प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार पीएम नरेंद्र मोदी ने चीन के मुखर विरोधी दलाई लामा को उनके जन्मदिन की बधाई दी है। पिछले वर्ष गलवान घाटी में हुए खूनी संघर्ष के बाद यह अटकलें लगाई जा रही थी कि पीएम मोदी दलाई लामा को जन्मदिन की बधाई देकर चीन को एक कड़ा संदेश भेज सकते हैं, लेकिन पिछले वर्ष पीएम मोदी ने उन्हें बधाई नहीं दी थी। उसके बाद पीएम मोदी की विपक्षी पार्टियों द्वारा आलोचना भी की गयी थी। हालांकि, इस साल पीएम मोदी ने उन्हें बधाई देकर चीन को एक बेहद कड़ा संदेश भेजा है।
पीएम मोदी ने आज ट्वीट करते हुए लिखा “मैंने अभी दलाई लामा से फोन पर बात की और उनके 86वें जन्मदिन के लिए उन्हें बधाई दी। हम उनके लंबे और सुखी जीवन की कामना करते हैं।”
Spoke on phone to His Holiness the @DalaiLama to convey greetings on his 86th birthday. We wish him a long and healthy life.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 6, 2021
बता दें कि आज से करीब 62 साल पहले वर्ष 1959 में दलाई लामा को तिब्बत से भागकर भारत में शरण लेनी पड़ी थी। भारत पहुंचकर उनके द्वारा ही एक निर्वासित सरकार का गठन किया गया था। दलाई लामा तिब्बत के सबसे बड़े धर्मगुरु हैं, लेकिन चीन की नज़रों में वे एक अलगाववादी हैं, जो तिब्बत को चीन से अलग करना चाहते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा चीन के कट्टर विरोधी दलाई लामा को जन्मदिन की बधाई देना बेहद महत्वपूर्ण संकेत है, जिससे बीजिंग में चिंताओं का बढ़ना तय है। पिछले वर्ष भारत और चीन के बीच खूनी संघर्ष हुआ था जिसमें दोनों पक्ष को जान-माल का नुकसान झेलना पड़ा था। उसके बाद से ही भारत ने अपने कदमों से चीन को आर्थिक और राजनीतिक नुकसान पहुंचाने के प्रयास किए हैं।
चीन तिब्बत के अगले दलाई लामा को खुद नियुक्त करना चाहता है ताकि तिब्बती मामलों पर उसकी पकड़ और ज़्यादा मजबूत हो सके। हालांकि, दलाई लामा और दुनियाभर में रह रहे तिब्बती लोग मानते हैं कि अगले दलाई लामा को चुनने का अधिकार चीन के पास नहीं, बल्कि तिब्बती लोगों के पास है।
प्रधानमंत्री मोदी ने दलाई लामा को यह बधाई ऐसे समय में दी है जब चीनी कम्युनिस्ट पार्टी अपनी 100वीं वर्षगांठ मना रही है। ऐसे में दलाई लामा को बधाई देना प्रधानमंत्री मोदी द्वारा तिब्बतियों के संघर्ष को मुख्यधारा में लाने की कोशिश माना जा सकता है, जिससे बीजिंग के उत्सव में खलल अवश्य ही पड़ सकता है।
पिछले वर्ष पीएम मोदी के साथ-साथ देश के केंद्रीय मंत्रियों ने भी दलाई लामा के जन्मदिन पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी। सिर्फ किरेन रिजिजू और अरुणाचल प्रदेश के CM पेमा खांडु ने ही बधाई दी थी। हालांकि, आज स्वयं पीएम मोदी ने उन्हें बधाई देकर एक नया कीर्तिमान रच दिया है। इससे पहले नरेंद्र मोदी ने दलाई लामा को तब बधाई दी थी जब वे गुजरात के मुख्यमंत्री हुआ करते थे।
Last time it was 2013 when then CM Narendra Modi had congratulated Dalai Lama on his birthday. https://t.co/wLimurHiNK
— Vikrant Singh (@VikrantThardak) July 6, 2021