वकालत की आड़ में धर्मांतरण का धंधा करना जिहादी वकील को भारी पड़ गया, उसका पेशा तो बर्बाद हो ही गया, साथ ही जिहादी हरकतों के संबंध में उस पर कार्रवाई भी शुरू हो गई है। उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण गैंग के पकड़े जाने के बाद पुलिस प्रशासन सतर्क है। ऐसे में आए दिन धर्मांतरण के नए-नए मामले सामने आ रहे हैं।
वहीं ऐसा ही एक खुलासा राजधानी दिल्ली के कड़कड़डूमा कोर्ट के एक वकील से संबंधित भी है, ये शख्स वकालत की आड़ में अपने चैंबर में मस्जिद खोलकर धर्मांतरण का धंधा कर रहा था। खुलासा होते ही दिल्ली बार काउंसिल ने इस शख्स का लाइसेंस रद्द कर दिया है।
धर्मांतरण का धंधा करने वालों के खुलासे दिन-ब-दिन बढ़ती प्रशासन की सख्ती का नतीजा तो हैं ही, लेकिन जिस तरह से उत्तर प्रदेश समेत देश के कई राज्यों में धर्मांतरण का रैकेट चल रहा है, वो लोगों के लिए भयावहता का प्रतीक भी है।
पहले इस मामलों में मस्जिदों और मदरसों के मौलाना-मुफ्ती ही पकड़े जाते थे, लेकिन नया खुलासा दिल्ली के कड़कड़डूमा कोर्ट के वकील से जुड़ा है। इस शख्स का नाम इकबाल मलिक है जो कि पेशे से तो वकील है, लेकिन वो अपने चैंबर में बैठकर धर्मांतरण और निकाह का रैकेट चलाता था और कई तरह के समारोहों का आयोजन भी करता था।
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इस मामले की जानकारी होने के साथ ही दिल्ली बार काउंसिल ने इकबाल मलिक नाम के इस वकील के खिलाफ अनुशासन समिति का गठन किया और इसका लाइसेंस रद्द कर दिया है, जो कि एक सराहनीय कदम है। इतना ही नहीं बार काउंसिल ने वकील के चेंबर को ही सील कर दिया है, जिससे जांच में सहजता हो।
बार काउंसिल ने कहा, “हमारे संज्ञान में लाया गया कि इकबाल मलिक का चैंबर असामाजिक और अवैध गतिविधियों के लिए इस्तेमाल किया जाता था। उसमें निकाह और धर्मांतरण जैसे समारोह आयोजित होते थे।”
इतना ही नहीं काउंसिल ने वकील इकबाल को 7 दिन के भीतर कमेटी के सामने अपना जवाब दाखिल करने के लिए कहा है। काउंसिल के मुताबिक अगर उसने ऐसा नहीं किया तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
इस मामले में वकील ने कहा कि , “सब झूठ है। लड़की बालिग है और उसने अपनी मर्जी से सबकुछ किया है। अब वह लड़के के साथ रह रही है। प्रोटेक्शन उसे हाई कोर्ट ने दे रखा है। मुझे परेशान करने के लिए ऐसे आरोप लगाए जा रहे हैं।”
वहीं BCD ने इस मामले में बताया कि इकबाल पर लगे सभी आरोप बेहद ही गंभीर हैं। वहीं इस मामले में शिकायतकर्ता सोहन सिंह ने बताया है कि ये शख्स अपने चेंबर में लोगों से निकाह नामा पढ़वाता है। यहां तक कि, यहां लोगों का धर्म परिवर्तन कर निकाह भी करवाया जाता है।
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साफ है कि आरोपी भले ही अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज कर रहा है लेकिन उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की शुरुआत बार काउंसिल के जरिए हो चुकी है, लेकिन ऐसा नहीं हैं कि ये एक अकेला मामला है, बल्कि पिछले दिनों उत्तर प्रदेश और दिल्ली में जिस तरह से धर्मांतरण के मामले सामने आए हैं, उसके बाद ये खुलासा संदेहजनक हैं और इस शख्स का भी उन आरोपियों से कनेक्शन भी संभव है।
ऐसे में आवश्यक है कि इस मामले में प्रशासन को कार्रवाई करनी ही होगी।