अतीक अहमद और मुख्तार अंसारी जैसे बाहुबलियों से योगी सरकार ने वसूले 11.28 अरब रुपये

योगी सरकार में गैंगस्टर की खैर नहीं!

योगी सरकार

Jansatta

जब से उत्तर प्रदेश की कमान योगी आदित्यनाथ ने संभाली है, तब से ही अपराधियों को छुपने की जगह भी नहीं मिल रही है। न सिर्फ उन्होंने अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की है, बल्कि बड़े बड़े गैंगस्टर को एक तुच्छ कैदी बना दिया है। सिर्फ इतना ही नहीं उनके डर और नेटवर्क को तोड़ उनकी संपत्ति भी जब्त कर ली है। योगी सरकार की इस कार्रवाई से यूपी में संगठित अपराध में लिप्त माफियाओं की कमर टूट गई है। योगी सरकार ने प्रदेश भर में माफियाओं के खिलाफ की गई कार्रवाई के आंकड़े जारी किए हैं और बताया कि जनवरी 2020 से अप्रैल 2021 तक कुल 5558 मामले दर्ज किए गए, जिनमें 22,259 अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की गई।

एडीजी (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया कि, “उत्तर प्रदेश में एक जनवरी 2020 से अप्रैल 2021 की अवधि के बीच गैंगस्टर एक्ट के तहत 5,558 मुकदमे दर्ज कर 22,259 अपराधियों की 11.28 अरब रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त की है। साथ ही चिन्हित किए गए 25 माफिया के खिलाफ बड़े स्तर पर कार्रवाई की जा रही है।”

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एडीजी प्रशांत कुमार का कहना है कि, “मई 2021 तक माफिया मुख्तार अंसारी गिरोह के 244 सदस्यों की वाराणसी, आजमगढ़, मऊ व अन्य जिलों में करीब दो अरब रुपये की चल-अचल संपत्ति के जब्तीकरण व ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई है। इस गिरोह के सदस्यों के विरुद्ध 102 मुकदमे दर्ज कर 158 आरोपियों की गिरफ्तारी की गई है।

उन्होंने बताया कि, “प्रदेश स्तर पर कुल 25 कुख्यात माफिया अपराधी चिह्नित किए गए हैं, जिनके गैंग के सदस्यों व सहयोगियों के विरुद्ध बिना किसी भेदभाव के व्यापक स्तर पर कार्रवाई की गई। इनमें बांदा जेल में निरुद्ध मुख्तार अंसारी, गुजरात की साबरमती जेल में निरुद्ध अतीक अहमद, सोनभद्र जेल में निरुद्ध सुंदर भाटी व बलिया जेल में निरुद्ध ध्रुव कुमार उर्फ कुंटू सिंह भी शामिल हैं।”

न्यूज 18 की रिपोर्ट के अनुसार, योगी सरकार द्वारा बनाई गई 25 माफियाओं की लिस्ट के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई के तहत 11 अरब, 28 करोड़, 23 लाख 97,846 रुपये (11,28,23,97846 रुपये) की चल-अचल संपत्ति जब्त की गई। इसमें अतीक अहमद गैंग की  सबसे ज्यादा 3 अरब, 25 करोड़ की संपत्ति जब्त की है। वहीं उसके बाद मुख्तार अंसारी गैंग की करीब 2 करोड़ की संपत्ति को जब्त किया गया है।

बांदा जेल में बन्द माफिया मुख्‍तार अंसारी गैंग के 244 सदस्यों पर कार्रवाई के दौरान 122 हथियारों के लाइसेंस निरस्त किए जाने के साथ 110 अपराधियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट लगाया गया। वहीं 30 के खिलाफ गुंडा एक्ट और 6 पर NSA की कार्रवाई की गई है।

अहमदाबाद की साबरमती जेल में बंद माफिया अतीक अहमद पर की गई कार्रवाई में उसके 89 गुंडों से अब तक 3 अरब, 25 करोड़ 87 लाख की सम्पत्ति ध्वस्त/जब्त की है। वहीं इस गैंग के 60 सदस्यों के हथियार लाइसेंस निरस्त हुए, तो गैंग के 9 गुंडों को जेल भेजा गया। 11 के खिलाफ गुंडा एक्ट लगा और एक के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई की गई।

रिपोर्ट के अनुसार सोनभद्र जेल में निरुद्ध माफिया सुंदर भाटी पर कार्रवाई में 63 करोड़ 24 लाख 53 हजार की संपत्ति ध्वस्त/जब्त की है। इस गैंग के भी 4 शस्त्र लाइसेंस निरस्त किए गए। 3 को जेल भेजा गया और 2 के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई की गई है।

बलिया जेल निरुद्ध माफिया ध्रुव कुमार उर्फ कुंटू सिंह पर कार्रवाई में 17 करोड़ 91 लाख 96 हजार रु. मूल्य की सम्पत्ति ध्वस्त/जब्त की गई।

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वहीं प्रदेश के सूचीबद्ध 25 माफियाओं व 8 कुख्यात अपराधियों के गैंग के खिलाफ अब तक कुल 625 करोड़ की संपत्ति ध्वस्त/जब्त व अवैध कब्जों से मुक्त कराई गई। वहीं लिस्टेड माफियाओं में संजीव उर्फ जीवा, ओमप्रकाश उर्फ बब्लू श्रीवास्तव, सुंदर भाटी, सिंहराज भाटी को आजीवन कारावास सज़ा हुई है। माफिया आकाश जाट को 2 मुकदमों में 7 वर्ष, 3 वर्ष की अलग- अलग सज़ा हुई है, जबकि इस गैंग के सदस्य अमित उर्फ भूरा को 3 साल व 1 साल की सज़ा करवाई गई है।

योगी सरकार के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश की प्रशासन ने इन गैंगस्टर का ऐसा हाल किया है कि अब इनकी हैसियत गली के चोर उचक्कों जैसी रह गई है। एक समय में मुख्तार अंसारी के नाम से पूर्वांचल में डंका बजता था, खौफ इतनी थी कि जेल में रहते चुनाव जीत जाता था। योगी सरकार के आने के बाद वहीं मुख्तार अंसारी इतना डर गया कि उसे पंजाब में छुपना पड़ा। योगी आदित्यनाथ ने पूरे देश के सामने एक नया मानदंड रखा है कि कैसे इन अपराधियों से निपटा जाता है। उन्हें देख कर देश के अन्य मुख्यमंत्रियों को सीखना चाहिए।

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