US लगायेगा हिन्दू स्वास्तिक पर प्रतिबंध: बाइडन के गधों को नाज़ी और हिन्दू स्वास्तिक के बीच का अंतर नहीं पता

अमेरिका में बढ़ रहा है हिन्दूफोबिया!

स्वास्तिक

जब बाइडन सत्ता में आए थे, तब उन्होंने कहा था कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर किसी प्रकार की कोई लगाम नहीं लगेगी। लेकिन वर्तमान गतिविधियों को देखकर लग रहा है कि उनका तात्पर्य कुछ और ही था। बाइडन प्रशासन में वामपंथियों और कट्टरपंथी इस्लाम के साथ-साथ अब हिंदुओं के विरुद्ध घृणा को भी बढ़ावा दिया जा रहा है, जिसका सबसे प्रत्यक्ष प्रमाण है सनातन धर्म के प्रतीक स्वास्तिक पर प्रतिबंध लगाने की तैयारी चल रही है।

दरअसल, अमेरिकी राज्य Maryland में हाल ही में एक प्रस्ताव लाया गया, जिसमें सनातन धर्म के प्रतीक स्वास्तिक पर प्रतिबंध लगाने की बात की गई है। Maryland में राज्यपाल भले ही रिपब्लिकन पार्टी का हो, परंतु राज्य की विधानसभा में डेमोक्रेट्स की तूती बोल रही है। इसी विधानसभा में यह विवादास्पद विधेयक पेश किया गया है, जिसके विरुद्ध अमेरिका के हिन्दू अमेरिका फाउंडेशन ने मोर्चा खोला है।

HAF ने हाउस ऑफ डेलीगेट्स के एक बिल पर आपत्ति जताई है, जिसमें स्वास्तिक को ‘घृणा’ की निशानी के रूप में प्रस्तुत किया गया है। इस बिल में कपड़ों, किताबों, स्कूल और ऐसी ही अन्य जगहों पर स्वास्तिक के उपयोग को बैन करने की बात कही जा रही है। हिन्दू अमेरिका फाउंडेशन के अनुसार, “मैरीलैंड का ‘हाउस बिल 0418’ स्वास्तिक की गलत तरीके से व्याख्या करता है। इस बिल में संस्कृत भाषा से उत्पन्न हुए स्वास्तिक चिन्ह को नाजियों के प्रतीक चिन्ह के समतुल्य माना गया है, जो पूर्णतः गलत है। HAF ने कहा कि स्वास्तिक ‘सु’ और ‘अस्ति’ से मिलकर बना है, जिसका अर्थ होता है ‘अच्छा होना’”।

सनातन धर्म में स्वास्तिक का उपयोग न केवल हिन्दू अपितु बौद्ध और जैन भी अपने घरों, मंदिरों और पवित्र स्थानों में परंपराओं, दैनिक पूजा-पाठ और विशेष धार्मिक अवसरों पर करते हैं। यह दुनिया भर के हिंदुओं के लिए पवित्र और पूज्य है। इसके अलावा स्वास्तिक व्यापार के प्रतिष्ठानों, गहनों और कलाकृतियों में भी समृद्धि के प्रतीक के रूप में उपयोग किया जाता है। इसका जर्मनी के कुख्यात नाजी पार्टी के प्रतीक चिन्ह से कोई संबंध नहीं है।

HAF ने आगे अपने बयान में कहा, “नाजी पार्टी के प्रतीक चिन्ह ‘हुक्ड क्रॉस’ (जर्मनी में, Hakenkreuz) से तुलना हमें स्वीकार्य नहीं। नाजी पार्टी ने हुक्ड क्रॉस को अपने प्रतीक चिन्ह के रूप में 1920 में अपनाया था। उससे स्वास्तिक की तुलना करना पूरी तरह से गलत है क्योंकि नाजियों के हुक्ड क्रॉस से अलग स्वास्तिक शांति, समृद्धि और ऐश्वर्य का प्रतीक है”।

HAF ने आरोप लगाया है कि Maryland प्रशासन हिन्दू धर्म के प्रति घृणा को बढ़ावा दे रहा है। हिन्दू अमेरिका फाउंडेशन के अनुसार, “स्वास्तिक को घृणा के प्रतीक चिन्ह के रूप में दिखाकर अमेरिका के अंदर हिंदुओं और उनके बच्चों के प्रति नस्लभेदी परिस्थितियां उत्पन्न हो सकती हैं। यदि इस बिल से स्वास्तिक की गलत व्याख्या को नहीं हटाया गया तो शिक्षा संस्थानों और अन्य स्थानों पर अमेरिका में रहने वाले और अपनी धार्मिक पहचान को लेकर चलने वाले हजारों हिंदुओं, जैनों और बौद्धों को भेदभाव और यहां तक कि ‘हेट क्राइम’ का शिकार भी होना पड़ सकता है। इस बिल के अस्तित्व में आने के बाद अमेरिका में रहने वाले हिन्दू न तो अपने धर्म का स्वतंत्र तरीके से पालन कर पाएँगे और न ही उसे अपनी पीढ़ियों तक पहुंचा पाएंगे”।

जिस प्रकार से बाइडन प्रशासन उदारवाद के नाम पर एशियाई समुदाय, विशेषकर सनातनियों के प्रति घृणा को बढ़ावा दे रहा है, वह न सिर्फ निंदनीय है, बल्कि बाइडन सरकार के लिए आगे चलकर हानिकारक भी हो सकता है। ऐसे में इस बात पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए कि स्वास्तिक को जानबूझकर घृणा का प्रतीक न बनाया जाए, लेकिन बाइडन प्रशासन की सोच और उनके निर्णय देखते हुए इसकी आशा बेहद कम लगती है।

 

Exit mobile version