इन दिनों फिल्मों की दुनिया में एक अजीब विरोधाभास देखने को मिल रहा है। हमारे फिल्म उद्योग का प्रतिनिधित्व सबसे अधिक करता है बॉलीवुड, जो प्रमुख तौर से ‘हिन्दी’ फिल्म उद्योग है। बॉलीवुड में योग्यता और कहानी को छोड़कर हर चीज पर फोकस किया जाता है, विशेषकर वंशवाद पर। वहां, अगर आप ‘स्टार किड्स’ नहीं हैं तो आपको मौका मिलना बहुत मुश्किल है. इससे कोई फ़र्क नहीं पड़ता कि आप एक्टिंग कितनी अच्छी करती हैं।
बॉलीवुड अपने वंशवाद को लेकर दुनियाभर में बदनाम है. वहीं, दूसरी ओर ऑनलाइन कॉन्टेन्ट स्ट्रीमिंग प्लेटफ़ॉर्म जैसे यूट्यूब, सोनी लिव, नेटफ्लिक्स, अमेजॉन प्राइम, हॉटस्टार, इत्यादि ने ऐसे-ऐसे सितारे खोज के निकाले हैं, जो बॉलीवुड के ‘टिपिकल हीरो’ या हीरोइन के खांचे में फिट नहीं बैठते परंतु उनकी योग्यता और उनके अभिनय के बल पर उन्हे ऐसी प्रसिद्धि मिली है, जो स्टार किड ‘paid media’ और अन्य साधनों से भी न कमा पाए।
अच्छा अभिनेता देश को नहीं दे पाया वहीं दूसरी तरफ कैसे ओटीटी प्लेटफॉर्म्स ने बेहतरीन अभिनेताओं से देश का परिचय कराया।
जयदीप अहलावत, मनोज बाजपई, नवाजुद्दीन सिद्दीकी, पंकज त्रिपाठी और शारिब हाशमी इत्यादि में समान बात क्या है? ये सभी अभिनेता अपने अभिनय के लिए चर्चित हैं। इसके बाद भी बॉलीवुडिया फिल्मों में इन्हें या तो साइड रोल, या फिर नकारात्मक रोल दिए जाते हैं, लेकिन OTT ने इन्हे अप्रत्याशित प्रसिद्धि दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
जितनी चर्चा किसी समय में ‘दीवार’ के विजय, ‘शोले’ के जय वीरू एवं गब्बर सिंह और उनके चरित्रों की होती थी, उतनी ही चर्चा आज ‘मिर्ज़ापुर’ के कालीन भैया, ‘सेक्रेड गेम्स’ के गणेश गायतोंडे या ‘द फैमिली मैन’ के श्रीकांत तिवारी एवं जयवंत काशीनाथ तलपड़े जैसे किरदारों की होती है, और उनके मीम्स भी बड़े चाव से शेयर किये जाते हैं।
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ये भूमिका निस्संदेह नकारात्मक थी और काफी हिंसक भी परंतु ‘मुन्ना भैया’ के रूप में दिव्येंदु शर्मा ने ऐसी छाप छोड़ी की सभी दर्शक उनके फैन बन गए। उनका किरदार फिलहाल के लिए मिर्ज़ापुर की कहानी के अनुसार मृत है, परंतु जनता की मांग है कि उन्हे अगले सीज़न में फिर से वापिस लाया जाए। इसे अभिनय की लोकप्रियता नहीं तो और क्या कहा जाए?
