बीजेपी और आरएसएस नेताओं के हाल ही के लखनऊ दौरे के मद्देनजर लिबरल मीडिया ने हिटजॉब शुरू कर दिया था कि यूपी सरकार में भारी बदलाव हो सकते हैं। अब इन अटकलों के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट कर दिया है कि 2022 में “आएगा तो योगी ही।” उन्होंने स्पष्ट कहा कि 2022 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी दो तिहाई बहुमत से जीतेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ लोग इन मीटिंग्स की अलग-अलग व्याख्या कर रहे हैं, जिससे इसे एक नया राजनीतिक मोड़ मिल रहा है। सीएम योगी ने टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए एक साक्षात्कार में कहा, “इसके अलावा आकर्षक सुर्खियां बटोरने तथा लोगों का ध्यान खींचने के लिए सनसनीखेज और बढ़ा-चढ़ाकर पेश करना मीडिया की पेशेवर मजबूरी थी।” उनका स्पष्ट इशारा मीडिया द्वारा उनके सरकार से हटाये जाने की खबरों की और था जिसे लिबरल मीडिया योगी और मोदी के बीच दरार की तरह पेश करने में जुटी थी।
बता दें कि इससे पहले भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बीएल संतोष और पार्टी के यूपी प्रभारी राधा मोहन सिंह ने राज्य का दौरा किया था और कैबिनेट फेरबदल की अटकलों पर विराम लगाते हुए इशारा किया था कि मुख्यमंत्री योगी कहीं नहीं जा रहे हैं।
यूपी के सीएम ने बेबाक अंदाज में कहा कि इस तरह की बैठकें नई नहीं हैं और पार्टी कैडर को सक्रिय रखने के लिए यह एक नियमित कार्यक्रम है। उन्होंने कहा कि, “ये मुलाकातें नई नहीं हैं। बीजेपी एक कैडर आधारित पार्टी है जो भाई-भतीजावाद का पालन नहीं करती है। पार्टी अपने कैडर को सक्रिय रखती है। इसके लिए वरिष्ठ नेता हर दो महीने में मिलते हैं और राज्य इकाइयों के साथ बैठक करते हैं। हमारे प्रदेश प्रभारी (भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राधा मोहन सिंह) महीने में दो बार यूपी आते हैं। पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने चार महीने पहले खुद लखनऊ का दौरा किया था।“
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राज्य में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के सवाल पर उन्होंने कहा कि वह विपरीत परिस्थितियों का सामना करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा, “हमने 2014 के लोकसभा चुनाव, 2017 के यूपी विधानसभा चुनाव और 2019 के चुनावों में जीत हासिल की। हम न केवल कोरोनावायरस के खिलाफ, बल्कि ‘रजनीतिक संक्रमण’ के खिलाफ भी लड़ाई लड़ रहे हैं। हम पीएम मोदी के नेतृत्व में इसका मुकाबला करना जारी रखेंगे। 2022 में बीजेपी दो तिहाई बहुमत से जीतेगी। योगी आदित्यनाथ ने भी अपनी राष्ट्रीय महत्वाकांक्षाओं की अटकलों को खारिज कर दिया और खुद को एक ‘आम सैनिक’ बताया जो भाजपा के दृष्टिकोण के अनुसार काम कर रहा है।
यानी मीडिया के हिट-जॉब्स के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘आएगा तो योगी ही’ की घोषणा कर दी है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि विपक्ष और मीडिया क्या रणनीति अपनाता है।