आज सम्पूर्ण भारत में कांग्रेस पार्टी केवल तीन राज्यों तक सिमट कर रह गई है। यह तीन राज्य हैं- पंजाब, राजस्थान और छत्तीसगढ़। यह तीन राज्य ऐसे हैं, जहां कांग्रेस अपने बलबूते सरकार बनाने में सफल हुई है। अब कमाल की बात यह है कि तीनों राज्य धांधली में एक से बढ़कर एक हैं, कभी ये वैक्सीन की बर्बादी के लिए तो कभी जनता को वैक्सीन के नाम पर ठगने के लिए आए दिन चर्चा में रहते हैं। राजस्थान कांग्रेस के बारे में दैनिक भास्कर हर रोज बता रहा है। ऐसे में पंजाब से भी सरकार नियंत्रित वैक्सीन घोटाला सामने आया है।
दरअसल, पंजाब सरकार सस्ते दामों में केंद्र सरकार से COVAXIN खरीदकर उसे निजी अस्पतालों में महंगे दामों में बेच रही है। पंजाब सरकार ने राज्य कोटे के तहत खरीदी गई COVAXIN को निजी अस्पतालों में बेच कर कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (CSR) के नाम पर 660 रुपये प्रति खुराक का लाभ कमाया है। इसके अलावा, निजी अस्पताल को ₹500 प्रति शॉट का लाभ होता है, क्योंकि प्रत्येक ग्राहक को ₹1,560 का भुगतान करना होता है।
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हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, हाल ही में खरीदी गई एक लाख शीशियों में से, राज्य सरकार ने राज्य भर के निजी अस्पतालों को कम से कम 20,000 शीशियों को 1,060 रुपये प्रति खुराक की दर से बेच दिया है। बता दें कि पंजाब सरकार ने यह वैक्सीन राज्य कोटे के माध्यम से केंद्र सरकार से 400 रुपये में खरीदी थीं। अब निजी अस्पताल लोगों से कम से कम ₹1,560 प्रति शॉट वसूल रहे हैं। यानी 400 रुपये की वैक्सीन के लिए राज्य की जनता 1,560 रुपये का भुगतान कर रही है। वहीं, उत्तर प्रदेश जैसे कई राज्य ऐसे हैं जहां फ्री में कोरोना की वैक्सीन लोगों को लगाई जा रही है, जबकि खुद कांग्रेस हाईकमान केंद्र से फ्री वैक्सीन देने की मांग करती रहती है।
सच्चाई सामने आने के बाद भी आलाकमान गोलमोल जवाब देने में जुटी हुई है। यही कारण है कि वैक्सीन के लिए पंजाब के नोडल अधिकारी और वरिष्ठ आईएएस अधिकारी विकास गर्ग से वैक्सीन की तथाकथित कालाबाजारी को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, “हमने इसे 400 रुपये की दर से खरीदा है और निजी अस्पतालों को उसी दर पर दे रहे हैं, जिस दर पर उन्होंने इसे सीधे निर्माता से खरीदा था। निजी अस्पताल केवल वैक्सीन खरीदने के लिए बनाए गए CSR फंड खाते में पैसा जमा कर रहे हैं।”
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यह खबर समाने आने के बाद भाजपा और अकाली दल ने कांग्रेस पर निशाना साधा है। भाजपा नेता अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस के इस नीति को वन टू का फोर नीति बताया है। ठाकुर ने कहा है कि, “यह सरसार विश्वासघात है, जनता माफ नहीं करेगी।” वहीं, शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर बादल ने वैक्सीन को लेकर पंजाब सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि स्वास्थ्य मंत्री ने करोड़ रुपये का घोटाला किया है ।
मतलब जो टीका जनता को मुफ़्त में लगाना था कांग्रेस राज में वही टीका ₹ 3120 में लग रहा है।
“ ये कांग्रेस की Forever Favourite वन टू का फ़ोर पॉलिसी है”
राजस्थान में गहलतोत सरकार पंजाब से दो कदम आगे निकल गई..
राजस्थान में पहले 11.50 लाख से भी अधिक वैक्सीन की डोज बर्बाद की गई।
— Anurag Thakur (मोदी का परिवार) (@ianuragthakur) June 3, 2021
कांग्रेस नेता राहुल गांधी आए दिन ट्विटर पर केंद्र सरकार को फ्री टीकाकरण के लिए नसीहत देते रहते हैं और उनकी इस नसीहत को उनके मुख्यमंत्री ने भी गंभीरता से नहीं लिया है। अगर कांग्रेस शासित तीनों राज्यों का हाल बताएं तो- पंजाब वैक्सीन को महंगा बेच कर मुनाफा कमा रहा है। वहीं, कांग्रेस शासित दूसरे राज्य राजस्थान में हजारों की संख्या में वैक्सीन को कूड़ेदान में फेंका गया है। अब रही बात छत्तीसगढ़ की तो, छत्तीसगढ़ में 30.2 प्रतिशत वैक्सीन बर्बाद की जा रही हैं।