चीनी ऑनलाइन फैशन और स्पोर्ट्स रिटेलर Shein भारत में एक बार फिर वापसी कर रहा है। सरकार ने पिछले साल जून में अन्य चीनी ऐप्स के साथ इसे भी प्रतिबंधित कर दिया था। अतः चीनी ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म दो दिवसीय प्राइम सेल (26-27 जुलाई) के दौरान भारत में अमेज़न द्वारा अप्रत्यक्ष रूप से लॉंच किया जाना था। परंतु, सरकार ने अभी इस पर विचार करने तक प्रतिबंध लगा दिया है। आइये, हम आपको समझातें है कि Shein पर पूर्णकालिक प्रतिबंध क्यों यथोचित है।
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Shein क्या है?
Shein खुद को “एक अंतरराष्ट्रीय बी-2-सी फास्ट फैशन ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म जो महिला परिधान केंद्रित होने के साथ-साथ पुरुषों के परिधान, बच्चों के कपड़े, सहायक उपकरण, जूते, बैग और अन्य फैशन आइटम के उत्पादनकर्ता के रूप में वर्णित करता है। यह फैशन के सौन्दर्य को सभी तक पहुँचानें का वादा करता है। हाल के वर्षों में Shein, Zara और H&M जैसे स्थापित प्रतिद्वंद्वियों पर भारी पड़ रहा था। संयुक्त राज्य अमेरिका में तो ios और एंड्रॉइड पर तो यह सबसे अधिक डाउनलोड किया जाने वाला शॉपिंग ऐप बन गया था।
कारण
2008 में स्थापित, Shein के प्रगति के मुख्य कारण “Gen Z” अर्थात युवा ग्राहकों के बीच लोकप्रियता, फैशन बाजार में खरीदारों को आकर्षित करने के लिए इंस्टाग्राम और टिकटॉक जैसे सोशल-मीडिया प्लेटफॉर्म का प्रयोग और डिस्काउंट कोड पर प्रभावशाली लोगों से सहयोग लेना आदि शामिल है। यह खुदरा विक्रेता कम लागत उत्पादों की पेशकश करता हैऔर हर हफ्ते अपने ऐप में सैकड़ों नए डिज़ाइन अपलोड करता है।
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क्यों करें बहिष्कार
- संदेहपूर्ण– परंतु Shein, जिसका पूर्ववर्ती नाम “Sheinside” था एक पूर्ण रहस्य है। कंपनी के आधिकारिक ऑनलाइन वेबसाइट पर कंपनी का कोई फोन नंबर, ईमेल और प्रेस संपर्क नहीं मिला। यहां तक कि इसके संस्थापक का नाम भी पहेली बना हुआ है। यह अपारदर्शी कंपनी ज्यादातर डिजिटल मार्केटिंग और ब्लॉगर्स पर निर्भर करती है, ताकि आप उनकी आपूर्ति श्रृंखला के बारे में पारदर्शी रूप से कुछ भी जानने के बजाय उनके उत्पादों के आदी हो सकें।
- पर्यावरणीय प्रभाव– कंपनी अपने संचालन, विशेष रूप से इसके पर्यावरणीय प्रभाव में अनैतिक और अस्थिर होने के कारण भी आलोचनाओं के घेरे में आ गई है। Shein का बिजनेस मॉडल सिर्फ और सिर्फ अधिक खपत पर आधारित है। सूचना के आभाव और व्यापक उपभोक्ता दबाव के बिना Shein की पर्यावरण के प्रति कॉर्पोरेट जवाबदेही की कल्पना करना कठिन है। कंपनी का मकसद सिर्फ “दशक की फैशन दिग्गज” बनना है।
- मानव संसाधन का शोषण– इसके अतिरिक्त, Shein की आंतरिक नीतियों के बारे में लगातार चिंता व्यक्त की गई है। पिछले कुछ वर्षों वैश्विक समाज और मुखर हुआ है, क्योंकि Shein को एक कंपनी के रूप में कैसे शासित किया जाता है। इस बारे में वस्तुतः कोई जानकारी नहीं है। हालांकि, सस्ते दाम कभी-कभी कंपनी की श्रम प्रथाओं का संकेतक हो सकते हैं। इस कंपनी में परिधान श्रमिकों के लिए लंबे, उबाऊ और थकाऊ काम के घंटों का लंबा इतिहास है।चीन में यह ‘फास्ट फैशन’ कंपनी जबरन लेबर ट्रैफिकिंग से जुड़ा है। इसके अलावा, चीन में तेजी से फैशन उद्योग उच्च उत्पादन दर बनाए रखने के लिए अवैध बाल श्रम की भी भर्ती करता है। हालात इतने अनैतिक हैं कि वे चीन के अपने श्रम कानूनों का उल्लंघन करते हैं। फास्ट फैशन उद्योग के श्रमिकों के पास पर्याप्त स्वच्छता तक पहुंच नहीं है।अमेरिकी अधिकारियों और मानवाधिकार संगठनों का कहना है कि चीन के शिंजियांग क्षेत्र में कपास के खेतों और कारखानों में जबरन श्रम का उपयोग किया जा रहा है, मुख्य रूप से उइगर और जातीय कजाखों को उस विशाल नजरबंदी शिविर प्रणाली में कैद किया गया है जिसे चीनी सरकार ने हाल के वर्षों में इस क्षेत्र में बनाया है।जनवरी में, ट्रम्प प्रशासन ने कथित मानवाधिकार उल्लंघन के संबंध में शिनजियांग से कपास पर प्रतिबंध लगा दिया था
Shein का उद्भव उपभोक्तावादी संस्कृति का विकृत स्वरूप है। इस कथन का प्रमाण है कि आर्थिक निरंकुशता, साम्राज्यवाद और पूंजीवाद की परिनीती शोषण है। Shein के इस कृत्य से सभी शोषित है- पर्यावरण, उइगर, कजाख और आर्थिक स्वतन्त्रता। भारतीय सरकार को दृढ़ इच्छाशक्ति का परिचय देते हुए चीन की इस निरंकुश उद्यम को सदा सर्वदा के लिए प्रतिबंधित कर देना चाहिए। Shein की कार्यशैली वहाँ के साम्यवादी शासन के परमपराओं को प्रतिबिम्बित और परिलक्षित करती है। जनमानस से भी नम्र निवेदन है कि मानवता और राष्ट्र हिट हेतु अपने Shein फैशन से परहेज करें।
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