ममता ने कहा था ‘CRPF को जाने दो फिर बताते हैं’, अब वो बता रही है!

ये था असली खेला

बंगाल बीजेपी हार

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों के नतीजों के हिसाब से तृणमूल कांग्रेस एक बार फिर से अपनी सरकार बनाने वाली है। चुनाव जीतने के तुरंत बाद तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने हिंसा की पुरानी प्रथा को जारी रखा। रिपोर्ट्स के अनुसार, पश्चिम बंगाल के तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा के कार्यकर्ताओं और कार्यालयों पर हमला बोल दिया है।

यह कोई जुबानी हमला नहीं बल्कि हिंसक हमला है। बता दे कि, अब तक 5 लोगों की जान जाने की खबर है।

आपको बता दें कि, आरामबाग के बीजेपी कार्यालय को तृणमूल कांग्रेस के गुंडों ने आग के हवाले कर दिया। बीजेपी के I&T department के नेशनल इंचार्ज अमित मालवीय ने ट्वीट करके एक वीडियो और पोस्ट साझा किया, “पश्चिम बंगाल विधानसभा के परिणाम आने के बाद, टीएमसी के गुंडों ने भाजपा के आरामबाग कार्यालय को जला दिया … क्या अगले 5 वर्षों के लिए बंगाल को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा? “

इसके बाद अमित मालवीय ने अपने ट्वीट में एक और वीडियो पोस्ट साझा करते हुए लिखा, “टीएमसी के कार्यकर्ता भाजपा के कार्यालयों को जलाने तक ही सीमित नहीं रहे, उन्होंने बिष्णुपुर में हमारे बूथ एजेंट के घर को भी आग के हवाले कर दिया..”

उधर, नंदीग्राम में भी जमकर हंगामा हुआ है। यहां तक की शुभेंदु अधिकारी की गाड़ी पर भी हमला हुआ है। बीजेपी के दफ्तर में भी तोड़फोड़ और आगजनी की कोशिश की गई है। भाजपा ने TMC पर इसका आरोप लगाया है। पार्टी ने दावा किया कि सिर्फ भाजपा दफ्तर ही नहीं, बल्कि यहां पर कई दुकानों और घरों में तोड़फोड़-आगजनी की गई है।

हाल ही में आई रिपोर्ट के अनुसार, टीएमसी के गुंडों ने कोलकाता के ABVP ऑफिस पर हमला बोला है। इस घटना में एक और बीजेपी कार्यकर्ता अभिजीत सरकार की जान चली गई है। वैसे ही नॉर्थ दुमदुम में बीजेपी कार्यालय पर उग्रवादियों ने हमला किया जिसमें एक और बीजेपी कार्यकर्ता की जान चली गई है।

बीजेपी के कार्यकर्ताओं के ऊपर यह हमले की योजना तृणमूल कांग्रेस के गुंडों ने रातों रात नहीं तैयार किया है। ममता बनर्जी ने अपनी रैली में अक्सर तृणमूल कांग्रेस के गुंडों को उकसाती हुई नजर आ रही थी। उनको कहते हुए सुना गया है कि, पहले सुरक्षा बलों को यहां से जाने दो, फिर हम बीजेपी को सबक सिखाएंगे।

अगर हम देखे तो पश्चिम बंगाल की राजनीति में नफरत का बीज और कोई नहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने डाला है।

और पढ़ें-TMC के सत्ता में आते ही बंगाल में राजनीतिक हिंसा की भी वापसी हो गई है

अभी चुनाव नतीजों को आए 24 घंटे ही हुए है और पश्चिम बंगाल में भयावह स्थिति बनी हुई है। हालांकि, पूरे चुनाव प्रक्रिया के दौरान टीएमसी के गुंडों ने हिंसा को अंजाम दिया है। पश्चिम बंगाल की यह दुर्दशा देखकर आने वाले 5 सालों में राज्य की स्थिति का अनुमान लगाना भी मुश्किल हो गया है।

खैर, उग्रवादियों से हम और क्या उम्मीद करें, लेकिन देश के गृह मंत्री अमित शाह की यह नैतिक जिम्मेदारी बनती है इस मामले को संज्ञान में ले और जल्द से जल्द कोई ठोस कदम उठाए।

Exit mobile version