असम में समुदाय विशेष के लोगों ने डॉक्टर को पीटा, हिमंता सरकार ने उनके नाम जारी कर लिया एक्शन

इन्हें कड़ी सजा मिलनी चाहिए!

होजाइ (असम)

कट्टरपंथी मुसलमानों की गुंडई दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। असम के होजाइ जिले एक कोविड केयर सेंटर में एक संक्रमित मरीज की मृत्यु क्या हुई, कट्टरपंथी मुसलमानों ने उस जगह उपद्रव मचा दिया। एक जूनियर डॉक्टर को पकड़कर बहुत मारा गया और कई नर्सों के साथ बदतमीजी भी की गई, लेकिन असम सरकार भी हाथ पर हाथ धरे बैठने वालों में से नहीं है। उन्होंने तुरंत एक्शन लेते हुए अब तक 24 कट्टरपंथियों को हिरासत में लिया है और उनके नाम भी सार्वजनिक किये हैं।

दरअसल, असम के होजाइ जिले में स्थित एक कोविड केयर सेंटर में एक मरीज की मौत होने के बाद उसके परिजनों ने डॉक्टर के साथ मारपीट की। यह घटना मंगलवार यानि कल हुई थी। इस घटना के मामले में अब तक 24 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें मोहम्मद कमरुद्दीन, मोहम्मद जैनलुद्दीन, रेहनुद्दीन, सईदुल आलम, रहीमुद्दीन, राजुल इस्लाम, तैयबर रहमान और साहिल इस्लाम शामिल हैं। पीड़ित डॉक्टर सेजु कुमार सेनापति उडाली कोविड केयर सेंटर में तैनात थे।

असम के स्पेशल DGP जीपी सिंह के अनुसार, “होजाइ के एसपी को मैंने सभी आरोपियों की तुरंत धर-पकड़ करने का निर्देश दिए हैं। इसके बाद 1 जून को ही अर्धरात्रि तक 8 आरोपियों को दबोच लिया गया था। मैं आश्वासन देता हूँ कि एक-एक दोषी को कानून के अनुसार सज़ा दिलाई जाएगी। अगले दिन 4 बजे तक 24 लोगों की गिरफ्तारी कर ली गई हैं। आरोपियों में एक महिला भी है, जिसे वीडियो में डॉक्टर के साथ मारपीट करते हुए देखा जा सकता है।

इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें बदमाशों का समूह अस्पताल के भीतर घुस कर डॉक्टर के कपड़ें उतार कर उन्हें घसीट-घसीट कर पीट रहा था। लात-घूसों से डॉक्टर की पिटाई की गई थी। उनमें से एक अपने हाथ में बर्तन लेकर ताबड़तोड़ वार कर रहा था।

इस घटना को लेकर डॉक्टर कमल देबनाथ ने मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा को टैग कर के इस घटना की ओर उनका ध्यान आकृष्ट कराया। डॉक्टर देबनाथ ने कहा कि सीएम खुद देखें कि राज्य में फ्रंटलाइन वर्कर्स की क्या हालत है। उन्होंने कहा कि इस निष्क्रियता की सज़ा डॉक्टर भुगत रहे हैं।

इस पर मुख्यमंत्री बेहद क्रोधित हुए और उन्होंने तुरंत स्पष्ट किया कि इस तरह की होजाइ में हुई असभ्य हरकत को उनके प्रशासन द्वारा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने असम पुलिस को आवश्यक कार्रवाई के लिए निर्देश दिए। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिख कर मेडिकल कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह करते हुए कहा कि पूरे देश में इस तरह की घटनाएँ सामने आ रही है, इसलिए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।

हिमंता बिस्वा सरमा के ट्वीट के अनुसार, “हमारे फ्रंटलाइन कर्मचारियों पर ऐसा कायराना हमला बिल्कुल भी स्वीकार नहीं किया जाएगा। असम पुलिस ये सुनिश्चित करेगी कि गुनहगारों को जल्द से जल्द सजा मिले” –

पुलिस ने बताया है कि गिरफ्तार किए जाने वालों में मुख्य आरोपित के अलावा इस घटना की साज़िश रचने वाले भी शामिल हैं। मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि वो व्यक्तिगत रूप से इस घटना के सम्बन्ध में हो रही कार्रवाई की निगरानी कर रहे हैं और वादा करते हैं कि न्याय होगा। इससे स्पष्ट होता है कि असम में जब तक हिमंता बिस्वा सरमा का शासन है, तब तक कट्टरपंथी मुसलमानों को उनकी मनमानी नहीं करने दी जाएगी।

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