भारत की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी- कांग्रेस आज अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है। कांग्रेस पार्टी के अंतर्गत नेताओं की गुटबाजी से लेकर नेताओं के बागी तेवर तक देखने को मिल रहे हैं। इसी कड़ी में महाराष्ट्र के एक कांग्रेस नेता ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर अपने ही खेमे के नेता दिग्विजय सिंहदिग्विजय सिंह के ख़िलाफ़ शिकायत दर्ज की है। महाराष्ट्र के कांग्रेस नेता विश्वबंधु ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से अपील की है कि दिग्विजय सिंह को हिंदू विरोधी बयानबाजी करने से रोकना चाहिए।
विश्वबंधु ने पत्र में सोनिया गांधी से कहा है कि दिग्विजय सिंह पिछले 18 सालों से हिंदू विरोधी पक्ष रखते हुए आ रहे हैं और इसका खामियाजा पार्टी को भुगतना पड़ता है। विश्वबंधु ने पार्टी आलाकमान से दिग्विजय सिंह को चुप कराने की मांग की है और यह भी कहा है कि अगर पार्टी ऐसा नहीं करती है तो उसको आगे आने वाले चुनावों में भी नुकसान उठाना पड़ सकता है।
महाराष्ट्र के कांग्रेस नेता विश्वबंधु ने पत्र में दिग्विजय सिंह के ऊपर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा साल 2003- जब से सिंह मध्यप्रदेश की सत्ता से बेदखल हुए है, तब से वो हिंदू विरोधी भाषा बोल रहे हैं और पार्टी को लगातार नुकसान पहुंचा रहे हैं।
विश्वबंधु ने पत्र में लिखा है, ‘दिग्विजय सिंह एक विशेष वर्ग के वोटरों को खुश करने के लिए लगातार हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने में लगे हैं। पिछले दिनों कश्मीर में धारा 370 को लेकर बात करके उन्होंने पार्टी के बचे खुचे हिंदू वोटरों को भी नाराज़ कर दिया है।’
इस बीच सबसे दिलचस्प बात यह है कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी भी अनुच्छेद 370 हटाने के विरोध में खड़े थे। इतना ही नहीं राहुल गांधी ने तो ट्विट कर भारत सरकार को जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा कारणों को लेकर चेतावनी भी दी थी।
विश्वबंधु ने पत्र में कांग्रेस को मिल रही विधानसभा चुनाव में हार का ठीकरा भी दिग्विजय सिंह के सिर पर फोड़ते हुए लिखा, ‘कांग्रेस पार्टी ने उन्हें गोवा का प्रभारी बनाया जहां विधानसभा चुनावों में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरने के बावजूद भी हम सरकार बनाने में नाकाम रहे।
ये भी दिग्विजय सिंह के गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार का ही परिणाम था। इनके प्रभारी रहते आंध्र प्रदेश, तेलंगाना जैसे वर्चस्व वाले राज्यों में भी पार्टी को नुकसान उठाना पड़ा।’
और पढ़ें-‘पाकिस्तान भारतीय सेना को मारे’, ये बोलने वाले ‘देशद्रोही’ के समर्थन में आए सिद्दारमैया
कांग्रेस नेता विश्वबंधु ने अपने पत्र पर तवज्जो देने के लिए दिग्विजय सिंह का कार्टून बनाकर आगे लिखा, “इन सबके बावजूद भी उन्हें महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां, पद और राज्यसभा की सदस्यता दिया जाना वोटरों की मानसिकता पर गलत असर डाल रहा है। कृपया मेरी बातों को गंभीरता से लेते हुए उनके खिलाफ तुरंत कार्रवाई करें।’’
कांग्रेस नेता विश्वबंधु द्वारा लिखे गए इस पत्र से कांग्रेस की अल्पसंख्यक तुष्टीकरण की नीति साफ दिखती है। इसे ऐसे भी कह सकते हैं कि इस पत्र ने कांग्रेस पार्टी की पोल खोलकर रख दी है, जिसके मायने हैं कि पार्टी में हिंदू विरोधी पक्ष रखने वाले नेताओं को महत्व दिया जाता है।