जब घी सीधी उंगली से ना निकले तो उंगली टेढ़ी करनी पड़ती है, और अब भारत ने यूरोपियन यूनियन के साथ यही रवैया अपनाया है। यूरोप के देश भारत में बनी Covishield और Covaxin को मान्यता प्रदान करने में आनाकानी दिखा रहे थे। हालांकि, जैसे ही भारत ने यूरोप के देशों के नागरिकों को भारत में जबरन क्वारंटाइन करने की बात कही, उसके तुरंत बाद यूरोप के देशों के सुर बदल गए और अब तक यूरोप के 9 देशों ने भारत में बनी कोवीशील्ड के सर्टिफिकेट्स को मान्यता प्रदान करने का ऐलान कर दिया है।
इन देशों में ऑस्ट्रीया, जर्मनी, स्लोवेनिया, ग्रीस, एस्टोनिया, आयरलैंड, स्पेन, स्विट्ज़रलैंड और आइसलैंड जैसे देश शामिल हैं।
Flash: 9 European countries have included India Made Covishield on the national list for travel
— Sidhant Sibal (@sidhant) July 1, 2021
बता दें कि, कल शाम मीडिया में यह रिपोर्ट किया गया था कि भारत ने यूरोपीय देशों के दोहरे रवैये को लेकर यूरोप को बेहद कड़ी भाषा में जोरदार संदेश भेजा है। भारत ने EU को स्पष्ट कर दिया था कि अगर यूरोपियन यूनियन Covishield और Covaxin को मान्यता प्रदान नहीं करता है तो वह यूरोप से भारत आने वाले लोगों को जबरन Quarantine करेगा, फिर चाहे उन्हें कोई वैक्सीन लगी हो या नहीं! इसके बाद अब यूरोप के देशों के रुख में बड़ा बदलाव देखने को मिला है। बता दें कि अभी यूरोप में European Medicines Agency द्वारा प्रमाणित Vaccines के सर्टिफिकेट ही मान्य होते हैं।
EMA ने सिर्फ चार वैक्सीन को मान्यता प्रदान की है जिसमें फ़ाइज़र, मॉडर्ना, AstraZeneca और Janssen शामिल हैं। हैरानी की बात तो यह है कि भारत की Covishield यूरोप में प्रमाणित AstraZeneca का ही भारतीय संस्करण है, उसके बावजूद EMA ने उसे अपनी approval देने से मना कर दिया है। ऐसे में भारत के साथ इस दोहरे रवैये के बाद भारत सरकार ने यूरोप को सधे शब्दों में चेतावनी जारी करनी पड़ी थी। अब यूरोप के 9 देशों ने भारत में बनने वाली Covishield को हरी झंडी (मान्यता) दे दी है। एस्टोनिया ने तो Covishield के साथ-साथ भारत बायोटेक की Covaxin को भी मान्यता प्रदान कर दी है और ऐसा करने वाला वह पहला यूरोपियन देश बन गया है।
Breaking: Estonia🇪🇪 is the 1st EU🇪🇺 member country to recognize all the vaccines authorized by Indian Govt for travel of Indians to Estonia.
PS: That means that both Covishield & covaxin vaccinated persons are allowed in the country (along with Sputnik and Moderna.) https://t.co/egVbuIi7KF
— Sidhant Sibal (@sidhant) July 1, 2021
इससे पहले बीते मंगलवार को भारतीय विदेश मंत्री जयशंकर ने भी EU के उच्चाधिकारियों के साथ इस मामले को उठाया था। इसके अलावा Covishieldनिर्माता भारतीय कंपनी Serum Institute of India के CEO अदार पूनावाला ने भी कहा था कि उन्होंने European Medicines Agency में वैक्सीन को अनुमति प्रदान करने की अर्ज़ी जमा कर दी है। हालांकि, अब तक EMA ने ऐसी किसी अर्जी के मिलने से इनकार किया है।
पूनावाला ने हाल ही में ट्वीट किया था “मुझे एहसास है कि बहुत से भारतीय जिन्होंने Covishield वैक्सीन लगवाई है, उन्हें यूरोपीय संघ की यात्रा के साथ समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। मैं सभी को विश्वास दिलाता हूं, मैंने इस मामले को उच्चतम स्तर पर उठाया है और उम्मीद है कि इस मामले को जल्द ही दोनों, नियामकों और राजनयिक स्तर पर हल किया जाएगा।”
I realise that a lot of Indians who have taken COVISHIELD are facing issues with travel to the E.U., I assure everyone, I have taken this up at the highest levels and hope to resolve this matter soon, both with regulators and at a diplomatic level with countries.
— Adar Poonawalla (@adarpoonawalla) June 28, 2021
बता दें कि, European Medicines Agency ने अपने बचाव में कहा था कि वैक्सीन बेहद ही संवेदनशील उत्पाद है और इसके उत्पादन के दौरान वातावरण में आए हल्के बदलाव के कारण भी उसकी efficacy पर असर पड़ सकता है। European Medicines Agency ने अपने इस लॉजिक के आधार पर भारत की Covishield को मान्यता देने से मना कर दिया था। हालांकि, अब जब भारत ने डंडा-डिप्लोमेसी का सहारा लिया है, तो यूरोप के सभी देश अब लाइन पर आते दिखाई दे रहे हैं।