बैंड बजे तो बजे नवाबी न घटे – अब विराट कोहली हमें बताएंगे कि हम दीपावली कैसे मनाएँ

उपदेश से पहले परफ़ॉर्मेंस पर ध्यान दो!

विराट कोहली दीपावली

कुछ लोगों को देखकर एक मुहावरा अनायास ही याद आता है – घर फूंककर तमाशा देखना। ऐसे ही लोगों में विराट कोहली भी एक हैं। आखिरी बार रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू के कप्तान के रूप में उनकी टीम IPL से बाहर हो गई, टी20 विश्व कप में यदि प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा तो संभवत: टी20 की कप्तानी के साथ-साथ वनडे टीम की कप्तानी भी छीनी जा सकती है। इसके बावजूद भी इनके सनातन धर्म के प्रति घृणा में तनिक भी अंतर नहीं आ रहा। टी20 विश्व कप में भारत का अभियान शुरू होने में एक हफ्ता बाकी है और पहला ही मैच चिर-प्रतिद्वंदी पाकिस्तान से है, परंतु विराट कोहली की प्राथमिकता यह है कि वह सनातनियों को उपदेश दें कि उन्हें दीपावली कैसे मनानी चाहिए।

ये हम नहीं कह रहे हैं, स्वयं विराट कोहली ने ऐसा ट्वीट किया है। उन्होंने पोस्ट कर लिखा है, “अगले कुछ हफ्तों में मैं आपके साथ कुछ निजी टिप्स साझा करूंगा कि कैसे दीपावली को अपने प्रियजनों के साथ एक सार्थक तरह से मनाना चाहिए। आप इसके लिए मेरा Pinterest लिंक अवश्य फॉलो करें।”

इसी को कहते हैं, बैंड बजे तो बजे परंतु नवाबी न घटे। एक ओर विराट कोहली के करियर पर प्रश्न चिन्ह लगने वाला है, परंतु इन्हें इस बात की चिंता अधिक है कि लोग दीपावली किस प्रकार से मना रहे हैं, या फिर उनके हिसाब से मना रहे हैं या नहीं। पिछले वर्ष भी इन्होंने लोगों से दीपावली के अवसर पर पटाखे न फोड़ने की अपील की थी, जबकि आईपीएल में ये धड़ल्ले से अपने ही ‘स्थापित आदर्शों’ की धज्जियां उड़ा रहे थे।

और पढ़ें : विराट, प्रियंका और अब बुमराह – सारी समस्या इन्हें दिवाली के पटाखों से ही है

इस बार विराट की दाल सोशल मीडिया पर नहीं गली। लोगों ने उनके दोहरे मापदंडों पर उसे खूब आड़े हाथों लेते हुए खरी-खोटी सुनाई। @coolfunnytshirt नामक ट्विटर अकाउंट ने ट्वीट किया, “विराट, क्या आप और अनुष्का हम हिंदुओं के लिए एक पुस्तिका निकाल सकते हैं कि हमें अपने त्योहार जैसे दीपावली, होली, विजयदशमी, जन्माष्टमी, शिवरात्रि, दुर्गा पूजा, गणेश चतुर्थी, इत्यादि कैसे मनाने चाहिए? हमें पता चल जाएगा क्या चीजें सार्थक हैं और क्या चीजें नहीं है?” 

नवीद नामक ट्विटर अकाउंट ने व्यंग्यात्मक लहजे में ट्वीट किया, ‘चैंप, तुम्हारी इन्हीं हरकतों के कारण RCB के फैंस को उतना दुख नहीं होता जब RCB के पास कोई आईपीएल ट्रॉफी नहीं होती।”

द स्किन डॉक्टर नामक ट्विटर अकाउंट ने मानो क्रोध में आकर ट्वीट किया, “हे भगवान, ये फिर से शुरू हो गया?”

फिर एक व्यक्ति ने विराट के ही एक पुराने फोटो को शेयर करते हुए ट्वीट किया, “एक समय विराट कोहली भी गर्व से दीपावली का उत्सव मनाते थे। फिर वे टूलकिट गैंग के साथ जुड़ गए और बाकी तो आपको पता है हीं।”

इसके बाद तो एक नया ट्रेंड शुरू हो गया, ‘सुनो कोहली’ के नाम से। द स्किन डॉक्टर ने इस ट्रेंड में भी योगदान देते हुए ट्वीट किया, “भारत का कुल कार्बन डाईऑक्साइड एमिशन लगभग 2 टन प्रतिवर्ष होता है। विराट कोहली और अनुष्का शर्मा के स्वामित्व वाला प्राइवेट जेट सिर्फ 3 घंटे की एक ट्रिप में इसका तीन गुना एमिशन करता है। अब ये तो कृपया हमें पर्यावरण पर ज्ञान न ही दें। अब आप #SunoKohli के अंतर्गत हमें सुझाव दें कि उन्हें क्यों हमारे त्योहारों पर कम और अपने प्रदर्शन, विशेषकर टी20 विश्वकप पर अधिक ध्यान केंद्रित करना चाहिए।”

 

विराट कोहली जैसे अनेक Woke Influencers हैं, जिनके ज्ञान चक्षु केवल सनातनी त्योहारों पर ही उपदेश देने के लिए खुलते हैं, विशेषकर दीपावली जैसे त्योहारों पर। पराली जलाने के साथ-साथ अवैध निर्माण और निर्माण में गलत प्रक्रिया समेत तमाम चीजों से होने वाले प्रदूषण पर इन मौसमी एक्टिविस्टों को सांप सूंघ जाता है, लेकिन दीपावली पर ज्ञान देना इनका परम धर्म है। यदि इस बार टी20 विश्व कप में भारत के प्रदर्शन पर नकारात्मक असर पड़ा, तो इसके लिए केवल और केवल एक ही व्यक्ति जिम्मेदार होगा, और वह हैं विराट कोहली!

Exit mobile version