अमेरिकी कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने कैपिटल हिल पुलिस अधिकारियों पर हमला करने वाले संदिग्ध की पहचान कर ली है। Noah Green नामक इस 25 वर्षीय व्यक्ति को जब गोली लगी, तब वह एक धारधार हथियार से लैस था और खुद को ‘नेशन ऑफ इस्लाम’ का अनुयाई बताता है। ग्रीन ने हाल ही में अपने फेसबुक अकाउंट पर पोस्ट किया था कि वह बेरोजगार हो गया था। इसकी वजह से वह भूख और पैसों की कमी का सामना कर रहा था। हालाँकि फेसबुक ने अब उसकी प्रोफाइल को हटा दिया है।
ग्रीन ने एक अन्य फेसबुक पोस्ट में कहा था कि Nation of Islam के संस्थापक Louis Farrakhan, उसके लिए “मसीहा” थे। मैं उसे अपना आध्यात्मिक पिता मानता हूँ। उनके मार्गदर्शन के बिना, उनका शब्द और उनकी शिक्षाएँ, जिन्हें मैंने रास्ते में उठाया था, मैं जारी रखने में असमर्थ रहा हूँ।“ ग्रीन ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में कथित रूप से अमेरिकी सरकार को “काले लोगों का नंबर एक दुश्मन” कहा था।
Noah Ricardo Green appears to have had a good life. He graduated from Christopher Newport University last year. He played football there.
In one of his last IG posts before his deadly attack, he wrote: "The US Government is the #1 enemy of Black people!" https://t.co/w5vlhL9m4B pic.twitter.com/twv4yupc2u
— Andy Ngô 🏳️🌈 (@MrAndyNgo) April 2, 2021
बता दें कि Louis Farrakhan को यहूदी विरोधी, गोरे लोगों और LGBT समुदाय के खिलाफ 30 साल से अधिक समय तक विरोधी अभियान चलाने के लिए जाना जाता है। एक संगठन ADL के अनुसार, Farrakhan के भाषणों में हज़ारों की संख्या में लोग आते हैं, जो उसे संभवतः अमेरिका के सबसे लोकप्रिय Anti-Semite बनाता है।
अब यह जानना आवश्यक है कि आखिर यह ‘नेशन ऑफ़ इस्लाम’ है क्या ?
1930 में स्थापित नेशन ऑफ इस्लाम, एक अफ्रीकी अमेरिकी आंदोलन और संगठन है, जो काले राष्ट्रवादी विचारों के साथ कट्टर इस्लाम के तत्वों के पालन के लिए जाना जाता है। Wallace D Fard ने डेट्रायट, मिशिगन में इस्लाम के राष्ट्र की स्थापना की। शिकागो में नेशन ऑफ इस्लाम के दूसरे केंद्र की स्थापना के लिए अपने सक्षम सहायक, एलिय्याह मुहम्मद, मूल रूप से एलिजा पूले को नामित किया था।
एलिय्याह मुहम्मद का मानना था कि White Race को याकूब नामक एक ब्लैक वैज्ञानिक ने बनाया थी। अल्लाह ने इस शैतानी Race को 6,000 वर्षों तक सत्ता में रहने की अनुमति दी थी। White लोगों के बारे में इनकी मान्यता है कि वे हिंसक होते हैं। इसी प्रवृत्ति के कारण अश्वेत लोगों को Slave बना कर उन पर शासन करते हैं। उन्हें लगता था 20 वीं शताब्दी अश्वेत लोगों के लिए खुद को मुखर करने का समय था। इस मिथक के कारण अमेरिका में ब्लैक लोगों ने आर्थिक आत्मनिर्भरता, ब्लैक के स्वामित्व वाले व्यवसायों के विकास और जॉर्जिया, अलाबामा और मिसिसिपी के राज्यों को अलग कर एक अलग ब्लैक राष्ट्र के निर्माण की मांग का समर्थन किया था।
और पढ़ें : यूक्रेन पर भड़के पुतिन करेंगे जंग का ऐलान- बाइडन गलत आदमी से पंगा ले रहे हैं
एलिजा ने अपने अनुयायियों को मुस्लिम नामों के लिए उनके “Slave” नामों को छोड़ने के लिए प्रोत्साहित किया था और अपने नाम में X लगाने की प्रथा शुरू करवाई थी। 1973 में, नेशन ऑफ इस्लाम के सदस्यों ने वाशिंगटन के हनफ़ी मुस्लिम केंद्र पर हमला किया, जो कि नेशन ऑफ इस्लाम के ही एक पूर्व नेता, हमास अब्दुल ख़ालिस द्वारा स्थापित किया गया था। उस दौरान उनके परिवार पर हमला कर, उनके बच्चों को मार डाला था। लेकिन एलिय्याह मुहम्मद की मृत्यु के बाद फर्रखान ने 1978 में एक नया “नेशन ऑफ इस्लाम” की स्थापना की, जिसमें मुहम्मद की कुछ मान्यताओं को हटा दिया गया था।
एक प्रतिभाशाली वक्ता, Farrakhan ने केवल कुछ हज़ार अनुयायियों के साथ अपना संगठन शुरू किया, लेकिन जल्द ही एक राष्ट्रीय आंदोलन को फिर से स्थापित किया। उन्होंने एलिजा मुहम्मद की पुस्तकों को प्रकाशित किया। शिकागो में एलिजा मुहम्मद की पूर्व मस्जिद को खरीद उसे “नेशन ऑफ इस्लाम” के नए मुख्यालय के रूप में नवीनीकृत किया। इस आन्दोलन का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विस्तार किया। इंग्लैंड और घाना में केंद्र खोले।
1990 के दशक तक वे एक प्रमुख अफ्रीकी अमेरिकी नेता के रूप में उभरे। यही नहीं 1995 में वाशिंगटन, डीसी में हुए मिलियन मैन मार्च को भी व्यवस्थित करने में मदद की। आज देखा जाए तो इस नेशन ऑफ़ इस्लाम में अनुमानित 10 हजार से 50 हजार लोग सदस्य हैं। यह संगठन धर्म परिवर्तन भी करवाता है और अक्सर नए लोगों को जोड़ने के लिए “जेलों और पूल हॉल, नाई की दुकानों और कॉलेज परिसरों में जाता है।”
और पढ़ें : फेसबुक चीन में बैन, लेकिन चीनी मीडिया FB पर Coke और Ronaldo से भी ज़्यादा लोकप्रिय
यह अपने संदेश को बढ़ावा देने के लिए एलिजा मुहम्मद, रेडियो प्रसारण और ऑडियो-रिकॉर्डेड भाषणों द्वारा पुस्तकों का इस्तेमाल करता है। नेशन ऑफ़ इस्लाम नए लोगों की भर्ती में अक्सर अपराधियों और मादक पदार्थों के आदी लोगों के बीच विशेष रूप से प्रभावी साबित हुए हैं। Farrakhan ने 1980 के दशक में यहूदी धर्म को “गंदे धर्म” के रूप में संदर्भित किया और एडोल्फ हिटलर को “बहुत महान व्यक्ति” के रूप में वर्णित किया था।
यानि देखा जाये तो यह इस्लाम से ही निकला एक संगठन है, जिसमें श्वेत लोगों के लिए घृणा भरी हुई है। हाल ही घटनाओं को देखते हुए और कैपिटल पुलिस पर हमले में इस संगठन के हाथ को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि यह आने वाले समय में अमेरिका के लिए सामाजिक एकता के लिए घातक होने वाला है।