat to Delhi due to Singhu border blockade by farmers. The firm has demanded a green corridor to Delhi
— Aman Sharma (@AmanKayamHai_) April 20, 2021
खबरों के मुताबिक दिल्ली में सप्लाई करने वाले Oxygen टैंकरों और उनके चालकों को परेशान किया जा रहा है। उन्हें तथाकथित किसान आंदोलन के लोगों द्वारा रोका जा रहा है। इसके चलते दिल्ली में आक्सीजन की सप्लाई होने में प्रतिदिन 3-4 घंटे की देरी होती है। जब लोगों के लिए जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ने में एक-एक मिनट की महत्वता है, तो ऐसे में 3-4 घंटे का बेवजह इंतजार करवाना अमानवीय कृत्य है।
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इस मामले में अब Oxygen सप्लाई कराने वाली कंपनियों ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर शिकायत दर्ज करवाई है। ऐसे में सवाल ये उठता है कि जिन राकेश टिकैत के समर्थन में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दिल्ली के अलग-अलग बार्डरों पर जा चुके हैं, वो क्या इस मुद्दे पर किसानों से रास्ते खाली करने की अपील नहीं कर सकते? इसके इतर वो सप्लाई को लेकर केंद्र पर ही आरोप मढ़ रहे हैं।
केजरीवाल और राकेश टिकैत के नेतृत्व वाले तथाकथित किसान आंदोलन के लोगों का ये रवैया दिखाता है कि इन सभी का मुख्य मकसद राजनीति के अलावा कुछ भी नहीं है और ये बेहद शर्मनाक बात है।