दिल्ली की जनता के स्वास्थ्य के लिए मोहल्ला क्लीनिक और ऑक्सीजन की खपत को लेकर बड़ी-बड़ी बातें करने वाले अरविंद केजरीवाल का चरित्र जनता ने कोरोना की दूसरी लहर में देख लिया है। इसके इतर अब केजरीवाल सरकार दिल्ली में घर-घर राशन बंटवारे की स्कीम को लेकर चर्चा में हैं।
मोदी सरकार ने केजरीवाल की स्कीम को ठंडे बस्ते में डाल दिया है जिससे केजरीवाल काफ़ी भड़के हुए हैं। ऐसे में केजरीवाल के आरोपों और जनहित के दावों पर केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने उन्हें लताड़ दिया है कि, ‘ऑक्सीजन न पहुंचा पाने वाले घर-घर राशन पहुंचाने का ढोंग कर रहे हैं।’
राशन बंटवारे को लेकर पिछले काफी वक्त से दिल्ली की राजनीति में संग्राम मचा हुआ है, जिसको लेकर केजरीवाल आरोप लगा रहे हैं कि मोदी सरकार गरीबों की सुविधाओं को रोकने की कोशिश कर रही है। इसके विपरीत नीतियों की अवहेलना को कारण बताते हुए उप राज्यपाल अनिल बैजल ने दोबारा केजरीवाल की घर-घर राशन स्कीम पर रोक लगा दी है।
ऐसे में भड़के हुए केजरीवाल को रविशंकर प्रसाद ने काफी तगड़ी लताड़ लगाई है, और दिल्ली सरकार पर राशन माफिया का नियंत्रण होने तक की बात कह दी है।
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रविशंकर प्रसाद ने कोरोनावायरस की दूसरी लहर का उल्लेख करते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल की सरकार उस समय पूर्णतः फेल रही थी, और अब एक नए जुमले के साथ सामने आई है।
उन्होंने कहा, “अरविंद केजरीवाल हर घर अन्न की बात कर रहे हैं, जबकि हकीकत यह है कि कोरोना काल में वह न तो अस्पतालों में ऑक्सीजन पहुंचा सके और ना मोहल्ला क्लीनिकों में दवा पहुंचा सके। हर घर राशन भी एक जुमला है। दिल्ली सरकार राशन माफिया के नियंत्रण में है।”
दिल्ली सरकार का राशन माफिया से संलग्न होने का आरोप लगाते हुए रविशंकर ने कहा, “दिल्ली की राशन की दुकानों में अप्रैल 2018 से अब तक POS मशीन का ऑथेंटिकेशन शुरू क्यों नहीं हुआ? अरविंद केजरीवाल SC-ST वर्ग की चिंता नहीं करते हैं, प्रवासी मजदूरों और गरीबों की पात्रता की भी चिंता नहीं करते हैं।”
कानून मंत्री ने केजरीवाल को प्रतिदिन नया ढकोसला करने वाला करार दिया। उन्होंने पूछा, “अरविंद केजरीवाल जी जवाब दें कि दिल्ली में वन नेशन-वन राशन कार्ड लागू क्यों नहीं हुआ? क्या परेशानी और क्या दिक्कत है, आपको वन नेशन-वन राशन कार्ड योजना से?”
रविशंकर प्रसाद ने एक बार फिर वन नेशन वन कार्ड की खूबियों का उल्लेख करते हुए कहा, “भारत सरकार देश भर में दो रुपये प्रति किलो गेहूं, तीन रुपये प्रति किलो चावल देती है। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत पिछले साल की तरह इस बार भी नवंबर तक गरीबों को मुफ्त राशन दिया जा रहा है। चावल का खर्चा 37 रुपये प्रति किलो होता है और गेहूं का 27 रुपये प्रति किलो होता है। भारत सरकार सालाना करीब दो लाख करोड़ रुपये इसमें खर्च करती है।”
उन्होंने सवाल उठाया है कि केजरीवाल ने अभी तक दिल्ली में वन नेशन वन राशन कार्ड की स्कीम लागू क्यों नहीं की है।
शर्म करो केजरीवाल!
खुद को गरीब जनता का बेटा बताने वाले,उनके हक का जो मोदी जी ने मुफ़्त राशन भेजा था,वो प्रतिदिन दिन दिल्ली सरकार के स्कूलों,सरकारी गोदोमों में सड़ा हुआ मिल रहा है।वसंत कुंज का यह विडिओ साफ दर्शाता है की केजरीवाल गरीबों का हक़ मार कर,अपनी काला बाज़ारी कर रहें हैं। pic.twitter.com/MXurS2adiM— Siddharthan मोदी का परिवार (@siddharthanbjp) June 11, 2021
रविशंकर प्रसाद ने अपने सवालों से इशारों में ही साफ कर दिया है कि केजरीवाल सरकार राशन माफियाओं के जरिए दिल्ली में भ्रष्टाचार का खेल खेलती है, इसीलिए अब तक मोदी सरकार की वन नेशन वन कार्ड की स्कीम लागू नहीं की है।
कुछ दिनों पहले ही एक वीडियो सामने आया था जिसमें बताया गया था कि दिल्ली के गरीबों के लिए मोदी सरकार द्वारा भेजा गया राशन, गरीबों तक पहुंचा ही नहीं, बल्कि गोदामों में भर दिया गया। इस पर दैनिक जागरण ने एक रिपोर्ट भी प्रकाशित की थी। साफ है कि केजरीवाल का मुख्य टारगेट जनहित नहीं, बल्कि भ्रष्टाचार और कुछ खास लोगों का हित है।
ऐसे में अब जब अरविंद केजरीवाल एक बार फिर घर-घर राशन भेजने की नौटंकी के साथ सामने आए हैं तो मोदी सरकार के मंत्री केजरीवाल पर शाब्दिक तमाचे जड़ रहे हैं, क्योंंकि केजरीवाल जनता के हित से इतर अपने कुछ खास सहयोगियों और राशन माफियाओं की जेबें भरने में लगे हुए हैं।