“मुकदमे के लिए तैयार रहो”, हरदीप सिंह पुरी की पत्नी ने कांग्रेस IT सेल के साकेत गोखले का धागा खोल दिया

दुष्प्रचार का एजेंडा फैलाने निकले थे, कोर्ट केस गले पड़ गया!

लक्ष्मी एम पुरी

लिबरल मीडिया और प्रोपेगेंडाधारी लोग आजकल बिना सोचे-समझे अपना एजेंडा चलाने की कोशिश करते हैं और फिर अपने जाल में खुद ही फंस जाते हैं। कुछ ऐसा ही कांग्रेसी आईटी सेल के साकेत गोखले के साथ भी हुआ है, जिन्होंने Twitter पर केन्द्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी की पत्नी और पूर्व आईएफएस अधिकारी लक्ष्मी एम पुरी पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए, जिसका लक्ष्मी ने न केवल जवाब दिया, बल्कि बेबुनियाद आरोप लगाने के मुद्दे पर साकेत खोखले को कानूनी नोटिस भी भेज दिया है। बिना तथ्यों के केवल एजेंडे के आधार पर दुष्प्रचार फैलाना ही अब साकेत गोखले के गले की फांस बन गया है।

दरअसल, केन्द्रीय मंत्री हरदीप पुरी की पत्नी और पूर्व आईएफएस अधिकारी लक्ष्मी एम पुरी को लेकर साकेत गोखले ने ट्वीट किया और कहा कि “लक्ष्मी पुरी ने स्विट्जरलैंड में 25 लाख डॉलर का एक घर खरीदा था और दंपति के पास इस ख़रीदे हुए घर की आय का पर्याप्त वैध स्रोत नहीं थे। घर 2006 में खरीदा गया था। गोखले ने कहा कि लक्ष्मी पुरी ने 1.6 मिलियन का लोन भी लिया था, जो कि 2017 में पता लगा था। पुरी को CHF 3,00,000 की आय दिखानी थी, लेकिन गोखले ने अपने गणित के अनुसार बताया कि उनके लिए आय का स्रोत बताना संभव नहीं है।

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साकेत गोखले ने लक्ष्मी एम पुरी की सालाना आय 10-12 लाख रुपए बताते हुए बताया कि पूरी ने करीब 4.3 करोड़ रुपए डाउनपेमेंट के तौर पर दिए होंगे, जो कि ज्ञात आय के जरिए देना संभव ही नहीं है।  इसको लेकर लक्ष्मी एम पुरी ने Twitter पर ताबड़तोड़ जवाब देकर साकेत गोखले को शर्मसार कर दिया और कहा कि उन्हें वेतन आईएफएस स्केल के आधार पर नहीं बल्कि संयुक्त राष्ट्र के वेतनमान के अनुसार दिया जा रहा था, जो कि करीब 2 लाख डॉलर से अधिक का था, जो कि सालाना करीब 1.5 करोड़ रुपए तक बनता है।

साकेत गोखले के ट्वीट को लेकर उन्होंने लिखा, “साकेत गोखले अपने तथ्यों को ठीक करें। यह कोई ‘रहस्य’ नहीं है। मैं 2002 से फरवरी 2018 तक एक अंतर्राष्ट्रीय सिविल सेवक थी। जब मैंने जिनेवा में अपार्टमेंट खरीदा, तो मुझे सालाना 200,000 अमेरिकी डॉलर से अधिक का कर मुक्त संयुक्त राष्ट्र वेतन मिला। सभी तथ्य संबंधित अधिकारियों को घोषित कर दिए गए हैं आप मुकदमा चलाने की तैयारी करें।”

https://twitter.com/SaketGokhale/status/1407619753909256202?s=20

इसके बावजूद साकेत गोखले अपनी नौटंकियों से बाज नहीं आए और कहा कि यदि लक्ष्मी एम पुरी की इनकम 1.5 करोड़ तक थी, तो फिर हरदीप पुरी ने 11.52 लाख ही क्यों बताई? जबकि लक्ष्मी पुरी भारत में नहीं कमा रही थी और न ही भारत में टैक्स दे रही थी, इसीलिए हरदीप पुरी ने उतने ही पैसे की जानकारी दी, जो कि आईटीआर फाइलिंग के अंतर्गत आता है, लेकिन लिबरल साकेत इसके जरिए हरदीप पुरी पर ही झूठ बोलने का आरोप लगाने लगे।

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इस मुद्दे को लेकर साकेत खोखले को ट्विटर पर लक्ष्मी एम पुरी समर्थकों ने खरी-खोटी सुनाई है। साकेत गोखले को लताड़ने के बाद लक्ष्मी पुरी ने उन पर ताबड़तोड़ कानून कार्रवाई भी की और अपने वकील के जरिए उन्हें कानूनी नोटिस भी भेज दिया। नोटिस में कहा गया है कि गोखले के ट्वीट तथ्यात्मक रूप से गलत हैं और अपमानजनक हैं। इसमें कहा गया है कि ट्वीट्स दुर्भावना से प्रेरित और प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से पेश किए गए हैं। वहीं पैंन कार्ड की डिटेल्स सार्वजनिक करने के मुद्दे पर भी साकेत गोखले को नोटिस में लताड़ा गया है। इस नोटिस में साफ कहा गया कि साकेत गोखले यदि अपने ट्वीट्स हटाने के साथ ही माफी नहीं मांगते तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

इस पूरे प्रकरण के बाद कांग्रेस आईटी सेल साकेत गोखले की मुसीबतें बढ़ गईं हैं, क्योंंकि केन्द्रीय मंत्री और उनकी पूर्व आईएफएस अधिकारी पत्नी लक्ष्मी एम पुरी पर बिना तथ्यों की जानकारी के बेबुनियाद आरोप लगाए गए हैं और इसका उद्देश्य केवल भ्रष्टाचार का झूठा एजेंडा चलाना ही था, लेकिन अब साकेत गोखले ही कानून के रडार में आ गए हैं।

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