UP के राजनीतिक गलियारों में एक बार फिर से हलचल मची हुआ है। वर्तमान उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को एक बार से BJP के प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की खबरें तेज हो गई है। रिपोर्ट्स की मानें तो ब्यूरोक्रेसी से राजनीति में आए अरविंद कुमार शर्मा (एके शर्मा) को उत्तर प्रदेश के डेप्युटी सीएम बनाए जाने को लेकर चर्चाएं तेज हो गई है। आपको बता दें कि, फिलहाल UP में दो उप मुख्यमंत्री है – दिनेश शर्मा और केशव प्रसाद मौर्य।
इसके साथ ही यह भी माना जा रहा है कि योगी सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार भी किया जा सकता है। कहा जा रहा है कि मंत्रिमंडल में पांच नए चेहरे शामिल किए जा सकते हैं। यह सब गतिविधियां आगामी विधानसभा चुनाव में मद्देनजर रखते हैं। साथ ही में कोरोना काल में योगी सरकार के कई ऐसे मंत्री हैं जो निष्क्रिय रहे हैं, उन्होंने जनता से उनकी परेशानियों से लेकर कोई संवाद नहीं किया है, जिसके कारण जनता के मन में उनके प्रति रोष भरा हुआ है।
बता दें कि UP विधानसभा में अब आठ से नौ महीने ही रह गई है। रिपोर्ट्स के अनुसार, उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को एक बार फिर प्रदेश संगठन (BJP) का अध्यक्ष बनाया जा सकता है, क्योंकि मौर्य BJP पार्टी संगठन को मजबूत करने में अव्वल माने जाते है। वहीं वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह का रिपोर्ट कार्ड अच्छा नहीं रहा है, जिसका प्रमाण आपको पंचायत चुनावों के नतीजों में देखने को मिल सकता है। बता दें कि पंचायत चुनावों में भाजपा अपनी गढ़ जैसे -अयोध्या और बनारस में भी कुछ खास कमाल नहीं कर पाई।
अब हम बात करते हैं उत्तर प्रदेश के होने वाले नए नए मुख्यमंत्री की तो, एक शर्मा मऊ जिले के रहने वाले हैं और वह गुजरात कैडर के आईएएस अधिकारी भी रह चुके है। जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री हुआ करते थे तब शर्मा उनके अधीन काम करते थे। रिटायरमेंट के बाद एक शर्मा ने राजनीति को चुना और भाजपा से जुड़ गए। जिसके बाद पार्टी ने उन्हें विधान परिषद का सदस्य घोषित किया।
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आपको बता दें कि अरविंद कुमार शर्मा ने जिस तरह प्रधानमंत्री के लोकसभा क्षेत्र वाराणसी में कोरोना संकट को नियंत्रित किया है, उसे लेकर भी केंद्रीय नेतृत्व उनका उपयोग अब राज्य स्तर पर करना चाहता है। इससे पहले भी शर्मा की छवि एक सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में रही है। शर्मा जब गुजरात के आईएएस अफसर थे तो उन्होंने “वाइब्रेंट गुजरात” जैसे सफल आयोजन को आयोजित किया है।
पश्चिम बंगाल के सिंगूर में स्थित टाटा नैनो प्लांट को गुजरात लाने में भी शर्मा की बड़ी भूमिका मानी जाती है।