सीएम पद पर रहते हुए किसी भी नेता के पास विशेषाधिकार रहते हैं लेकिन उनसे ये उम्मीद की जाती है कि वो उनका दुरुपयोग नहीं करेंगे, लेकिन मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता कमलनाथ ने ये मर्यादा तोड़ दी है। उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान कांग्रेस विधायक उमंग सिंघार समेत कई राजनेताओं के हनी ट्रैप कांड को दबाने की कोशिश की और मामले से जुड़े दस्तावेजों के साथ बड़ी हेर फेर भी की है।
वहीं अब इस मामले में कमलनाथ ने कबूला है कि मामले की पेन ड्राइव अभी भी उनके पास है, जिस पर सत्ताधारी दल बीजेपी ने उन पर पेन ड्राइव और केस से संबंधित दस्तावेजों के चोरी का आरोप लगाया है। कमलनाथ अपने ही दिए बयान के कारण अब मुश्किलों में फंस सकते है़ंं। मध्य प्रदेश में 2019 के दौरान हनी ट्रैप कांड काफी चर्चित था, उस दौरान कुछ महिलाओं द्वारा राजनेताओं को हनी ट्रैप में फंसाकर उनसे पैसे वसूले थे, लेकिन इस मामले में पुलिसिया कार्रवाई के बाद अब कांग्रेस भड़क गई है।
वहीं हनी ट्रैप कांड में कांग्रेस विधायकों की बैठक हुई जिसमें प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने एक ऐसा बयान दे दिया कि वो खुद ही मुसीबत में पड़ गए हैं। उन्होंने कहा था कि पेन ड्राइव अभी भी उनके ही पास है, जो कि उन्हें पुलिस से प्राप्त हुईं थी, लेकिन बीजेपी इस बयान को मुद्दा बनाकर आरोप लगाया है कि कमलनाथ ने कांग्रेस विधायक के केस से संबंधित दस्तावेज और पेन ड्राइव चोरी की है।
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वहीं इस हनी ट्रैप कांड मामले में बीजेपी अध्यक्ष बीडी शर्मा ने कमलनाथ पर संविधान की शपथ तोड़ने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा, “कमलनाथ राज्य सरकार को ब्लैकमेल कर रहे हैं, लेकिन उन्हें खुलासा करना चाहिए कि यह पेन ड्राइव उन्हें कैसे मिली। जब वह मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने सरकारी सेवाओं का गलत इस्तेमाल किया। किसी नेता के खिलाफ कुछ भी साबित हुआ था, तो उन्होंने कोई कार्रवाई क्यों नहीं की थी?” मुख्यमंत्री पद का दुरुपयोग करने का आरोप लगाते हुए बीजेपी ने कमलनाथ पर पेन ड्राइव की चोरी तक के इल्ज़ाम लगाए हैं। बीजेपी काफी वक्त से आरोप लगा रही है कि कमलनाथ सरकार को ब्लैकमेल करने की कोशिश कर रही है।
वहीं इस मामले में बीजेपी अध्यक्ष बीडी शर्मा ने कहा, “उन्हें सभ्य नहीं, बल्कि गंदी राजनीति की है। पुलिस ने मामले की जांच के दौरान मुख्यमंत्री को पेन ड्राइव दी थी, नाकि कांग्रेस अध्यक्ष को। कमलनाथ ने महत्वपूर्ण रिपोर्टों की गोपनीयता बनाए रखने की मुख्यमंत्री की शपथ का स्पष्ट उल्लंघन किया है।”
वहीं इस मामले में बीजेपी का आरोप कांग्रेस विधायक उमंग सिंघार को बचाने का भी है।
कोशिश बीजेपी का कहना है कि कमलनाथ अपने विधायक को बचाने के लिए सारे खेल खेल रहे हैं। बीडी शर्मा ने कहा, “हनी ट्रैप कांड की पेन ड्राइव का शिगूफा छोड़कर कमलनाथ प्रदेश सरकार पर अनुचित दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं ताकि एक महिला को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप का सामना कर रहे पूर्व मंत्री और मौजूदा कांग्रेस विधायक उमंग सिंघार को कानून के पंजों से बचाया जा सके।”
इस पूरे प्रकरण के दौरान मुख्यमंत्री का पद कमलनाथ ने संभाल रखा था, और उन्होंने अब पेन ड्राइव अपने पास होने की बात कहकर खुद के लिए ही मुसीबत खड़ी कर ली हैं, क्योंकि इससे ये साबित हो गया है कि उन्होंने न सिर्फ सत्ता के दुरुपयोग से अपने विधायकों को बचाने की कोशिश की है, बल्कि संवैधानिक मर्यादाओं का भी उल्लंघन किया है। कमलनाथ पहले ही किसान आंदोलन में ‘आग लगाने’ वाले बयान को लेकर चर्चा में हैं, ऐसे में ये हनी ट्रैप का मुद्दा उन्हें भारी पड़ने वाला है।