कम्युनिस्ट पार्टियों ने जहां-जहां राज किया, वहां का औद्योगिक विकास धीरे-धीरे नीचे ही गया है। फिलहाल, पिछले पांच सालों से केरल में लेफ्ट की पिनराई विजयन की सरकार है और अब तो पार्टी दोहारा चुनाव भी जीत चुकी है। ऐसे में बच्चों के परिधान बनाने वाली देश की एक महत्वपूर्ण कंपनी Kitex Group के प्रमुख सबू एम जैकब ने केरल से अपना काम समेटने की तैयारी कर ली है। वहीं कंपनी के इस भड़के हुए रुख के बाद अब राज्य सरकार के औद्योगिक मंत्री पी राजीव उन्हें पुनः सोचने की बात कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें पता है कि यदि ऐसा कुछ हुआ तो उनकी सरकार की तगड़ी फजीहत हो जाएगी।
खबरों के मुताबिक Kitex Group नामक दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी बच्चों की परिधान बनाने वाली कंपनी ने केरल के 3,500 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट से अपने हाथ पीछे खीचने की तैयारी कर ली है, जिससे केरल की आर्थिक स्थिति खराब होने के साथ ही उसे व्यापारिक लिहाज से भी नुकसान हो सकता है। ऐसे में अब राज्य के औद्योगिक विकास मंत्री पी राजू ने कहा है कि केरल सरकार कंपनी की सभी प्रकार की समस्याओं का निस्तारण करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, लेकिन कंपनी के प्रमुख सबू एम जैकब को ये सलाह दी है कि वो जल्दबाजी में निर्णय न लें, क्योंकि इससे राज्य की छवि को तगड़ा नुकसान हो सकता है, जिसके चलते God’s Own Country कहे जाने वाले केरल में व्यापार भगवान भरोसे ही रह जाएगा।
और पढ़ें- केरल में ईसाई और मुसलमान आपस में लड़ रहे हैं, कारण- ईसाइयों ने लव जिहाद के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है
पी राजीव ने कंपनी के बड़े फैसलों के संबंध में कहा, “सरकार सभी तरह की दिक्कतों का निस्तारण करने के लिए पूरी तरह तैयार है। उद्योग विभाग के किसी भी अधिकारी द्वारा कंपनी पर छापेमारी नहीं की गई है। कंपनी को हो रही दिक्कतों के लिए सरकार से बातचीत करनी चाहिए, न कि सोशल मीडिया पर इस तरह की बातों को हवा देनी चाहिए।” इसके पहले सत्ता संभालने के बाद उन्होंने बिजनेसमैन के साथ एक बैठक में कहा था कि जल्द से जल्द राज्य के व्यापारियों के लिए आने वाली दिक्कतों को हल किया जाएगा, इसके लिए औद्योगिक सचिव को आदेश भी जारी किए गए हैं।
इसके विपरीत Kitex Group के प्रमुख जैकब ने सोशल मीडिया पर अपने साथ हो रहे दुर्व्यहार की जानकारी दी थी। उन्होंने कहा, “लगभग प्रतिदिन ही कंपनी के परिसर में सरकार अधिकारी आकर छापेमारी करते हैं और जांच करने के नाम पर परेशान करते हैं जैसे हमने कोई बड़ा अपराध या भ्रष्टाचार किया हो। सरकार हमारे साथ शोषक पूंजीपति की तरह बर्ताव कर रही है।” उन्होंने कहा कि अगर स्थिति ऐसी ही रही, तो अपनी कंपनी के मौजूदा यूनिटों को किसी अन्य राज्य में स्थानांतरित कर लेंगे।
जैकब ने ये भी कहा कि अगर राज्य में ऐसी ही स्थिति बनी रही तो केरल उद्योगों का कब्रिस्तान बन जाएगा। उन्होंने कहा कि जब दूसरे राज्यों में बिजनेसमैन के लिए रेड कार्पेट बिछाया जाता है तो दूसरी ओर यहां उन्हें इतना प्रताड़ित किया जा रहा है कि वो आत्महत्या को भी मजबूर हैं। ।
केरल में Ease of doing Business की रेटिंग की बात करें तो केरल 18वें स्थान पर आता है, जो इस बात का प्रमाण है कि लेफ्ट के शासन के दौरान केरल व्यापारिक दृष्टि से बर्बादी की ओर जा रहा है। वहीं Kitex Group की बात करें तो उसकी प्रताड़ना की मुख्य वजह ये है कि कंपनी 2015 में शुरु हुई हैं।
हम इससे पहले भी आपको अपनी एक रिपोर्ट में बता चुके हैं कि आए दिन मजदूर यूनियन के धरनों और लेफ्ट समर्थकों की अराजकता के कारण सॉफ्ट ड्रिंक कंपनी Pepsico ने केरल के अपने कई प्लांट्स को बंद करने का फैसला कर लिया है। Pepsico के बाद अब Kitex Group भी लेफ्ट समर्थकों और अधिकारियों की प्रताड़ना के कारण अपनी यूनिटों को बंद करने की तैयारी कर रहा है। कंपनी के इस कदम से कंपनी को न केवल आर्थिक तौर पर नुकसान होगा, बल्कि राज्य में जिन लोगों को कंपनी में रोजगार मिला है वो अवसर भी खत्म हो जाएंगे, जिसकी सीधी जिम्मेदार केवल और केवल केरल की लेफ्ट सरकार ही होगी।