ये बदलता हुआ हिंदुस्तान है, ये नया हिंदुस्तान है- अगर यहां रहना है, यहां से कमाना और खाना है तो हिंदुस्तान की महान संस्कृति की इज्ज़त करनी पड़ेगी। हिंदुस्तान की महान विरासत को सम्मान देना पड़ेगा- उसकी महान परंपराओं को स्वीकार करना पड़ेगा और उन्हें पूजना पड़ेगा। अब वो नहीं चलेगा कि वीजा लेकर यहां आओ और भारत विरोधी एजेंडा फैलाओ। न्यूजीलैंड के YouTuber कार्ल रॉक पर कार्रवाई करके सरकार ने ऐसा ही संदेश दिया है।
न्यूज़ीलैंड के YouTuber कार्ल रॉक पर भारतीय वीजा नियमों के उल्लंघन को लेकर कार्रवाई हुई। भारत सरकार ने एक साल के लिए उनका वीजा ब्लैक लिस्ट में डाल दिया है। इसके बाद ही सोशल मीडिया पर कार्ल रॉक और लेफ्ट-लिब्ररल लॉबी अपना पुराना राग गाना शुरू हो गई।
कार्ल रॉक खुद को पीड़ित दिखाने लगे। हालांकि उन पर आरोप है कि उन्होंने टूरिस्ट वीजा के नाम पर कारोबार को विस्तार दिया है। सिर्फ यही नहीं भारत विरोधी कई बयान उन्होंने दिए हैं। इसके साथ ही उन्होंने एक भारतीय लड़की से शादी भी की है। ऐसे में वो भारत आते-जाते रहते हैं, लेकिन नियमों का उल्लंघन अगर होगा तो कार्रवाई भी होगी। कार्रवाई हुई, लेकिन कार्ल रॉक ने अपनी छाती पीटना शुरू कर दिया,
न्यूजीलैंड के यूट्यूबर कार्ल रॉक ने हरियाणा की मनीषा से शादी की है। ऐसे में वो भारत आते-जाते रहते हैं।
उन्होंने भारतीय वीजा नियमों का उल्लंघन किया तो भारत सरकार ने उनका वीजा ब्लैक लिस्ट में डाल दिया। अब वो आरोप लगा रहे हैं कि उन्हें उनकी पत्नी से मिलने नहीं दिया जा रहा है।
इतना ही नहीं उन्होंने इस संबंध में यूट्यूब पर वीडियोज़ के जरिए पीएम मोदी और भारत सरकार की खूब आलोचना की है। कार्ल ने अपने एक ट्वीट में न्यूजीलैंड की पीएम जैसिंडा अर्डर्न से भी मदद मांगी है।
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अपने एक ट्वीट में कार्ल ने जैसिंडा को टैग करते हुए कहा, “डियर जैसिंडा अर्डर्न, भारत सरकार ने मुझे दिल्ली में मेरी पत्नी और परिवार से अलग करके देश में प्रवेश में रोक लगा दी है। उन्होंने मुझे ब्लैकलिस्ट करने का कारण भी नहीं बताया है।” कार्ल का आरोप है कि अक्टूबर 2020 में उन्होंने दुबई और पाकिस्तान की यात्रा की थी। इस दौरान उनका वीजा रद्द कर दिया गया और जब दुबई जाकर उन्होंने पुनः वीजा के लिए अप्लाई किया तो उनको ब्लैकलिस्ट में डालने की बात कही गई है।
कार्ल के आरोपों पर विदेश मंत्रालय की तरफ से कहा गया कि न्यूजीलैंड के कार्ल रॉक को भारत सरकार द्वारा कई वीजा मानदंडों का उल्लंघन करते हुए पाया गया है। इसीलिए उनके लिए वीजा को ब्लैकलिस्ट किया गया है। उनके द्वारा किए गए कृत्य टूरिस्ट वीजा के नियमों के खिलाफ हैं। साफ है कि भारत सरकार इस मुद्दे पर ढील देने मूड में नहीं है।
कार्ल रॉक पर जैसे ही कार्रवाई की बात सामने आई वैसे ही लेफ्ट-लिब्रल गैंग भी एक्टिव हो गया। इस अवार्ड वापसी गैंग को तो बस मौका चाहिए होता है भारत के विरोध का- पीएम मोदी के विरोध का- जोकि उन्हें मिल गया।
सोशल मीडिया पर उन्होंने अपना चिर-परिचित ड्रामा शुरू कर दिया। इस गैंग में ध्रुव राठी भी शामिल है। फैक्ट चेकिंग के नाम पर झूठ परोसने वाला और मोदी विरोधी एक मात्र एजेंडे के साथ वीडियो बनाने वाला ध्रुव राठी बाकायदा कार्ल के समर्थन में कैंपेन चला रहा है। ध्रुव राठी का कहना है कि कार्ल रॉक भारत के पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए काम कर रहे थे।
Youtuber Karl Rock has single handedly promoted tourism in India to millions of people.
Can you imagine he has been now blacklisted by Indian Govt without them giving any reason? pic.twitter.com/Nfwncgs6Gr
— Dhruv Rathee (@dhruv_rathee) July 9, 2021
दरअसल, कार्ल रॉक का विवादों से पुराना नाता रहा है। वो हमेशा ही टूरिस्ट वीजा के आधार पर भारत में आते थे। भारत को लेकर उनके द्वारा अपलोड किए गए वीडियो हमेशा ही भारत की छवि को धूमिल करने वाले होते हैं।
इतना ही नहीं 2019-2020 के दौरान दिल्ली के सीएए विरोधी दंगो में कार्ल रॉक ने कथित आंदोलनकारियों और दंगाइयों का समर्थन भी किया था। ऐसे में अब जब वो भारत सरकार की कार्रवाई के रडार में आ गए हैं, तो उनका पूरा प्रोपेगैंडा एक्सपोज हो गया है। ऐसे में पीड़ित दिखने के सिवाय कार्ल रॉक के पास और कोई रास्ता भी नहीं बचा है, और वही वो कर रहे हैं।