भारत में माइक्रोब्लॉगिंग साइट Twitter की पिछले कुछ दिनों में काफी दुर्दशा हो चुकी है। इसके बावजूद Twitter अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। नए आईटी नियमों के पालन को लेकर Twitter पर पहले ही कार्रवाई की तलवार लटक रही है। वहीं अब Twitter ने भारत में कुछ महत्वपूर्ण बड़ी शख्सियतों के वेरिफिकेशन बैज को हटा दिया है, जिसमें आरएसएस के कई बड़े नेता भी शामिल हैं। भारत में पहले से चल रहे टकराव को देखते हुए Twitter की मुश्किलें और अधिक बढ़ सकती है़ं, और इस हालिया विवाद को Twitter के लिए किसी आत्महत्या की तरह ही देखा जा रहा है।
Twitter's surgical strike on VP, RSS members among other accounts defies logic. No explanation for unverifying handles. Petulance, prejudice or flawed process? Centre must seek answers.
— Rahul Shivshankar (@RShivshankar) June 5, 2021
Twitter लगातार खुद ही अपने लिए में मुसीबतों के नए गड्डे खोद रहा है, जिससे उसका भारत में अस्तित्व मिट सकता है। कंपनी ने भारत के उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के आधिकारिक Twitter Handle से वेरिफिकेशन का बैज हटा लिया था, जिसके बाद सोशल मीडिया में बवाल मच गया है। इस मामले में अब सामने आया है कि केवल उप-राष्ट्रपति ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत के Twitter अकाउंट का वेरिफिकेशन बैज भी हटाया गया है जो कि आश्चर्यजनक बात है।
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ख़बरों के मुताबिक Twitter ने कई आरएसएस पदाधिकारियों के हैंडल पर इस तरह की औचक कार्रवाई की है जो कि अप्रत्याशित मानी जा रही है। आरएसएस के पदाधिकारियों में सरकार्यवाह सुरेश जोशी के अलावा सह सर कार्यवाह कृष्णगोपाल, सह सरकार्यवाह सुरेश सोनी और संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख अरुण कुमार शामिल हैं। दिलचस्प बात ये भी है कि उप-राष्ट्रपति के अकाउंट के का वेरिफिकेशन बैज बहाल कर दिया गया है, लेकिन अन्य लोगों के Twitter अकाउंट नहीं सही हुए है।
वहीं, अचानक हुई इस कार्रवाई पर Twitter ने कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, जो कि Twitter की विश्वसनीयता और जवाबदेही पर सवाल खड़े करता है। वहीं, इस मामले सरकारी सूत्रों का कहना है कि मोदी सरकार Twitter की अचानक हुई इस कार्रवाई से काफी नाराज है और सरकार Twitter को नोटिस भेजकर विस्तृत जवाब मांग सकती है। पिछले काफी वक्त से नए आईटी नियमों को लेकर मोदी सरकार और ट्विटर के बीच में जंग छिड़ी हुई है, और ये मामला अब कोर्ट में भी जा चुका है, जिसके बाद Twitter पर बैन होने की तलवार लटकने लगी है।
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वहीं इस बीच Twitter के वेरिफिकेशन बैज हटने के इस कांड ने उसके लिए मुसीबतें अधिक बढ़ा दी हैं। Twitter का लगातार बदतर हो रहा ये रवैया भारत में उसने अस्तित्व के लिए ही एक बड़ा खतरा बन सकता है।