उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। उत्तर प्रदेश में बांग्लादेशियों और रोहिंग्या घुसपैठियों को अवैध तरीके से बसाया जा रहा है। साथ ही में उनके लिए फर्जी आधार कार्ड, वोटर आईडी एवं अन्य दस्तावेज भी मुहैया कराये जा रहे हैं, ताकि वो आगामी विधानसभा चुनाव में “वोट बैंक” में तब्दील हो सकें। ऐसे में उत्तर प्रदेश पुलिस ने यूपी के कई जिलों में रोहिंग्याओं की छानबीन तेज कर दी है।
यूपी पुलिस के मुताबिक, बांग्लादेश के रास्ते अवैध घुसपैठ कर सूबे के अलग-अलग जिलों में पहचान बदलकर रोहिंग्या रह रहे हैं। यूपी पुलिस ने दावा किया है कि अभी तक कुछ ही रोहिंग्या उनके हाथ आए है और बाकियों की तलाश जारी है।
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बता दें कि, यूपी की एटीएस ने गाजियाबाद जिले से दो रोहिंग्या मुस्लिमों को गिरफ्तार किया है। इनमें से एक का नाम आमिर हुसैन है और दूसरे का नाम नूर आलम है। गिरफ़्तारी के बाद यूपी एटीएस दोनों को 5 दिनों की रिमांड पर लेकर लखनऊ ले आई, जहां पूछताछ के दौरान इन दोनों ने कई बड़े खुलासे किए हैं।
यूपी एटीएस ने बताया कि इन दोनों रोहिंग्याओं ने पूछताछ के दौरान जो खुलासा किया है, वो बेहद ही चौंकाने वाला है। गिरफ्तार रोहिंग्याओं ने एटीएस को बताया कि देश में आमिर हुसैन नाम का एक ऐसा वेंडर है जो रोहिंग्याओं की भारत में घुसपैठ करवाता है। इन दोनों ने ये भी बताया कि ये वेंडर देश की राजधानी दिल्ली में सक्रिय है और ये खजूरी खास से रोहिंग्याओं के देश में घुसपैठ के मामलों को अंजाम देता है।
उत्तर प्रदेश ADG लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि, “उत्तर प्रदेश में रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों का ठिकाना बनाने की साजिश चल रही है। ऐसा माना जा रहा है कि विधानसभा चुनाव से पहले इन सभी रोहिंग्या घुसपैठियों को राशन कार्ड और पैन कार्ड बनवा कर उनको उत्तर प्रदेश में स्थाई नागरिकता भी दिलवाई जा रही है, जिससे यूपी में इनका चुनावी फायदा भी उठाया जा सके।”
एडीजी कुमार ने यह भी बताया कि इस काम के लिए इनको अच्छी खासी रकम भी दी जा रही है।
प्रशांत कुमार ने आगे बताया कि अब उत्तर प्रदेश की हर विधानसभा में रोहिंग्या घुसपैठ कर चुके हैं। चूंकि उनके पास आधार कार्ड से लेकर वोटर कार्ड तक, सारे दस्तावेज हैं, उनकी पहचान कर पाना भी मुश्किल है। ज्यादातर रोहिंग्या प्रदेश के बूचड़खाने में काम करते हैं, जहां वो मोटी रकम कमाते हैं।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव सर पर हैं और जिस प्रकार से रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों को राज्य में बसाया जा रहा है, वह बेहद चिंताजनक है। ऐसे में केंद्र सरकार को घुसपैठियों से निपटने के लिए अपना रामबाण उपाय, NRC की कवायद शुरू कर देनी चाहिए।