कांग्रेस Toolkit की NIA जांच को लेकर कांग्रेस के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर
भारत के विपक्षी दल केंद्र सरकार को बदनाम करने की साजिश में इतना मशगूल हो जाते हैं कि वे भारत का विरोध करने से भी बाज़ नहीं आते हैं। उनके लिए बस एक ही चीज मायने रखती है, वह है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि को धूमिल करना। ऐसा ही एक प्रयास कांग्रेस पार्टी ने हाल ही में किया है। कांग्रेस पार्टी अपनी Toolkit के जरिए भारत सरकार को बदनाम करने की साजिश रची थी, लेकिन समय रहते हुए बीजेपी ने कांग्रेस के मंसूबों का पर्दाफाश कर दिया है। अब यह ओछी हरकत कांग्रेस को बहुत महंगी पड़ने वाली है, क्योंकि Toolkit की NIA जांच को लेकर कांग्रेस के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की जा चुकी है।
याचिकाकर्ता वकील शशांक शेखर झा ने अंतरराष्ट्रीय साजिश का पता लगाने के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की जांच और दोष साबित होने पर कांग्रेस की मान्यता रद्द करने की मांग की है। बता दें कि याचिकाकर्ता ने कांग्रेस पार्टी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि उसने सरकार के खिलाफ लोगों को भड़काने और दुनिया में भारत की छवि बिगाड़ने की साजिश के तहत ही यह सब किया है।
याचिकाकर्ता वकील शशांक शेखर झा ने कहा है कि, कांग्रेस द्वारा किए गए अपराध उजागर करने के लिए मामले की जांच IPC की धारा 120-बी (आपराधिक साजिश) व अन्य विभिन्न धाराओं और गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम (UAPA) की धारा-13 के अंतर्गत की जानी चाहिए।
आपको बता दें कि याचिकाकर्ता ने सुप्रीम कोर्ट में दायर की गई PIL में इंडियन नेशनल कांग्रेस, यूनियन ऑफ इंडिया,और इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया को उत्तरदाता बनाया है। वकील शशांक शेखर झा ने अपनी याचिका में चुनाव आयोग को इसलिए उत्तरदायी बनाया है क्योंकि याचिका में कोर्ट से चुनाव आयोग को कांग्रेस का पंजीकरण रद्द करने के निर्देश देने की मांग भी की गई है। अगर कांग्रेस और टूलकिट के बीच संबंध साबित होता है तो उस पर राष्ट्र विरोधी कार्य और सामान्य लोगों के जीवन से खेलने के आरोप में कार्रवाई हो सकती है, जिसके अंतर्गत पार्टी की मान्यता भी रद्द हो सकती है।
इतना ही नहीं, याचिका में केंद्र सरकार से अपील की गई है कि देश विरोधी पोस्टर्स और होर्डिंग्स को भी हटा दिया जाये। ऐसे सभी कार्य, जो कि राष्ट्र की छवि को चोट पहुंचाते है, उनके खिलाफ केंद्र सरकार से निर्देश देने की मांग की गई है।
आज कांग्रेस पार्टी पांच राज्यों में हुई हार के कारण इतनी ज्यादा व्याकुल हो गयी है कि उसने केंद्र सरकार को घेरने के लिए बेहद ही नीच हरकत कर डाली है। ऐसे में अगर NIA की जांच में टूलकिट और कांग्रेस पार्टी के बीच संबंध स्थापित हो पाता है तो सदी पुरानी कांग्रेस पार्टी का अंत निश्चित है।