उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का शासन और कार्यशैली हमेशा ही लोकप्रिय रही है। यूपी में जंगलराज का खात्मा हो या कोरोना काल में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को मजबूती से हैंडल करना, सीएम योगी ने सारा काम बखूबी किया है। ऐसे में बड़ी बात तब होती है, जब किसी मुख्यमंत्री की तारीफ प्रधानमंत्री जनता के बीच करते हैं; और अपने वाराणसी दौरे में संबोधन के वक्त पीएम मोदी ने सीएम योगी के लिए कुछ ऐसा ही किया है। उन्होंने सीएम योगी के साढ़े चार साल के कार्यकाल की जमकर प्रशंसा की है। पीएम ने ये तक दावा किया कि योगी ने उत्तर प्रदेश का पूरा कायाकल्प कर दिया है,जो कि प्रदेश के लिए और आर्थिक स्तर पर देश के लिए एक सराहनीय बात है। पीएम मोदी ने योगी को आधुनिक उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री तक बताया।
कोरोनावायरस की महामारी के दौरान सभी को डर था कि उत्तर प्रदेश की घनी और सबसे ज्यादा आबादी होने के कारण यहां कोरोना तेजी से फैलेगा, लेकिन सीएम योगी ने स्थितियों को बखूबी हैंडल किया। यही कारण है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन से लेकर आस्ट्रेलियाई सांसद तक योगी की तारीफ में कसीदे पढ़ने लगे हैं। ऐसे में अब पीएम मोदी ने सार्वजनिक तौर पर वाराणसी में सीएम योगी की तारीफ की है। उन्होंने कोरोना काल में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा स्वास्थ्य के क्षेत्र में उठाए गए कदमों की जमकर तारीफ की है, और ये भी कहा कि यूपी का जंगलराज पूर्णतः खत्म हो चुका है।
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पीएम ने उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के कामकाज को लेकर जनता को संबोधित करते हुए कहा, “आप सभी के ऐसे ही कामों का नतीजा है कि यूपी में आज हालात फिर संभलने लगे हैं। आज यूपी सबसे ज्यादा कोरोना टेस्टिंग करने वाला राज्य है। उत्तर प्रदेश पूरे देश में सबसे ज्यादा वैक्सीन लगाने वाला राज्य है।” पीएम ने वैक्सीनेशन अभियान के संबंध में कहा, “सभी को मुफ्त वैक्सीन देने के अभियान के माध्यम से कोरोना का खात्मा किया जा रहा है। साफ–सफाई और स्वास्थ्य से जुड़ा जो इन्फ्रास्ट्रक्चर यूपी में तैयार हो रहा है, वह भविष्य में भी बीमारियों से लड़ने में मदद करने वाला है।”
पीएम ने कहा, “देश का सबसे बड़ा प्रदेश जिसकी आबादी दुनिया के दर्जनों बड़े–बड़े देशों से भी ज्यादा हो, वहां कोरोना की दूसरी लहर को जिस तरह यूपी ने संभाला, कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका… वो अभूतपूर्व है।” पीएम मोदी ने योगी आदित्यनाथ के कार्यों की तारीफ करते हुए उन्हें आधुनिक उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बताया है। उन्होंने कहा, “वह (सीएम योगी आदित्यनाथ) आधुनिक यूपी बनाने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। यूपी में आज कानून का राज हैं। ‘माफिया राज‘ और आतंकवाद पर काबू पा लिया गया है। आज महिलाओं पर नजर रखने वाले अपराधी जानते हैं कि वे कानून से नहीं बच पाएंगे।”
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पीएम मोदी ने योगी आदित्यनाथ के कार्यों को पुरानी सरकार की भाई-भतीजावाद नीति से इतर विकासवादी नीति का उदाहरण बताया है। पीएम ने कहा, “यूपी में सरकार आज भ्रष्टाचार और भाई–भतीजावाद से नहीं विकासवाद से चल रही है, इसीलिए आज यूपी में जनता के लिए बनाई गई योजनाओं का लाभ सीधा जनता को मिल रहा है। आज यूपी में नए–नए उद्योगों का निवेश हो रहा है, रोजगार के अवसर बढ़ रहे हैं।” इसमें कोई शक नहीं है कि उत्तर प्रदेश में पिछले साढ़े चार सालों में अभूतपूर्व निवेश आया है, और पीएम मोदी ने उन सभी मुद्दों को अपने संबोधन में शामिल भी किया है।
पीएम मोदी ने रोजगार और निवेश को लेकर कहा, “उत्तर प्रदेश देश अग्रणी इन्वेस्टमेंट डेस्टिनेशन के रूप में उभर रहा है। कुछ साल पहले तक जिस यूपी में व्यापार–करोबार करना मुश्किल माना जाता था, आज मेक इन इंडिया के लिए यूपी पसंदीदा जगह बन रहा है।” प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का हालिया वाराणसी दौरा कोई चुनावी उद्देश्य से नहीं था, बल्कि यहां उन्होंने विकास परियोजना के संबंध में कुछ बड़े प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया है। इसके बावजूद सीएम योगी की पीएम द्वारा तारीफ एक संदेश है, कि वो योगी के कार्यों से कितने अधिक प्रसन्न हैं।
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TFIPOST भी आपको बता चुका है कि जब दिल्ली और मुंबई में कोरोना काल में ऑक्सीजन की किल्लत हुई; तो दोनों ही शहरों के जिम्मेदारों और राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने पीएम मोदी के सामने हाथ खड़े कर दिए। इसके विपरीत सीएम योगी ने उत्तर प्रदेश के लिए बिना किसी की मदद के ऑक्सीजन प्लांट लगवाए, जो कि पीएम मोदी की आत्मनिर्भरता की मुहिम का संकेत देता है। इन सबके बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम योगी के बीच कटुता दिखाने की कोशिश में कुछ वामपंथी पत्रकारों और मीडिया संस्थानों ने मुहिम भी चलाई; ऐसे में अब पीएम के संबोधन ने उन सभी के मुख पर जोरदार तमाचा जड़ा है।
किसी भी सीएम के लिए ये सबसे महत्वपूर्ण वक्त होता है, जब उसके द्वारा किए गए कार्यों की प्रधानमंत्री सार्वजनिक मंच से सराहना करें, और पीएम मोदी ने कुछ वैसा ही किया है। बीजेपी की परिपाटी कभी मुख्यमंत्रियों की तारीफ करने की नहीं रही। पूर्व प्रधानमंत्री और बीजेपी के संस्थापक सदस्य स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपयी भी इस तरह के व्यवहार से दूर रहे। उन्होंने अपने मुख्यमंत्रियों को राजधर्म का पालन तो सिखाया; लेकिन कभी उनके अच्छे कार्यों की प्रशंसा नहीं की। इसके विपरीत पीएम मोदी ने सीएम योगी के कार्यों के लिए सरेआम उनकी तारीफ कर संकेत दिया है, कि वो अब इस रीति को बदल चुके हैं।