ट्विटर को सबक सिखाने के लिए मोदी सरकार ने ‘स्लो पॉइज़न पॉलिसी’ को अपनाया है। ट्विटर ने जब वक्त पर भारत के नए आईटी कानूनों को नहीं माना तो भारत सरकार ने उसकी प्रोटेक्टिंग शील्ड यानी कि सुरक्षा कवच हटा लिया। इस सुरक्षा कवच के कारण ही अबतक ट्विटर को कोर्ट में नहीं घसीटा जा सकता था, अब ट्विटर को किसी भी मामले में कोर्ट में घसीटा जा सकता है। इसके बाद से ट्विटर के ऊपर लगातार केस दर्ज हो रहे हैं।
पिछले कुछ दिनों से देश के कई हिस्सों में ट्विटर के ख़िलाफ़ केस दर्ज हो रहे हैं। यूपी के गाजियाबाद से लेकर देश के दूसरे कई हिस्सों में ट्विटर इंडिया और उसके MD के ख़िलाफ़ शिकायत दर्ज कराई गई।
Filed complaint with @NCPCR_ @KanoongoPriyank against @TwitterIndia MD @manishm & @shaguftakamran2 for Conspiring, Promotion of terrorism using Kids via Twitter against INDIA & allowing terror orgs to use twitter to facilitate recruitment activities for terrorism in UT of J&K&L pic.twitter.com/mHd6n4ypkm
— Kalinga Rights Forum (@KalingaForum) July 5, 2021
अब दिल्ली के मानवाधिकार ग्रुप कलिंगा राइट फोरम ने ट्विटर के ख़िलाफ़ NCPCR में शिकायत दर्ज कराई है। कलिंगा ग्रुप ने ट्विटर के MD मनीष माहेश्वरी और ट्विटर के पब्लिक पॉलिसी मैनेजर शगुफ्ता कामरान के खिलाफ NCPCR को लिखा, “ट्विटर के सहारे मासूम बच्चों को आतंकवाद से जोड़ने की साजिश रची जाती है। भारत के खिलाफ बच्चों का उपयोग आतंकी साज़िश के लिए किया जा रहा है। जम्मू-कश्मीर समेत देश के दूसरे हिस्सों में आतंकवाद के लिए भर्ती गतिविधियों को सुविधाजनक बनाने के लिए आतंकवादी संगठनों ने ट्विटर का उपयोग करना शुरू किया है।
कलिंगा राइट फोरम ने NCPCR को लिखे गए अपने शिकायती पत्र में उल्लेख किया है कि ट्विटर इंडिया अंसार ग़ज़वत-उल-हिंद जैसे आतंकवादी संगठनों को भारत के खिलाफ काम करने और बच्चों को कट्टरता के लिए उपयोग करके भर्ती गतिविधियों को अंजाम देने की सुविधा प्रदान कर रहा है। ट्विटर भारत के खिलाफ आतंकवाद में शामिल होने के लिए और बच्चों का ब्रेनवॉश करने के लिए उन्हें एक मंच प्रदान कर रहा है।
कलिंगा राइट फोरम ने आरोप लगाया है कि ट्विटर पर AK-47 के साथ बच्चों की वीडियो वाले पोस्ट को साझा किया जा रहा है। जिनमें बच्चों को जिहाद के लिए हथियार उठाने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। ऐसे वीडियो ट्विटर पर धड़ल्ले से चलती हैं। कलिंगा फोरम ग्रुप ने AGH HISTORY द्वारा पोस्ट किए गए ट्वीट के लिंक और archive के लिंक साझा किए हैं। इनमें देखा जा सकता है कि एक छोटे बच्चे को आतंकवादियों द्वारा एके-47 का उपयोग करना सिखाया जा रहा है। कलिंगा राइट फोरम का दावा है कि AGH HISTORY इस्लामिक आतंकवादी संगठन अंसार ग़ज़वत-उल-हिंद का समर्थक है, जो अल-क़ायदा का एक कश्मीरी विंग है। ये आतंकी संगठन जम्मू-कश्मीर में सक्रिय है। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने भी ट्विटर को आतंकियों के प्रति झुकाव को लेकर सवाल खड़े किए थे।
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने कलिंगा राइट फोरम द्वारा की गई शिकायत को संज्ञान में ले लिया है। दिल्ली स्थित एक्टिविस्ट ग्रुप द्वारा दायर शिकायत के जवाब में वैधानिक निकाय के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने लिखा, “नोटेड”। खैर, यह पहली बार नहीं है जब ट्विटर ने बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अवमानना की हो। ट्विटर पर Child Pornography को बढ़ावा देने के आरोप लगे हैं। दिल्ली पुलिस की साइबर सेल की ओर से IT और POCSO एक्ट के तहत ट्विटर इंडिया और ट्विटर Inc. पर मुकदमा दर्ज किया गया है।
और पढ़ें- मोदी सरकार के साथ तकरार के बीच ट्विटर के शेयर में आई भारी गिरावट
आज ट्विटर चारों तरफ से घिर चुका है। कानूनी तौर पर कई जगह ट्विटर पर FIR हो चुकी है। प्रशासनिक तौर ट्विटर ने भारत में मिली कानूनी सुरक्षा खो दी है और वित्तीय तौर पर ट्विटर को अब तक 1.03 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है। ऐसे में अब देखना यही होगा कि ट्विटर क्या अब भी भारत विरोधी रुख बरकरार रखेगा।