मनीष मल्होत्रा, सब्यसाची और ऋतु कुमार का नाम तो आप सब ने सुना ही होगा। फैशन जगत में ये तीनों ही डिजाइनर जाने-माने नाम है, लेकिन अब ये एक और कारण से सुर्खियों में हैं। प्रवर्तन निदेशालय, आम आदमी पार्टी से काँग्रेस में आए विधायक सुखपाल सिंह खैरा के विरुद्ध मामला की जांच कर रहा था, और जल्द ही वित्तीय अनियमितताओं के चलते इन पर भी शिकंजा कसने लगा।
इन पर आरोप है कि सुखपाल सिंह खैरा के जरिए इन्होंने कथित तौर पर कालेधन का हेरफेर किया है। एक अफसर के अनुसार, “हमें सूचना मिली है कि 2018 से 2019 के बीच सुखपाल खैरा ने इन लोगों को लाखों की संख्या में नकद रुपये का भुगतान किया है।”
लेकिन यह सुखपाल सिंह खैरा है कौन? इससे नाता रखना मनीष, सब्यसाची और ऋतु के लिए इतना हानिकारक क्यों हो सकता है? दरअसल सुखपाल सिंह खैरा कट्टर खालिस्तानी समर्थक रहे हैं, जो एक समय पर आम आदमी पार्टी के काफी खास रहे थे। इन्होंने 2020 के कुख्यात ‘खालिस्तानी रिफ्रेन्डम 2020’ को भी बढ़ावा दिया था।
इसके अलावा 2015 में फजिल्का के एक ड्रग्स स्मगलिंग मामले में भी प्रवर्तन निदेशालय ने सुखपाल सिंह खैरा की संपत्ति पर धावा बोला था। बता दें कि 2015 में पंजाब पुलिस ने भारत-पाक बॉर्डर के निकट ड्रग स्मगलिंग में लिप्त एक बड़े रैकेट को उजागर किया था, जिसके साथ कथित तौर पर सुखपाल जुड़ा हुआ था।
पुलिस ने तब उस रेड में पौने दो किलो हेरोइन, 24 सोने के बिस्कुट, दो हथियार, 26 जिंदा कारतूस और दो पाकिस्तानी सिम कार्ड बरामद किए थे। सुखपाल खैरा ने अपने आप को बचाने के लिए पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट का रुख भी किया था। इन रेड के पश्चात प्रवर्तन निदेशालय ने दावा किया कि 12 वर्षों में सुखपाल ने अपनी घोषित संपत्ति 99 लाख बताई परंतु उसके खातों में लगभग 5 करोड़ रुपये जमा थे।
इसीलिए सुखपाल सिंह खैरा से वित्तीय लेनदेन सामने आने पर फैशन डिजाइनर मनीष मल्होत्रा, ऋतु कुमार, और सब्यसाची को प्रवर्तन निदेशालय का नोटिस मिलना स्वाभाविक ही नहीं, बल्कि अति आवश्यक भी था। सुखपाल, जो न केवल कट्टर कांग्रेसी बल्कि खालिस्तान प्रेमी भी है, अनेक बार भारत विरोधी गतिविधियों में पकड़ा जा चुका है।
यदि वह इन डिजाइनर के जरिए अपने घिनौने गतिविधियों को अंजाम देता पाया जाए, तो किसी को कोई हैरानी नहीं होगी। हाँ, ये अलग बात है कि तीनों प्रसिद्ध डिजाइनरों की प्रतिष्ठा पर एक गहरा दाग अवश्य लग जाएगा।