अनुराग ठाकुर को सूचना एवं प्रसारण मंत्री बनाया गया है
मोदी कैबिनेट में कई ऐसे बड़े चेहरों की विदाई हुई है जो अपना काम ढंग से नहीं कर पा रहे थे। इसमें रविशंकर प्रसाद, जावड़ेकर जैसे बड़े नाम भी शामिल हैं। जावड़ेकर को हटाकर अनुराग ठाकुर को सूचना एवं प्रसारण मंत्री बनाया गया है। बतौर सूचना एवं प्रसारण मंत्री जावड़ेकर ने ऐसा कोई काम नहीं किया जिसे उनकी उपलब्धि माना जाए। फ़िल्म सर्टिफिकेशन के नियमों में बदलाव के अतिरिक्त कोई भी सराहनीय काम सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की ओर से नहीं किया गया।
OTT प्लेटफार्म हिन्दू विरोधी कंटेट बनाने में मेनस्ट्रीम बॉलीवुड से कोसो आगे हैं। यही कारण था कि सरकार को इन्हें सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अधीन लाना पड़ा, लेकिन जावड़ेकर इसके महत्व को शायद पूरी तरह नहीं समझते थे। इसी कारण उनकी ओर से बार बार चेतावनी देने के बाद भी निर्देशकों पर कोई विशेष असर नहीं पड़ा।
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जावड़ेकर पुरानी परिपाटी के नेता हैं और उन्हें OTT प्लेटफार्म की शक्ति का अंदाजा नहीं था। OTT प्लेटफार्म क्योंकि बिना किसी खास निगरानी के अपना कंटेट पब्लिश करते हैं और खुलकर अपना एजेंडा भी चलाते हैं। OTT ज्यादातर युवा पीढ़ी द्वारा इस्तेमाल होता है। ऐसे में युवाओं के भीतर OTT के माध्यम से हिन्दू विरोधी धारणा को बल देना, अधिक आसान है। ज्यादातर वेब सीरीज यही करती आई है, फिर चाहे हम सेक्रेड गेम का उदाहरण लें या आश्रम का।
OTT प्लेटफॉर्म पर लगाम लगने की उम्मीद बढ़ गई है
जावड़ेकर की जगह अनुराग ठाकुर का आना एक बेहतर फैसला हो सकता है। हालांकि, अभी सूचना एवं प्रसारण मंत्री के तौर पर अनुराग ठाकुर कितने सफल होंगे इसकी जानकारी नहीं है, लेकिन क्योंकि वो युवा हैं इसलिए उम्मीद है कि वह जावड़ेकर से बेहतर ढंग से बातों को समझ सकेंगे। ठाकुर वैसे भी कट्टर हिन्दू नेता माने जाते हैं। दिल्ली चुनाव के दौरान उन्होंने अपने भाषण के जरिए यह सिद्ध किया है। अब उन भाषणों को जमीन पर वह कितना लागू करेंगे, यह समय बताएगा।
भाजपा को सत्ता में आए सात वर्ष हो गए हैं इसके बावजूद बॉलीवुड, जो हमेेशा लिबरल, वामपंथी और इस्लामिक एजेंडा चलाने का केंद्र रहा है, उसके रवैये में खासा बदलाव नहीं आया है। तान्हा जी जैसी फ़िल्म बन रही है, लेकिन अभी भी पर्याप्त सरकारी मदद के बिना बॉलीवुड का राष्ट्रवादी खेमा सक्रियता से काम नहीं कर पा रहा। OTT प्लेटफॉर्म सेक्रेड गेम जैसी काल्पनिक कहानियों में हिन्दू विरोधी सामग्री उपलब्ध करवा रहे हैं। कभी किसी सीरीज में हिन्दू देवताओं का अपमान होता है तो कभी यह दिखाया जाता है कि लोग मन्दिर में मांस खाते हैं। इन बकवास कहानियों के बजाए भारत के संवृद्ध इतिहास से कहानियां उठाई जा सकती हैं, बशर्ते सरकार भी खुलकर साथ दे। सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर यह काम जावड़ेकर से बेहतर कर सकते हैं।