विपत्तियों के समय देश में अगर कोई संगठन युद्ध स्तर पर मदद के लिए उतरता है तो वो कोई और नहीं, बल्कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक सेवक संघ है। युद्ध की स्थिति से लेकर महामारी के वक्त में आरएसएस की भूमिका हमेशा सक्रिय और सकारात्मक रही है। कुछ ऐसा ही आरएसएस ने कोरोनावायरस की दूसरी लहर को लेकर भी करना शुरू कर दिया है। संक्रमित मरीजों को जरूरी चीजें उपलब्ध कराने के साथ ही लॉकडाउन के वक्त में फंसे लोगों की मदद करने के लिए आरएसएस ग्राउंड ज़ीरो पर उतर चुका है, और इस संगठन ने राष्ट्रीय स्तर पर अलग-अलग जोन के अनुसार मदद के लिए प्लानिंग की है।
आपदा के समय आरएसएस हमेशा मदद को सबसे आगे खड़ा रहता है, कुछ इसी तरह कोरोनावायरस की दूसरी लहर से निपटने में और लोगों की मदद करने के लिए आरएसएस सक्रिय हैं। नए प्लान के अंतर्गत आरएसएस कोरोना काल में जरूरतमंदों को आयुर्वेदिक काढ़ा/होम्योपैथिक दवाई, ऑक्सिजन सिलेंडर, आइसोलेशन सेंटर आदि की व्यवस्था करेगी, जो कि इस मुश्किल वक्त में सबसे बड़ा मदद मानी जा रही है। इसके लिए आरएसएस ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी कर दिए हैं।
दिल्ली में कोरोनावायरस से बिगड़ती स्थितियों के बीच आरएसएस के दिल्ली प्रांत के कार्यवाह भारत भूषण ने बताया, “दिल्ली में स्थानीय स्तर पर पुलिस व प्रशासन के साथ समन्वय करके कार्यकर्ताओं ने कोरोना काल में जरूरतमंदों को आयुर्वेदिक काढ़ा/होम्योपैथिक दवाई, ऑक्सिजन सिलेंडर, आइसोलेशन सेंटर आदि की व्यवस्था के लिए योजना बनाई है।” अभी एक हेल्पलाइन नंबर सेवा भारती द्वारा भी जारी होगा, जिसके जरिए जरूरतमंदों की आवश्यकताएं पूरी की जाएंगी।
संगठन कोरोना से बचाव के लिए धार्मिक सामाजिक स्तर पर लोगों को मास्क और सोशल डिस्टेंस की महत्वता के प्रति जागरूक करवाएगा, और इसके अंतर्गत लोगों मास्क भी वितरित किए जाएंगे। इसके अलावा वैक्सीनेशन को लेकर लोगों के भ्रम को दूर करने के लिए भी विशेष अभियान चलाया जाएगा। डाक्टरों के साथ ऑनलाइन संवाद और FAQ पर डाक्टरों के जरूरी वीडियो भी प्रसारित किए जाएंगे।
आरएसएस का काम जमीन स्तर पर किस संजीदगी के साथ चलेगा, इसका उदाहरण ये भी है कि घर में रहने वाले अकेले लोगों, या कोरोनावायरस से पूरे घर के लोगों के संक्रमित होने पर भी उन्हें संगठन द्वारा मदद दिलाने का भरोसा दिय गया है। संगठन द्वारा डिजिटल मोबाइल एप और हेल्पलाइन नंबर जारी होगें, और उनसे प्रत्येक बस्ती में जो Blood/Plasma/ Platelets-Donate कर सकते हैं उनका पंजीकरण करवाया जा रहा है। इसके बाद जिन्हें भी Blood/Plasma/Platelets की आवश्यकता होगी उन्हें सहायता उपलब्ध कराई जा सकेगी।
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आरएसएस की ये सक्रियता दिखाती है कि वो में कोरोनावायरस के संक्रमण को लेकर संवेदनशील है। उसके कार्यकर्ता दिल्ली में और देशभर में अपने-अपने तरीकों से लोगों की मदद कर रहें हैं, जो कि राष्ट्र के प्रति समर्पण को दिखाता है। विपक्षी राजनीतिक पार्टियों द्वारा इस संगठन पर धार्मिक उन्माद फैलाने के आरोप लगते रहें हैं, लेकिन जब-जब देश मुश्किल घड़ी में पहुंचता है, तो आम जनमानस की मदद के लिए आरएसएस के स्वयंसेवक सबसे आगे खड़े रहते हैं।