भारतीय क्रिकेट टीम इतना ‘अच्छा’ प्रदर्शन कर रही है, उसका श्रेय Rahul Dravid को जाता है

ग्रेग चैपल ने राहुल द्रविड़ के प्रतिभा खोजने की कला को सराहा

Rahul dravid smiling

Greg Chappell ने Rahul Dravid के प्रतिभा खोजने की कला को सराहा

पिछले कुछ वर्षों में भारतीय क्रिकेट टीम के टैलेंट पूल में आकाश पाताल का अंतर स्पष्ट दिखाई पड़ा है। अब अंडर 19 क्रिकेट वर्ल्ड कप में भारत सेमीफाइनल से पहले कभी बाहर नहीं होता। इतना ही नहीं, जिन देशों में एक मैच जीतना भी असंभव माना जाता था, वहाँ अब भारत सीरीज पे सीरीज जीतने लगा है। इसका श्रेय केवल एक ही व्यक्ति को जाता है – Rahul Dravid

Rahul Dravid ने जिस प्रकार से भारतीय क्रिकेट के लिए एक नया टैलेंट पूल रचा है, उसकी तारीफ पूरी दुनिया कर रही है। स्वयं भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कोच और पूर्व ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ग्रेग चैपल भी राहुल की तारीफ किये बिना नहीं रह पा रहे हैं। उनका मानना है कि आज यदि भारत ऑस्ट्रेलिया को उसी की माँद में हराने का ज़ज्बा रखता है, आज अगर भारत विश्व की किसी भी टीम से भिड़ने को तैयार है, तो इसका श्रेय राहुल द्रविड़ को ही जाता है।

“आज भारत का जो ओहदा है, वो केवल और केवल इसलिए है क्योंकि उनके पास Rahul Dravid है” – Greg Chappell

Greg Chappell के अनुसार, “भारत ने अपने आप को काफी हद तक संभाला है, और आज भारत का जो ओहदा है, वो केवल और केवल इसलिए है क्योंकि उनके पास Rahul Dravid है। हमारे मॉडेल का अनुसरण करते हुए राहुल ने जिस प्रकार से अपने देश में जूनियर स्तर पर टैलेंट खोजा है, वो अपने आप में काफी प्रशंसनीय है। मुझे यह कहने में कोई अतिशयोक्ति नहीं है कि जो काम अभी ऑस्ट्रेलिया को करना चाहिए था, वो आज भारत और इंग्लैंड उससे बेहतर कर रहे है।”

ग्रेग ने ये बात यूं ही नहीं कही है। 2016 के पश्चात से NCA यानि राष्ट्रीय क्रिकेट अकादेमी की कमान संभालने वाले पूर्व क्रिकेटर Rahul Dravid ने चुन चुन के भारत को उत्कृष्ट खिलाड़ियों की सौगात दी है। इसके साथ ही वे जूनियर स्तर पर भारतीय क्रिकेट टीम के लिए युवा प्रतिभाओं को तलाशने का काम भी करते हैं। राहुल द्रविड़ की नियुक्ति के बाद से एक भी ऐसा अंडर 19 वर्ल्ड कप नहीं रहा है, जहां भारत सेमीफाइनल से पहले टूर्नामेंट से बाहर हुआ हो।

राहुल द्रविड़ के नेतृत्व में भारत को उत्कृष्ट प्रतिभा का भंडार मिला है

पृथ्वी शॉ, शुभमन गिल, ऋषभ पंत, ईशान किशन, टी नटराजन, वाशिंगटन सुंदर, शुभम नागरकोटी इत्यादि सब इन्ही के प्रयासों की देन है। अगर Rahul Dravid की प्रशंसा वो व्यक्ति करे, जिसका टीम इंडिया के साथ कभी छत्तीस का आंकड़ा रहा है, तो ये एक अद्भुत उपलब्धि से कम नहीं है। राहुल द्रविड़ के नेतृत्व में भारत को न केवल उत्कृष्ट प्रतिभा का भंडार मिला है, बल्कि उसका परफ़ॉर्मेंस भी काफी हद तक सुधरा है, विशेषकर विदेशी दौरों पर।

आज भारत न केवल ऑस्ट्रेलिया में एक के बाद एक टेस्ट सीरीज जीतकर इतिहास रचने में कामयाब रहा है, बल्कि विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के प्रथम संस्करण के फाइनल में जगह बनाने में भी कामयाब रहा है, जिसमें प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से राहुल द्रविड़ का भी योगदान रहा है।

ऐसे में ये कहना गलत नहीं होगा कि राहुल द्रविड़ ने अपने सतत प्रयासों से भारतीय क्रिकेट टीम का कायाकल्प कर दिया है। अब ग्रेग चैपल जैसे दिग्गज भी राहुल द्रविड़ के प्रयासों का लोहा मानने लगे हैं, और ये तो बस शुरुआत है।

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