बॉलीवुड फिल्मों के जाने-माने अभिनेता हरीश पटेल हॉलीवुड की मार्वल वेबसीरीज की आने वाली फिल्म Eternals में दिखने वाले हैं। हरीश पटेल बॉलीवुड फिल्मों से दूरी बना चुके हैं और अधिकांशतः देश-विदेश में थिएटर में अभिनय करते दिखते हैं, किंतु 90 के दशक में हरीश पटेल बॉलीवुड फिल्मों में अक्सर मुख्य किरदार निभाया करते थे। उन्होंने गुंडा, घातक, सलाखें जैसी बड़ी फिल्मों में सहायक अभिनेता का किरदार निभाया है। अपने हालिया इंटरव्यू में उन्होंने वर्तमान के बॉलीवुड के निर्देशकों और प्रोड्यूसरों को आड़े हाथों लिया।
हरीश पटेल ने पुराने समय के निर्देशकों की तुलना आज के निर्देशकों से करते हुए वर्तमान के निर्देशकों को बदतमीज करार दिया है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि बॉलीवुड में सभी लोग बुरे नहीं है, किंतु पटेल के अनुसार बॉलीवुड का स्तर दिनों-दिन गिरता जा रहा है।
मीडिया को दिए इंटरव्यू में हरीश पटेल ने कहा था कि “मैंने अपने करियर की शुरुआत श्याम बेनेगल, गोविंद निहलानी, गिरीश कर्नाड जैसे दिग्गजों के साथ की थी।” उन्होंने शशि कपूर के बारे में बताते हुए कहा कि, “पृथ्वी थिएटर में वे मेरे पास आए, और पूछा, ‘सर, क्या आप मेरी फिल्म में काम करेंगे?’ हरीश शशि कपूर के व्यक्तित्व के बारे में बता रहे थे कि उन्होंने एक थिएटर कलाकार को अपनी फिल्म में काम करने के लिए हाथ जोड़कर निवेदन किया था जबकि उस समय शशि कपूर बॉलीवुड में एक बड़ा नाम था।
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इसके बाद हरीश ने बताया कि, “जब आपने ऐसे लोगों के साथ काम किया है, ऐसे लोगों के साथ हैंगआउट किया है, उनसे सीखा है, तो आप ‘आज कल के चट्टे-बट्टे, बदतमीज लोगों’ को गंभीरता से कैसे ले सकते हैं। हर कोई ऐसा नहीं होता, लेकिन सोचिए, अगर डायरेक्टर और प्रोड्यूसर के पास मुझसे बात करने का वक्त ही नहीं है तो मैं उनके साथ कैसे काम कर सकता हूं, मुझे इन लोगों की परवाह नहीं है। मैं भाग्य में विश्वास करता हूँ; जो होना है वह होगा।”
हरीश पटेल हिंदी सिनेमा के हाल से वाकिफ है। यही कारण है कि 2004 के बाद उन्होंने एक भी हिंदी फिल्म में काम नहीं किया, इसके बाद भी लोगों ने उन्हें Eternals के ट्रेलर में देखते ही पहचान लिया। पटेल ने बताया कि उन्हें स्वयं भी विश्वास नहीं था कि लोग उन्हें आज भी पहचानते हैं। उन्होंने कहा “मैं बहुत हैरान था जब लोगों ने मुझे ट्रेलर में दो-सेकंड की उपस्थिति के बाद पहचान लिया क्योंकि 2004 के बाद से, मैं भारत में काम करने में सक्षम नहीं हूं, इसलिए नहीं कि मुझे भूमिकाएं नहीं मिल रही हैं, बल्कि इसलिए कि मुझे काम के लिए हर दो महीने में विदेश जाना होता था।”
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हरीश पटेल का बयान बॉलीवुड से जुड़े लोगों में दिनों- दिन बढ़ते घमंड को दिखाता है। बॉलीवुड का यह घमंडी रवैया पिछले कुछ वर्षों में आम लोगों के बीच खुलकर सामने आया है। विशेष रुप से सोशल मीडिया के बढ़ते चलन ने बॉलीवुड की वास्तविकता से लोगों को परिचित कराया है। बॉलीवुड के घमंडी निर्देशकों को लगा था कि यदि हरीश पटेल को बॉलीवुड में काम नहीं मिलेगा तो उनका कैरियर समाप्त हो जाएगा, लेकिन अपने टैलेंट के बल पर हरीश पटेल आज हॉलीवुड के सबसे बड़े ब्रांड में से एक मार्वल स्टूडियो के साथ काम कर रहे हैं।
हरीश पटेल तो मात्र एक उदाहरण हैं, बॉलीवुड में हमेशा ही प्रतिभाशाली अभिनेताओं और अभिनेत्रियों के साथ भेदभाव किया है। इरफान खान जैसे बड़े अभिनेता को लंबे समय तक बॉलीवुड में छोटी बैनर की फिल्में मिलती थी और उन्हें कमर्शियल सिनेमा के योग्य नहीं समझा जाता था। हालांकि, इरफान और हरीश पटेल जैसे अभिनेताओं ने अपने अभिनय के बल पर बॉलीवुड को पूरी तरह गलत साबित किया है।