Saudi Gazette- सऊदी अरब के शाही परिवार के मुखपत्र ने कश्मीर से Article 370 हटाने की की तारीफ

ध्यान से सुन लो इस्लामिस्टों!

सऊदी अरब

देश को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35ए को 5 अगस्त 2019 को खत्म कर दिया था, इसके चलते देश से लेकर विदेशों तक में मोदी सरकार की प्रशंसा शुरु हो गई थी, लेकिन तब तुर्की और मलेशिया जैसे चुनिन्दा इस्लामिक देश पाकिस्तान प्रेम के चक्कर में भारत के इस फैसले को गलत बताने लगे थे। ऐसे में अब उन इस्लामिक देशों को सऊदी अरब के सबसे विश्वसनीय अखबार ‘सऊदी गैजेट’ ने झटका दिया है क्योंकि अखबार ने अब मोदी सरकार के इस फैसले की तारीफ की है और कश्मीर को मुख्य धारा में लाने  वाले इस फैसले के लिए भारत सरकार को सराहा है।

सऊदी अरब के प्रमुख अखबार सउदी गैजेट ने अनुच्छेद 370 के हटने के बाद कश्मीर में आए बदलावों का उल्लेख करते हुए मोदी सरकार की प्रशंसा की है। अखबार ने कहा कि मोदी सरकार ने कश्मीर को मुख्य धारा में लाने के लिए बेहतरीन योजनाएं लागू करने के साथ ही राज्य के समूचे विकास की ओर ध्यान दिया है। इसके साथ ही सरकार द्वारा बच्चों के लिए खेलों से लेकर शिक्षा में छात्रवृत्ति तक का उल्लेख सऊदी के इस प्रमुख अखबार ने अपने लेख में किया है जो कि मोदी सरकार के प्रति उसके सकारात्मक रुख को प्रदर्शित करता है।

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गैजेट ने अपनी रिपोर्ट में साफ लिखा है कि मोदी सरकार लगातार जम्मू-कश्मीर को मुख्य धारा में लाने के बेहतरीन प्रयास कर रही है। गैजेट ने लिखा, “इस राज्य का विशेष दर्जा खत्म कर राष्ट्र की मुख्यधारा में शामिल करने के फैसले के लाभ सामने आने लगे हैं। कश्मीर घाटी में आर्थिक प्रगति तेज होने से खुशहाली बढ़ रही है। कश्मीर में आज जो सबसे अहम बदलाव दिख रहा है, उसकी एक बड़ी वजह पत्थरबाजों की संख्या में कई गुना कमी आना भी है।

सभी को पता है कि कश्मीर में अलगाववाद को लेकर सवाल खड़े होते रहे हैं, जिसके चलते अनुच्छेद 370 पर हमेशा ही खात्मे की तलवार लटकती रही थी। इस मुद्दे को लेकर सऊदी गैजेट ने लिखा, 5 अगस्त 2019 के बाद भी जिन स्थानीय आतंकियों ने हथियार डाले हैं उन्हें भी देश की मुख्यधारा में शामिल होने का मौका दिया जा रहा है। बहुत से स्थानीय नेता जो यह कहते थे कि जम्मूकश्मीर का विशेष दर्जा छिनने से कश्मीर में तिरंगा उठाने वाला कोई नहीं बचेगा, वो इस मामले में गलत साबित हुए। आज गुलमर्ग जाकर देखा जा सकता है कि कितने नौजवान तिरंगा लेकर चलते हैं और उसे अपने दिल के करीब रखते हैं।

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सऊदी के इस गैजेट ने अपने लेख में पीएम मोदी के उस अभियान का भी उल्लेख किया है जिसके तहत जम्मू-कश्मीर में युवाओं को खेलों के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इसका एक उदाहरण गुलमर्ग में शीतकालीन खेलों का ‘खेलो इंडिया संस्करण 2’ की मुहिम के तहत पीएम मोदी द्वारा किया गया उद्घाटन भी है। रिपोर्ट ये तक कहती है कि मोदी सरकार कश्मीर को शीतकालीन खेलों का हब बनाने की तैयारी कर रही है।

सऊदी के गैजेट ने अपने इस लेख के जरिए मोदी सरकार के जम्मू-कश्मीर को लेकर लिए गए फैसले को सही ठहरा दिया है। दिलचस्प बात ये है कि ‘सऊदी गैजेट’ को सऊदी अरब का सबसे प्रतिष्ठित और विश्वसनीय अखबार माना जाता है, और इसे वहां की रॉयल फैमिली के मुखपत्र के रूप में भी जाना जाता है। साफ है इस मुद्दे पर जिन इस्लामिक देशों ने भारत का विरोध किया था,  सऊदी की रायल फैमिली ने उन सभी आलोचकों को इस लेख के जरिए तगड़ा तमाचा मारा है जिसकी गूंज पाकिस्तान और तुर्की जैसे देश हमेशा याद रखेंगे।

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