Twitter के बाद, Fake News फैलाने के लिए Instagram को निशाने पर ले सकती है मोदी सरकार

अब इंस्टाग्राम की खटिया खड़ी हो सकती है!

इंस्टाग्राम ट्विटर

ऐसा लगता है कि, केंद्र सरकार इस बार आराम करने के मूड में नहीं है। जिस तरह से उत्तर प्रदेश सरकार ने ट्विटर को जानबूझकर फेक न्यूज को बढ़ावा देने के लिए हड़काया है और उसके विरुद्ध आपराधिक कार्रवाई किया है, वैसे ही केंद्र सरकार अब इंस्टाग्राम के विरुद्ध भी कार्रवाई कर सकती है।

हालांकि, ऐसा हुआ नहीं है लेकिन अगर इंस्टाग्राम ट्विटर की परिपाटी पर चलता रहा तो बहुत जल्द ही यह दिन भी देखने को मिल सकता है।
वो कैसे? दरअसल, पिछले कई दिनों से इंस्टाग्राम पर आरोप लगता रहा है कि वह जानबूझकर अपने प्लेटफ़ॉर्म पर धार्मिक उन्माद को बढ़ावा दे रहा है।

इसपर न केवल दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एक अहम कार्रवाई को अंजाम देते हुए इंस्टाग्राम के विरुद्ध जांच की है, बल्कि जल्द ही इस विषय पर संसद की एक विशेष कमेटी भी बैठेगी।

दिल्ली पुलिस द्वारा इंस्टाग्राम के विरुद्ध FIR मंगलवार को दर्ज की गई थी। इसमें IPC की धारा- 153 A (धार्मिक समूह के खिलाफ एक दूसरे समुदाय के बीच आपस में शत्रुता पैदा करना) का भी उल्लेख किया गया है। मामला दर्ज होने के बाद अब स्पेशल सेल की टीम जल्द ही पूछताछ के लिए नोटिस भेजकर इंस्टाग्राम अकाउंट से जुड़े अधिकारियों का बयान दर्ज करेगी, और फिर उसके बाद इस मामले में उचित कार्रवाई को अंजाम दिया जाएगा।

यह निर्णय उस समय लिया गया है, जब हाल में ही केंद्र सरकार द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, ट्विटर के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए उसका इंटरमीडियरी दर्जा समाप्त कर दिया, यानि उसकी कानूनी संरक्षण की भूमिका समाप्त कर दी गई है। अब आपत्तिजनक पोस्ट के लिए संबंधित शख्स के साथ-साथ ट्विटर भी उस विवादित मसले के लिए जिम्मेदार होगा।

इंस्टाग्राम पर देश विरोधी गतिविधियों, धार्मिक उन्माद फैलाने, सांप्रदायिक तनाव, समाज में तनावपूर्ण माहौल बनाने जैसे कई संगीन आरोप लग रहे हैं। लिहाज़ा इस मामले की गंभीरता को देखते हुए राजधानी दिल्ली, यूपी सहित कई राज्यों में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के खिलाफ मामले दर्ज हो रहे हैं।

इन मामलों की बढ़ती गंभीरता को देखते हुए खासतौर पर ट्विटर से जुड़े मसले पर 18 जून को एक महत्वपूर्ण बैठक होने वाली है। जहां गूगल, यूट्यूब, और काफी हद तब फेसबुक सरकार के संशोधित IT अधिनियमों को स्वीकारने को तैयार है, तो वहीं इंस्टाग्राम को कुछ जगह आपत्तियाँ है, लेकिन वह भी एक निश्चित जगह पर वॉट्सएप की भांति सुलह करने को तैयार है। बस ट्विटर ही अपने आप को सर्वशक्तिशाली समझ रहा है, जिसका खामियाजा उसे जल्द भुगतना पड़ेगा, और अगर इंस्टाग्राम अपनी हरकतों से बाज नहीं आया, तो उसे भी परिणाम भुगतना पड़ेगा।

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