पिछले दो महीनों से महाराष्ट्र केवल गलत कारणों से ही सुर्खियों में आ रहा है। वुहान वायरस की दूसरी लहर को संभालने में पूरी तरह से नाकाम रहे महाराष्ट्र से कभी यह खबर आती है कि वैक्सीन और ऑक्सीजन की किल्लत है, तो कभी ये खबर आती है कि एक जिले में दूसरे जिले की तुलना में जरूरत से ज्यादा टीकों की जमाखोरी हो रही है। अब महाराष्ट्र सरकार पर जाली वैक्सीन सर्टिफिकेट बांटने के आरोप लगाए जा रहे हैं।
इसमें कोई दो राय नहीं है कि वुहान वायरस के कारण सर्वाधिक नुकसान महाराष्ट्र को हुआ है, लेकिन इसके बावजूद उद्धव प्रशासन अपनी निकृष्टता से बाज़ नहीं आ रहा है। एक भाजपा विधायक ने दावा किया कि चंद रुपयों के बदले BMC नकली वैक्सीन सर्टिफिकेट बांटने लगी है।
मुलुंड क्षेत्र से भाजपा विधायक मिहिर कोटेचा के अनुसार, “कल एक महिला ने मुझे अपनी पहली खुराक का प्रमाणपत्र दिखाया, जो वैक्सीन न लेने के बावजूद उसके घर पर पहुंचाया गया था। अब उसे डर है कि उसे पहली खुराक मिलेगी या नहीं। यहां एक बड़े वैक्सीन घोटाले की गंध आ रही है, इसकी पूरी जांच होनी चाहिए।.
लेकिन मिहिर वहीं पर नहीं रुके। उन्होंने आगे कहा, “मुंबई में हर टीका का ऑडिट कराया जाना चाहिए। दोषी पाए गए बीएमसी के किसी भी कर्मचारी को नौकरी से निकाल दिया जाना चाहिए। अगर मुझे BMC आयुक्त से संतोषजनक उत्तर नहीं मिला, तो मैं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री को लिखूंगा”।
भाजपा विधायक के ये आरोप काफी सनसनीखेज और चिंताजनक हैं। लेकिन महाराष्ट्र की वर्तमान व्यवस्था को देखकर इसमें हैरान होने वाली कोई बात नहीं है। जब दिव्यांग एवं वरिष्ठ नागरिक वर्ग के लिए आरक्षित ड्राइव इन टीकाकरण केंद्र में घुसकर फरहान अख्तर जैसे अभिनेता अपने लिए टीका लगवा सकते हैं, जब स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे के क्षेत्र जलना में तय कोटे से अधिक टीकों की जमाखोरी की जा रही हो, तो ये तो फिर कुछ भी नहीं है।
महाराष्ट्र में वुहान वायरस के कारण स्थिति काफी खराब रही है। अभी भी अन्य राज्यों के मुकाबले यहाँ 40,000 से अधिक नए मामले प्रतिदिन पाए जाते हैं। परंतु उद्धव प्रशासन के व्यवहार को देखकर ऐसा तो कहीं से नहीं लगता कि उन्हे वर्तमान स्थिति के बारे में जरा सी भी चिंता है। अभी हाल ही में पाया गया कि उद्धव सरकार COVAXIN बनाने वाली भारत बायोटेक को पुणे में विस्तार करने से रोक रहे थे, जिसके कारण भारत बायोटेक को बॉम्बे हाईकोर्ट की शरण लेनी पड़ी।
अब जब भाजपा विधायक मिहिर कोटेचा ने आरोप लगाया तो इसकी गंभीरता से जांच होनी चाहिए, और यदि वाकई में महाराष्ट्र में वैक्सीन घोटाला निकलकर सामने आता है, तो ये महाराष्ट्र के साथ साथ भारत के मुँह पर भी कालिख समान होगी।