हाल ही में बॉलीवुड का सिर एक बार फिर शर्म से झुक गया, जब प्रसिद्ध अभिनेता शाहरुख खान का बेटा आर्यन खान नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की रेड में एक क्रूज़ शिप से हिरासत में लिया गया। आर्यन खान इस समय नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की हिरासत में है और उसपर मादक पदार्थों के सेवन करने का आरोप है। बॉलीवुड की तमाम हस्तियां इस मामले में शाहरुख के बेटे की बचाव करती दिख रही है लेकिन उसने जो अपराध किए हैं उसकी सजा तो भुगतनी ही है। इसी बीच आर्यन का कोर्ट में बचाव करने की जिम्मेदारी अधिवक्ता सतीश मानशिंदे ने ली है, जिन्हें अगर बॉलीवुड के ‘नशेड़ियों की वॉशिंग मशीन’ कहा जाए तो गलत नहीं होगा।
कौन है सतीश मानशिंदे?
यह सतीश मानशिंदे है कौन? इनका आर्यन खान के बचाव में आना आर्यन खान की छवि के लिए हानिकारक क्यों है? असल में सतीश मानशिंदे अधिवक्ताओं की श्रेणी में वही स्थान रखते हैं, जो एक समय पर अधिवक्ता राम जेठमलानी रखा करते थे। उन्होंने अपने अपने करियर की शुरुआत 1983 में मुंबई से की। उन्होंने देश के मशहूर वकील रहे राम जेठमलानी के साथ करीब 10 सालों तक काम किया। राष्ट्रीय स्तर पर कर्नाटक मूल के यह वकील चर्चा में तब आए, जब इन्होंने 1993 के मुंबई धमाकों के मामले में बॉलीवुड स्टार संजय दत्त को जमानत दिलाई थी। साल 2007 में भी उन्होंने गैर कानूनी रुप से हथियार रखने के मामले में संजय दत्त का बचाव किया।
सलमान खान का ड्रंक एंड ड्राइव केस मानशिंदे ने ही लड़ा था। कहा जाता है कि 1998 में काले हिरण का शिकार मामले में भी उन्होंने सलमान खान के पक्ष में दलील दी थी। वह उन्हीं लोगों की अधिक पैरवी करते पाए गए हैं, जिनका परिवेश बिल्कुल भी क्लीन नहीं रहा है और अधिकतर मामलों में वे दोषी भी पाए गए हैं। ऐसे में उनके एक निष्पक्ष अधिवक्ता होने पर कोई कैसे विश्वास करेगा?
यही नहीं, सतीश मानशिंदे ने पिछले वर्ष अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती का भी बचाव किया था, जब उन पर ड्रग्स के सेवन के आरोप लगे थे और NCB की टीम ने हिरासत में लेने से पहले उसके घर से ड्रग्स भी बरामद की थी।
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आखिर क्यों इनका साथ जुड़ना है विवाद का विषय?
प्रश्न ये उठता है कि आखिर सतीश मानशिंदे के साथ जुडने से आर्यन को क्या नुकसान होगा? इसके लिए आप केवल कोर्ट में सतीश के दलीलों का विश्लेषण कर लीजिए। एडिशनल चीफ मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट (CMM) आरके राजे भोसले की अदालत में सुनवाई के दौरान पेश होते हुए सतीश ने दलील दी कि आर्यन को आभास नहीं था कि क्रूज़ पर ड्रग्स होंगे। उन्हें मात्र आमंत्रित किया गया था। परंतु FIR की कॉपी में स्पष्ट बताया गया है कि केवल बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन के पास से 13 ग्राम कोकीन, 5 ग्राम MD (Mephedrone) आदि कई नशीले पदार्थ बरामद हुए हैं।
इसके अलावा छापेमारी में क्रूज़ शिप से 21 ग्राम चरस, MDMA (Ecstasy) की 22 गोलियां और 1.13 लाख रुपए बरामद किए गए हैं। NCB ने अदालत को बताया कि पूरे एक दिन की छापेमारी के बाद ये चीजें जब्त की गई हैं। व्हाट्सएप चैट्स के माध्यम से ड्रग सप्लायर्स और पेडलर्स का नेटवर्क काम कर रहा था।
सतीश मानशिंदे ने आर्यन के पक्ष में कहा कि आर्यन खान को एक दिन के लिए कस्टडी में लिया जाए और जो जांच करनी है उसी एक दिन में किया जाए। उन्होंने दावा किया कि पार्टी के आयोजकों ने उन्हें बुलाया था और उनके पास से कोई आपत्तिजनक चीजें नहीं मिली हैं।
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आखिर किसे बेवकूफ बनाने का प्रयास कर रहे हैं एडवोकेट सतीश? सत्य तो यह है कि सतीश मानशिंदे उन लोगों में सम्मिलित है, जो बॉलीवुड के कुख्यात हस्तियों को बचाने के लिए किसी भी हद तक जाते हैं, चाहे उसके लिए नैतिकता और व्यवहारिकता की बलि ही क्यों न चढ़ानी पड़े। जिस प्रकार से उन्होंने पूर्व में सलमान खान से लेकर रिया चक्रवर्ती का बचाव किया है और जिस प्रकार से उन्होंने आर्यन के बचाव में दलीलें दी हैं, उससे अगर वह आर्यन को सफलतापूर्वक बाहर निकलवा लाया, तो कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी।