पंजाब वर्तमान में एक बड़े बिजली संकट का सामना कर रहा है जिसके परिणामस्वरूप राज्य भर में बड़े उद्योग बंद हो गए हैं। इस बिजली संकट के बीच पंजाब सरकार को झटका देते हुए, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पंजाब के उद्योगपतियों को कम दरों पर 24 घंटे निर्बाध बिजली के साथ अन्य भत्तों की पेशकश करते हुए उत्तर प्रदेश में काम करने के लिए आमंत्रित किया है। जिस तरह से पंजाब में कांग्रेस की सरकार अस्थिर दिखाई दे रही है, उससे नहीं लगता कि पंजाब में बिजली संकट समाप्त होने वाला है। ऐसे में उत्तर प्रदेश से मिले इस आकर्षक आमंत्रण को देखते हुए उद्योगपति जल्द ही अपने नई यूनिट को उत्तर प्रदेश स्थानांतरित या स्थापित कर सकते हैं।
दरअसल, रविवार को लुधियाना के उद्योगपतियों को सीएम के साथ बैठक के लिए यूपी सरकार की ओर से न्योता मिला। इसके बाद लुधियाना के कारोबारियों का एक प्रतिनिधिमंडल सोमवार को लखनऊ के लिए रवाना हुआ और योगी आदित्यनाथ के साथ उनके कार्यालय में तीन घंटे लंबी बैठक की।
Amid Punjab power crisis, CM Yogi Adityanath invites Ludhiana industrialists to set up their business in UP, promises 24-hour power, perks pic.twitter.com/CBjXGUPK4L
— Megh Updates 🚨™ (@MeghUpdates) July 13, 2021
एक प्रमुख व्यवसायी और Federation of Dyeing Factories Association के अध्यक्ष टीआर मिश्रा ने कहा, “रविवार को, मुझे यूपी सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी का फोन आया, जिन्होंने मुझे बताया कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ लुधियाना के उद्योगपतियों से मिलना चाहते हैं और यूपी में औद्योगिक यूनिटों की स्थापना पर चर्चा करना चाहते हैं। इसके बाद हमने लखनऊ के लिए उड़ान भरी और सीएम के साथ लंबी बैठक की, जो लगभग तीन घंटे तक चली।”
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उन्होंने आगे बताया कि, “सीएम योगी ने वादा किया है कि पंजाब के विपरीत, उनके उद्योग स्थापना के बाद उन्हें 24 घंटे निर्बाध बिजली की आपूर्ति दी जाएगी, वह भी सस्ती दरों पर। इसके अलावा, यूपी सरकार औद्योगिक इकाइयों की उचित सुरक्षा भी सुनिश्चित करेगी। हमें आने वाले नोएडा अंतरराष्ट्रीय ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे के निकट यमुना एक्सप्रेसवे जैसे प्रमुख क्षेत्रों में औद्योगिक क्लस्टर स्थापित करने के लिए अतुलनीय प्रोत्साहन और विकल्प का वादा किया गया है, जो भारत का सबसे बड़ा हवाई अड्डा होगा।”
मिश्रा ने सीएम द्वारा दिए गए प्रस्तावों को आकर्षक बताते हुए कहा, “सबसे बड़ा फायदा यह है कि लुधियाना के कारखानों में काम करने वाले लगभग 90% श्रमिक यूपी से हैं। इस मामले पर जल्द ही सामूहिक निर्णय लिया जाएगा।”
इस बैठक में फेडरेशन ऑफ इंडस्ट्रियल एंड कमर्शियल ऑर्गनाइजेशन (FICO), फेडरेशन ऑफ डाइंग एसोसिएशन, फोकल प्वाइंट फेज -7 एसोसिएशन और पूर्वांचल उद्योग विकास परिषद के प्रतिनिधियों ने यूपी के सीएम से मुलाकात की।
अटल पूर्वांचल उद्योग विकास परिषद के अध्यक्ष राम उग्रा शर्मा ने भी कहा, ‘पंजाब लौटने के बाद हम संघ के सदस्यों के साथ उन पर चर्चा करेंगे। हमें ऑफ़र आकर्षक लगे।’
यह बैठक तब हुई है जब पंजाब में लंबे-लंबे पॉवर कट हो रहे हैं। भीषण गर्मी में लोग सड़कों पर उतर आए हैं। ऐसे में लगातार गहरा रहे बिजली संकट की गाज उद्योगों पर ही गिरी है। पंजाब में लार्ज इंडस्ट्री, आर्क फर्नेस इंडस्ट्री, इंडक्शन फर्नेस इंडस्ट्री एवं रोलिंग मिल के लिए दो दिन का साप्ताहिक आफ डे लागू कर दिया गया था। इससे उद्योग जगत में हाहाकार मच गया था। कोरोना के कारण कई महीनों तक बंद रहने के बाद अभी तो कुछ दिनों पहले ही यूरोप के बाजार खुले थे। कारोबारियों के कई समूहों ने पंजाब सरकार से बातचीत करने की कोशिश की थी लेकिन उसका कोई फायदा नहीं हुआ।
अब उत्तर प्रदेश को देश का नंबर एक राज्य बनाने में जुटे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मौके पर चौका मारते हुए एक बार फिर से यह दिखा दिया है कि अभी के समय में उनके जैसा कोई दूसरा मुख्यमंत्री नहीं है। उन्होंने कोरोना के समय चीन से भाग रही कंपनियों को उत्तर प्रदेश में आमंत्रित कर राज्य के विकास और रोजगार को बढ़ाने के लिए कई प्रस्ताव दिए थे। वहीं, दक्षिण कोरियाई स्मार्टफोन और इलेक्ट्रॉनिक्स दिग्गज सैमसंग ने घोषणा की थी कि उसने उत्तर प्रदेश में अपनी डिस्प्ले निर्माण इकाई का निर्माण पूरा कर लिया है। कंपनी की नई मैन्युफैक्चरिंग यूनिट नोएडा में स्थित है और यह डिस्प्ले उत्पादन का नया केंद्र बन चुका है। अब पंजाब के कारोबारी भी उत्तर प्रदेश में कारोबार के लिए अनुकूल माहौल देख कर अवश्य ही अपनी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट को पंजाब से UP स्थान्तरित करेंगे।