भाजपा नेता और असम के नए मुख्यमंत्री, हिमंता बिस्वा सरमा ने इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक इंटरव्यू में कहा है कि वह कांग्रेस के राजकुमार राहुल गांधी के आभारी हैं कि कांग्रेस के युवराज ने उनकी अनदेखी की और वह एक ऐसा अपमान था जिससे वह कांग्रेस छोड़ने पर मजबूर हुए।
उन्होंने कहा कि उसी अनदेखी के कारण आज वे असम के मुख्यमंत्री बने। इंडियन एक्सप्रेस से इंटरव्यू में बात करते हुए, असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा, “मैं राहुल गांधी का आभारी हूं। अगर उन्होंने मुझे कांग्रेस पार्टी से बाहर नहीं किया होता, मैं असम का मुख्यमंत्री नहीं बनता और राज्य की सेवा नहीं करता। इसलिए, अगर मैं आज इस पद पर हूं, तो वह famous meeting के कारण और इस तथ्य के कारण भी कि राहुल गांधी मुझे कांग्रेस पार्टी में चाहते ही नहीं थे।”
इस इंटरव्यू के दौरान विभिन्न मुद्दों पर बातचीत करने के साथ-साथ हिमंता ने राहुल गांधी के साथ उनकी उस famous meeting को याद किया, जिसमें राहुल गाँधी अपने पालतू कुत्ते ‘पिद्दी’ के साथ खेलने में व्यस्त थे। यही नहीं कई बैठकों में उनकी किसी भी बात का राहुल गाँधी की और से जवाब “So What” ही आता था।
बात तब कि है जब 2016 के असम विधानसभा चुनावों के लिए, हिमंत बिस्वा सरमा, जो उस समय कांग्रेस पार्टी में थे, उन्होंने असम की समस्याओं पर चर्चा करने के लिए राहुल गांधी से मुलाकात की थी। राहुल गाँधी उस दौरान कांग्रेस के उपाध्यक्ष हुआ करते थे तथा क्षेत्रीय नेता उनकी आज्ञा के बिना कुछ भी नहीं करते थे।
उस बैठक के दौरान अपने स्वाभाव के अनुसार कांग्रेस उपाध्यक्ष अपने कुत्ते दोस्त के साथ खेलने में व्यस्त थे और उन्होंने पूर्वोत्तर राज्य के क्षेत्रीय नेताओं पर कोई ध्यान नहीं दिया था। हालाँकि, यह मुलाकात हिमंता के जीवन का WaterShed Moment बन गई और उस टर्निंग पॉइंट के बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा।
बैठक को याद करते हुए, हिमंता बिस्वा सरमा ने यह भी खुलासा किया कि कैसे कांग्रेस नेताओं को गांधी-परिवार द्वारा उन्हें मिले इस तरह के अपमान की आदत थी। उसी बैठक की एक और घटना के बारे में बताते हुए, सरमा ने बताया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी से इतना डरते थे कि वे उसी प्लेट से बिस्कुट खा रहे थे जिससे राहुल गांधी ने अपने के कुत्ते ‘पिद्दी’ को बिस्कुट परोसा था।
अमस के नए मुख्यमंत्री सरमा ने बताया कि असम के पूर्व CM तरुण गोगोई सहित कई कांग्रेस नेताओं ने राहुल गांधी को राज्य के राजनीतिक घटनाक्रम से अवगत कराने के लिए उनसे मुलाकात की थी।
हालांकि, राहुल गांधी अपने कुत्ते ‘पिद्दी’ के साथ खेलने में व्यस्त थे और उन्होंने राज्य के नेताओं की अनदेखी की।
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घटना को याद करते हुए हिमंता बिस्वा सरमा ने इंडियन एक्सप्रेस से इंटरव्यू के दौरान कहा कि, “हमें चाय और बिस्किट परोसा गया, कुत्ता टेबल पर गया और टेबल से एक बिस्किट उठाया। राहुल ने मेरी तरफ देखा और मुस्कुराया। मैं सोच रहा था कि वह क्यों मुस्कुरा रहे हैं, मैं इंतजार कर रहा था कि राहुल गांधी कॉलिंग बेल दबाएं और किसी से प्लेट बदलने के लिए कहें। परन्तु ऐसा नहीं हुआ।”
उन्होंने बताया कि, “कुछ समय बाद, मैंने देखा कि कांग्रेस नेता जोशी, गोगोई सभी उसी प्लेट से बिस्कुट लेकर खाने लगे। मैं राहुल गाँधी से मिलने बार-बार नहीं आता था, इसी कारण उस बैठक में तब मुझे एहसास हुआ कि यह कांग्रेस नेताओं के लिए सामान्य है जैसा कि हर बैठक में होता है।“
हिमंता बिस्वा सरमा ने उस बैठक के अनुभव को बताते हुए कहा कि उन्होंने उस दिन फैसला किया कि अब बहुत हो गया और अब वे उस व्यक्ति (राहुल गांधी) के साथ नहीं रह सकते। सरमा के अनुसार, राहुल गांधी के साथ पिद्दी वाली मुलाकात कोई अकेली घटना नहीं थी जिसने गांधी परिवार की उदासीनता को उजागर किया।
उन्होंने कहा कि यह बैठक कई बैठकों के बाद हुई थी जो 2016 के असम चुनावों के दौरान हुए थे। हिमंत बिस्वा सरमा ने बताया कि उन्होंने ‘पिद्दी प्रकरण’ के बाद इस्तीफा दे दिया और सोनिया गांधी से मुलाकात की, जिन्होंने उन्हें एक बार राहुल गांधी से मिलने के लिए कहा।
यानी देखा जाये तो आग अगर हिमंता BJP में है और उनके सामर्थ्य को देखते हुए उन्हें मुख्यमंत्री का पदभार सौंपा गया है तो यह राहुल गाँधी के कारण ही है। यानी हिमंता को विपक्षी पार्टी की और से CM बनाने में अगर सबसे बड़ा हाथ किसी का है तो वह कांग्रेस के युवराज राहुल गाँधी का ही है।