कोरोनावायरस के इस भयावह प्रकोप के बीच डॉक्टरों को भगवान के तौर पर देखा जा रहा है, लेकिन ऐसे वक्त में भी एक शख्स की मृत्यु के मुद्दे पर मध्य-प्रदेश के कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा ने बेवजह सीनियर डा. योगेन्द्र श्रीवास्तव के साथ बदसलूकी की। अब इस मामले में एक्शन लेते हुए शिवराज सरकार की पुलिस ने कांग्रेस विधायक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है, जिसमें उनके सहयोगी गुड्डू का नाम भी शामिल है। वहीं मामले से आहत होकर इस्तीफा दे चुके डॉ श्रीवास्तव अब सरकार द्वारा सुरक्षा का आश्वासन मिलने पर वापस काम पर लौट आए हैं।
डा. योगेन्द्र श्रीवास्तव जो कि मध्य-प्रदेश की राजधानी भोपाल के जेपी अस्पताल के सीनियर डॉक्टर हैं, उनके साथ कांग्रेस विधायक और पार्षद ने एक युवक की कोरोना से हुई मौत के मुद्दे पर बेवजह बहस की और उन्हें अपमानित किया, जिसके बाद अब शिवराज की पुलिस इस मामले में एक्शन ले रही है। पुलिस ने कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा और पार्षद गुड्डू पर आरोप लगाया है कि दोनों ने ही डाक्टर श्रीवास्तव के साथ बदतमीजी की, और सरकारी डॉक्टरों के काम करने में व्यवधान उत्पन्न किया।
दरअसल, एक शख्स की कोरोनावायरस से मौत पर जेपी अस्पताल पहुंचे विधायक और पार्षद ने अस्पताल के सीनियर डॉक्टर योगेन्द्र श्रीवास्तव से बहस की और उन्हें अपमानित किया जिसके बाद आहत होकर डॉ श्रीवास्तव ने इस्तीफा दे दिया था, जो कि अन्य मरीजों के लिए मुश्किलों की बात हो सकती थी। ऐसे में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने इस मामले की निंदा की और स्वयं स्वास्थ्य मंत्री आरपी चौधरी ने डॉ श्रीवास्तव से बात कर उनकी नाराजगी जानी, और इस्तीफा वापस लेने का आग्रह किया।
एक तरफ इस मामले में शिवराज की पुलिस ने कांग्रेस विधायक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की, तो दूसरी ओर स्वास्थ्य मंत्री के कहने पर डॉ श्रीवास्तव वापस मरीजों की सेवा में हाजिर हो गए और उन्होंने अपना इस्तीफा वापस ले लिया। इस मामले में शिवराज सिंह चौहान ने खुद ट्वीट कर जानकारी दी और कहा, “आज भोपाल के जेपी अस्पताल में कार्यरत डॉ. योगेंद्र श्रीवास्तव ने स्वास्थ्य मंत्री श्री डॉ पीआर चौधरी के आग्रह के बाद अपना त्यागपत्र वापस लिया है। डॉ. श्रीवास्तव जैसे अनेक कोरोना वॉरियर्स जिस सेवाभाव के साथ कार्य कर रहे हैं, उसकी व्याख्या शब्दों में नहीं की जा सकती है।”
आज भोपाल के जेपी अस्पताल में कार्यरत डॉ. योगेंद्र श्रीवास्तव ने स्वास्थ्य मंत्री श्री @DrPRChoudhary के आग्रह के बाद अपना त्यागपत्र वापस लिया है। डॉ. श्रीवास्तव जैसे अनेक #CoronaWarriors जिस सेवाभाव के साथ कार्य कर रहे हैं, उसकी व्याख्या शब्दों में नहीं की जा सकती है।
— Shivraj Singh Chouhan (मोदी का परिवार ) (@ChouhanShivraj) April 11, 2021
वहीं, इस मामले में हबीबगंज पुलिस ने बताया कि घटना की शिकायत मिलने के बाद ही एक्शन की तैयारी कर ली गई थी, और उसी के तहत पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और प्रत्यक्षदर्शियों से बात करने के बाद विधायक पीसी शर्मा और पार्षद गुड्डू के खिलाफ आईपीसी की धारा 353 औऱ 189 के तहत मामला दर्ज किया है। साफ है कि मध्य प्रदेश सरकार ने इस मामले में सख्त एक्शन लेकर डॉक्टर श्रीवास्तव का साथ दिया है, जो कि सकारात्मक है।
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कोरोनावायरस के कारण डॉक्टरों पर काम का अतिरिक्त दबाव है, और जानलेवा बीमारी के चलते डॉक्टरों की कोशिशों के बावजूद अनेकों लोगों की मौत हुई है। ऐसे में किसी एक शख्स की मौत को मुद्दा बनाकर सीनियर डॉक्टर के साथ कांग्रेस विधायक द्वारा गुंडागर्दी का कृत्य अपराध की श्रेणी में आएगा जिसके खिलाफ एक्शन लेकर मध्य प्रदेश पुलिस ने डॉक्टरों के हौसले को मजबूत किया है।