कहने को बिहार में एनडीए सरकार है। लेकिन ये स्वस्थ गठबंधन कम और मजबूरी में किया समझौता अधिक लगता है। ये बात भाजपा भली भांति है और इसीलिए अब वह धीरे धीरे नीतीश कुमार और उनकी पार्टी को उनके कुकर्मों के लिए घेरने से भी नहीं हिचक रही, जैसे एम्बुलेंस घोटाला में वह कर रही है।
एम्बुलेंस घोटाला? जी हाँ, एम्बुलेंस घोटाला। जिस समय वुहान वायरस के विरुद्ध देश को एकजुट होना चाहिए, और अपने संसाधनों को वुहान वायरस से निपटाने की ओर अधिक केंद्रित चाहिए, उस समय भी कुछ अपने स्वार्थ के लिए लोगों की बलि चढ़ाने को तैयार है। उदाहरण के लिए अगर कोई एम्बुलेंस 7 लाख रुपये की है, तो उसे 21 लाख में बेचा जा रहा है।
यह घोटाला कहीं और नहीं, बल्कि बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय के गृह जिले सिवान में हुई है। बिहार सरकार के पूर्व मंत्री एवं भाजपा विधायक बिक्रम कुंवर ने एमएलए और एमएलसी फंड से दिए गए एंबुलेंस में घोटाले का आरोप लगाया है।
बिक्रम के अनुसार, “7 से 8 लाख की एंबुलेंस 21 से 22 लाख में खरीदी गई है। इसको लेकर मैंने पूर्व मंत्री ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चिट्ठी भी लिखी है और मामले की जांच कराने की मांग की है। ये एम्बुलेंस GEM पोर्टल से खरीदारी करने के बजाय किसी अन्य संस्था के द्वारा खरीदी गई हैं। वही एंबुलेंस और अन्य सामान जो एम्बुलेंस में लगता है, उसका ज्यादा मूल्य बढ़ाकर लिखा गया है और उसकी राशि निकाल ली गई है”।
असल में एम्बुलेंस खरीदने की जिम्मेदारी जिला प्रशासन के अंतर्गत डीपीओ (DPO) यानी डिस्ट्रिक्ट प्लानिंग ऑफिसर (District planning officer) की होती है। जिलाधिकारी ने तीन सदस्यीय कमिटी बनाकर इसके जांच के आदेश दिए हैं। घोटाले का खुलासा होने के बाद सीवान के जिलाधिकारी अमित कुमार पांडेय ने जांच टीम का गठन किया है। जिलाधिकारी ने ये भी कहा है कि कोविड 19 को ध्यान में रखकर स्टूमेंट्स और एम्बुलेंस का क्रय किया गया है, जिस कारण एम्बुलेंस की मूल्य बढ़ी हैं, और अब जांच के बाद ही पूरा मामला सामने आएगा।
बतौर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय का रिकॉर्ड वैसे भी बहुत खराब रहा है। जब 2019 में चमकी बुखार ने मुजफ्फरपुर में कई बच्चों की जान ली थी, तो यही बिहार के स्वास्थ्य मंत्री थे। कई वर्षों तक अनेक जगहों से वित्तीय सहायता मिलने के बाद भी मंगल पाण्डेय के नेतृत्व में स्वास्थ्य मंत्रालय बिहार में कोई विशेष परिवर्तन नहीं ला सका। वुहान वायरस को लेकर उनकी तैयारी एवं उनके प्रभाव के बारे में जितना कम बोलें उतना ही अच्छा।
अब सोचिए, जब यह हालत केवल सिवान जिले का है, जो मंगल पाण्डेय का गृह जिला है, तो फिर बाकी राज्य का क्या हाल होगा? ऐसे में भाजपा विधायक विक्रम कुँवर ने एम्बुलेंस घोटाले पर प्रकाश डालकर न सिर्फ मंगल पाण्डेय की घपलेबाजी की ओर इशारा किया, बल्कि ये भी संदेश दिया है कि आवश्यकता पड़ने पर भाजपा नीतीश कुमार और उनके नेताओं को उनके कुकर्मों के लिए छोड़ेगी भी नहीं।