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OTT ने कुछ ऐसा ही कायाकल्प किया गुजराती अभिनेता प्रतीक गांधी का। वे गुजराती फिल्मों में चर्चित नाम थे, परंतु उन्हे भारत में कोई नहीं जानता था। परंतु हँसल मेहता द्वारा निर्देशित ‘Scam 1992’ वेब सीरीज़ में स्टॉक ब्रोकर हर्षद मेहता के किरदार को जो उन्होंने जीवंत किया, उसने एक ऐसी छाप छोड़ी कि वे घर घर में जाने लगे। यदि ‘Scam 1992’ एक फिल्म होती, और यदि इसे थियेटर में प्रदर्शित किया जाता, तो प्रतीक के प्रदर्शन पर जमकर तालियाँ और सीटियाँ बजती।
हर्षद मेहता ने बड़ी सफाई से करोड़ों का घोटाला किया, लेकिन प्रतीक गांधी ने जिस प्रकार से उनकी भूमिका अदा की उससे न तो उन्होंने हर्षद मेहता को ज्यादा नकारात्मक बनाया और न ही उनका महिमामंडन किया। प्रतीक गांधी के इसी अभिनय का कारण है कि बड़े-बड़े बॉलीवुड निर्माता उनके साथ काम करने को इच्छुक हैं और वे अभी टी सीरीज़ फिल्म्स के साथ ‘डेढ़ बीघा जमीन’ के निर्माण में जुटे हुए हैं।
जितेंद्र कुमार को जानते हैं? हाँ, अपने ‘पंचायत’ वाले जीतू? इन्होंने न केवल एक लोकप्रिय OTT चैनल TVF की नींव रखी है, अपितु स्वयं भी अपने अभिनय के कौशल से सबका मन मोहते रहते हैं। ‘Pitchers’, ‘Bachelors’, ‘Panchayat’, ‘Kota Factory’ जैसी कई यथार्थवादी एवं कथा से परिपूर्ण वेब सीरीज़ में इन्होंने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है।
ठीक इसी प्रकार से कभी Epic चैनल पर ‘Dariba Diaries’ में नायक की प्रेमिका की भूमिका अदा करने वाली रसिका दुग्गल आज ‘मिर्ज़ापुर’ सीरीज़ के कारण काफी चर्चित नाम बन चुकी है। ‘मिर्ज़ापुर’ के अलावा उन्होंने ‘Made in Heaven’ और ‘Delhi Crime’ जैसे सीरीज़ में भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है।
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इसी प्रकार से एक जूनियर आर्टिस्ट को भी OTT ने जनता के बीच एक चर्चित नाम बना दिया है। Sunny Hinduja का नाम सुना है? नहीं, तो कम से कम ‘Aspirants’ के संदीप भैया को तो जानते ही होंगे। हाँ जी, किसको पता था कि Epic चैनल के ‘Adrishya’ सीरीज में रवींद्र कौशिक की छोटी सी भूमिका निभाने वाला ये अभिनेता एक दिन हर घर में चर्चित नाम बनेगा?
परंतु OTT ने ही इन्हे वो प्रसिद्धि दिलवाई। इन्होंने ‘Bhaukaal’, ‘The Family Man’ इत्यादि में भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया, परंतु ‘Aspirants’ में मूल अभिनेता नवीन कस्तूरिया से ज्यादा लाइमलाइट लेने वाले सनी हिंदूजा ने संदीप भैया के तौर पर अधिकांश भारतीयों के हृदय में अपना एक अलग स्थान बना लिया।
कुछ और भी लोग है, जिनकी शुरुआत तो अच्छी नहीं थी, पर उन्होंने OTT के जरिए अपनी अलग पहचान बनाई। नवीन पोलिशेट्टी भी उन्ही में से एक है। AIB नामक विवादित कॉमेडी ग्रुप से ये प्रारंभ में अवश्य जुड़े थे, परंतु इन्होंने अपनी प्रतिभा के दम पर OTT, फिर तेलुगु और फिर बॉलीवुड में भी अपना नाम बनाया।
‘Chinese Bhasad’ से चर्चा में आए नवीन ने ‘Agent Sai Shrinivasa Athreya’ और ‘Jathi Ratnalu’ के जरिए तेलुगु सिनेमा को भारत भर में लोकप्रिय बनाने में अपना योगदान भी दिया। इतना ही नहीं, इन्होंने 2019 में ‘छिछोरे’ के जरिए बॉलीवुड में अपना सफल डेब्यू भी किया था।
इसी भांति सुमित व्यास, विक्रांत मेसी जैसे अभिनेताओं को भी OTT ने एक नया मंच दिया, और आज जितनी प्रसिद्धि इन्हे मिल रही है, उतनी तो शायद सुहाना खान, जाह्नवी कपूर, आर्यन खान, अर्जुन कपूर जैसे अनेक स्टार किड्स को पूरी मीडिया खरीद के भी न मिले। ये लड़ाई अभी बहुत लंबी है, परंतु एक सकारात्मक दिशा में प्रयास हो चुका है, जिसके लिए OTT का आभार प्रकट करना आवश्यक है।