कर्नलगंज का कांड याद है न आपको? हाँ वही कर्नलगंज, जहां से कुछ गैर मुस्लिम परिवारों को कुछ कट्टरपंथी मुसलमानों ने पलायन पर विवश किया था। अब ऐसा सामने आया है कि कर्नलगंज में पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई के पश्चात खुद वह कट्टरपंथी भागने पर विवश हो चुके हैं, और साथ ही साथ स्थानीय प्रशासन ने गैंगस्टर एक्ट भी लगा दिया है।
लेकिन मामला क्या है? दरअसल कर्नलगंज चर्च के सामने गली में रेलवे पटरी इलाके में दस हिंदू परिवार रहते हैं और यहीं पर कईं मुस्लिम परिवार भी रहते हैं।
जागरण रिपोर्ट के अनुसार,
“शनिवार की रात ब्यूटी पार्लर से लौट रही युवती से कट्टरपंथी मुसलमानों ने छेड़खानी की थी। विरोध करने पर उसके भाई को पीटा गया, जिससे दोनों पक्ष आमने सामने आ गए थे। बाद में कट्टरपंथियों ने युवती और उसके परिवार वालों को घर में घुसकर पीटा और तोड़फोड़ की थी। तद्पश्चात घर की महिलाओं और बेटियों से छेड़छाड़ से तंग आ चुके परिवारों ने पलायन करने का मन बना लिया है।”
इसके अलावा ये भी सामने आया कि जब इसका विरोध किया गया और मुकदमा दायर करने का प्रयास किया गया, तो शहर के काज़ी ने ये भी धमकी दी थी कि एक बार सत्ता परिवर्तन होने दो, उसके बाद ‘तुम्हें देख लेंगे’। लेकिन लगता है कि अब इन असामाजिक तत्वों की खैर नहीं –
जैसा कि, आप इस न्यूज क्लिपिंग के माध्यम से देख सकते हैं, पुलिस ने धमकी देने वालों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया। जागरण की रिपोर्ट के अनुसार, “थाना प्रभारी प्रभुकान्त ने बताया कि धमकी देने वाले अपने घरों से फरार हैं। जल्द ही इन्हे गिरफ्तार किया जाएगा। इनके विरुद्ध गैंगस्टर एक्ट के अंतर्गत मुकदमा चलाया जाएगा।”
अब यहीं कल्पना कीजिए, यदि यहाँ पर उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के बजाए अखिलेश यादव का शासन होता, तो? गैंगस्टर एक्ट तो छोड़िए, अब तो इन अपराधियों की आवाभगत अखिलेश बाबू स्वयं कर रहे होते। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में अपराधियों से चुन-चुन कर हिसाब लिया जाएगा।