इन दिनों जहां केंद्र सरकार को वुहान वायरस की दूसरी लहर के प्रकोप से जूझना पड़ रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ उसे कुछ राज्य सरकारों की अकर्मण्यता और उनके मुख्यमंत्रियों की हेकड़ी का भी सामना करना पड़ रहा है। लेकिन झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सभी हदें पार कर दी, जब उन्होंने पीएम मोदी द्वारा राज्य की स्थिति पूछने पर भी घटिया राजनीति की, जिसके पीछे असम भाजपा के कद्दावर नेता हिमन्ता बिस्वा सरमा सहित पूर्वोत्तर के कई नेताओं ने उन्हें खूब खरी खोटी सुनाई।
हाल ही में वुहान वायरस को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी ने हर राज्य के मुख्यमंत्री का हाल चाल पूछा। इसी दौरान उन्होंने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से भी राज्य का मुआयना लिया। लेकिन हेमंत सोरेन ने शिष्टाचार दिखाने के बजाए अपनी औकात दिखाते हुए ट्वीट किया, “आज आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने फोन किया। उन्होंने सिर्फ अपने मन की बात की। बेहतर होता यदि वो काम की बात करते और काम की बात सुनते” –
आज आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने फोन किया। उन्होंने सिर्फ अपने मन की बात की। बेहतर होता यदि वो काम की बात करते और काम की बात सुनते।
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) May 6, 2021
सच कहें तो हेमंत सोरेन तो कृपया व्यवस्था दुरुस्त करने पर लेक्चर न ही दें तो अच्छा रहेगा। इनके नेतृत्व में झारखंड की स्थिति बुरी न होते हुए भी बदतर हो गई। कुछ ही हफ्तों पहले जब झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री एक अस्पताल के दौरे पर थे, तो उनके सामने ही एक कोविड मरीज की मृत्यु हो गई, लेकिन किसी को कोई फरक तक नहीं पड़ा। इसके अलावा ये भी सामने आया कि केंद्र सरकार की ओर से झारखंड को अनेकों वेन्टिलेटर आवंटित किए गए थे, परंतु उनमें से एक को भी उपयोग में नहीं लाया गया।
ऐसे में हेमंत सोरेन की निकृष्ट राजनीति किसी को नहीं भाई और कई लोगों ने हेमंत को उनके ओछे बयान के लिए आड़े हाथों लिया। असम भाजपा के कद्दावर नेता हिमन्ता बिस्वा सरमा ने ट्वीट किया, “आपका यह ट्वीट न सिर्फ न्यूनतम मर्यादा के खिलाफ है बल्कि उस राज्य की जनता की पीड़ा का भी मज़ाक उड़ाना है जिनका हाल जानने के लिए माननीय प्रधानमंत्री जी ने फोन किया था। बहुत ओछी हरकत कर दी आपने। मुख्यमंत्री पद की गरिमा भी गिरा दी”।
आपका यह ट्वीट न सिर्फ़ न्यूनतम मर्यादा के ख़िलाफ़ है बल्कि उस राज्य की जनता की पीड़ा का भी मजाक़ उड़ाना है जिनका हाल जानने के लिए माननीय प्रधानमंत्री जी ने फ़ोन किया था। बहुत ओछी हरकत कर दी आपने। मुख्यमंत्री पद की गरिमा भी गिरा दी https://t.co/AIm0V6uc17
— Himanta Biswa Sarma (Modi Ka Parivar) (@himantabiswa) May 6, 2021
हिमन्ता का अनुमोदन करते हुए उत्तर पूर्व के कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने हेमंत सोरेन के ओछे बयान की निंदा की। हालांकि, सबसे चौंकाने वाला बयान आया आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगनमोहन रेड्डी की ओर से। महोदय ने हेमंत सोरेन के लिए ट्वीट किया, “प्रिय हेमंत सोरेन, मैं आपका बहुत सम्मान करता हूँ, परंतु आज जो आपने किया है, ऐसी राजनीति केवल हमारे देश को और कमज़ोर बनाएगी। कोविड 19 के विरुद्ध इस युद्ध में हमारी जिम्मेदारी उँगलियाँ उठाने की नहीं है, बल्कि प्रधानमंत्री के साथ इस महामारी के विरुद्ध कदम से कदम मिलाकर इस महामारी का सर्वनाश करने की है।”
In this war against Covid-19, these are the times not to point fingers but to come together and strengthen the hands of our Prime Minister to effectively combat the pandemic. 2/2
— YS Jagan Mohan Reddy (@ysjagan) May 7, 2021
ऐसे में हेमंत सोरेन ने पीएम मोदी पर कीचड़ उछालने का प्रयास कर अपने ही पैर पर कुल्हाड़ी मार ली है। उन्हे समर्थन तो मिला नहीं, उलटे उन्हे लगभग देश के हर कोने से आलोचना ही सुनने को मिल रही है। हेमंत सोरेन को देखकर इस समय एक ही कहावत उन पर लागू होती है – खाया पीया कुछ नहीं, गिलास फोड़ा बारह आना!