New Indian Vaccine for Covid-19 : Indigenous Vaccine by Zydus Cadila
Indigenous Vaccine for Covid-19 : आज पूरे भारत में वुहान वायरस के कारण तबाही मची हुई है, लेकिन हमारे देश की फार्मा कंपनी हर मुमकिन कोशिश कर रही है कि इस जानलेवा वायरस से जल्द से जल्द निजात पाया जा सके। इस कड़ी में एक और राहत भरी खबर सामने आई है। अहमदाबाद स्थित फार्मास्युटिकल कंपनी Zydus Cadila द्वारा निर्मित Covid-19 वैक्सीन, ZyCoV-D की आपूर्ति जून महीने से शुरू होने की संभावना है।
बता दें कि भारत बायोटेक के COVAXIN के बाद, ZyCoV-D कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ देश का दूसरी पूर्ण रूप से स्वदेशी विकसित वैक्सीन होगी और यह तीन डोज वाली वैक्सीन है।
Zydus ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉक्टर शर्विल पटेल ने द प्रिंट से वार्ता के दौरान बताया कि,” ZyCoV-D एक प्लास्मिड डीएनए वैक्सीन है और यह काफी ज्यादा सक्षम साबित हुई है। हमे उम्मीद है कि हम मई के अंत तक DGCI को डेटा जमा कर देंगे और अंततः जून में हमें टीका बाजार में लाने की अनुमति मिल जाएगी।”
डॉक्टर पटेल ने आगे कहा कि, “शुरुआत में हम एक महीने में 10 मिलियन (1 करोड़) खुराक का उत्पादन शुरू करेंगे और आगे हम यह देखेंगे कि उत्पादन की क्षमता को दोगुना करके 20 मिलियन (2 करोड़) खुराक कैसे किया जाए।”
Zydus ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉक्टर शर्विल पटेल ने यह भी सुनिश्चित किया कि, “Zydus Cadilla ने परीक्षणों में बुजुर्गों, सह-रुग्णताओं वाले और 12-17 वर्ष की आयु वर्ग के बच्चों को भी शामिल किया गया था।”
एक साल में ZyCoV-D की 240 मिलियन (24 करोड़) खुराक बनाने की योजना तय की गई है। वैक्सीन निर्माता, ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया को इस महीने के अंत तक प्रभावकारिता की रिपोर्ट पेश करेंगे। यह उम्मीद जताई जा रही है कि जून से ZyCoV-D भारत के बाजारों में मिल सके।
New Indian Vaccine for Covid-19 : First DNA based Indigenous Vaccine of India
Zydus Cadila ने ZyCoV-D के परीक्षणों के लिए 28,000 से अधिक स्वयंसेवकों को भर्ती किया था। साथ ही में यह दावा किया था कि यह अभी तक देश में सबसे बड़ा परीक्षण [कोविड वैक्सीन के लिए] है।
आपको बता दें कि, ZyCoV-D देश का पहला डीएनए आधरित कोरोना वायरस वैक्सीन है। जो शरीर की कोशिकाओं में कोरोना वायरस के प्रवेश के लिए जिम्मेदार प्रमुख वायरल मेंब्रेन प्रोटीन के खिलाफ काम करता है।
Zydus Cadilla का यह मेड इन इंडिया वैक्सीन यह सुनिश्चित करेगा कि भारत जल्द से जल्द दूसरी लहर से निपट पाए। साथ ही में अगले कुछ महीनों में यूनिवर्सल टीकाकरण हो। यूनिवर्सल टीकाकरण का मतलब है कि भारत को कोरोनावायरस की किसी अन्य तबाही वाली लहर का सामना नहीं करना पड़ेगा।