टूलकिट गैंग तो आपको याद ही होगा। हाँ.. हाँ, वही टूलकिट गैंग, जिसने ‘किसान आंदोलन’ के नाम पर भारत की छवि खराब करने का प्रयास किया था, और जिसमें अमेरिकी पॉप सिंगर रिहाना, लेबनान की पूर्व पॉर्न अभिनेत्री मिया खलीफा समेत कई विदेशी ‘हस्तियों’ ने एक सुनियोजित अभियान के अंतर्गत भारत को नीचा दिखाने का प्रयास किया। अब इस सूची में एक नया नाम शामिल हुआ है – मार्टिना नवरातिलोवा का।
कौन है मार्टिना नवरातिलोवा
मार्टिना नवरातिलोवा कौन? बहुत से भारतीयों को इनके बारे में कोई ज्ञान भी नहीं होगा, लेकिन जो टेनिस को थोड़ा बहुत भी फॉलो करते हैं, उन्हें इस भूतपूर्व टेनिस चैंपियन के बारे में अच्छी तरह पता होगा। कभी चेकोस्लोवाकिया (Czechoslovakia) की ओर से टेनिस खेलने वाली ये महिला बाद में अमेरिका की ओर से महिला टेनिस खेलने लगी। पहले एकल टेनिस और फिर डबल्स टेनिस में इन्होंने अनेक टूर्नामेंट जीतकर खूब यश कमाया। इन्होंने कुछ समय भारत के चैंपियन टेनिस प्लेयर लिएंडर पेस के साथ भी बिताया और उनके साथ भी कई ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट भी जीते।
विवाद का विषय
तो फिर जिसने लिएंडर पेस जैसे व्यक्ति के साथ मिलकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इतना यश कमाया हो, वो भारत के विरुद्ध विष क्यों उगलेगी? असल में टूलकिट गिरोह की भांति मार्टिना नवरातिलोवा का भी उद्देश्य स्पष्ट है – मोदी विरोध के नाम पर भारत को नीचा दिखाओ। अभी हाल ही में इन्होंने ट्वीट किया, “बहुत ही लोकतान्त्रिक देश है भारत? लगता है ट्रम्प का मुकाबला कर रहे हैं। पर मोदी और ट्रम्प में भी तो दांत काटी दोस्ती थी। क्या इस घटना का विरोध करेंगे? मुझे तो संदेह होता है”।
Quite the democracy, eh? Trying to catch up to trump, I see. But then Modi and trump were pretty chummy from what I could see… will Modi speak up against this man and his rhetoric? I doubt it… https://t.co/zDxZ6QIrX8
— Martina Navratilova (@Martina) October 21, 2021
मार्टिना नवरातिलोवा ने ‘द प्रिन्ट’ का एक संदेहास्पद वीडियो शेयर करते हुए भारतीय लोकतंत्र की प्रतिबद्धता पर ही प्रश्न उठा दिया, क्योंकि उसमें श्रीराम सेना नामक स्वघोषित समाजसेवी संस्था के नेता प्रमोद मुथालिक कट्टरपंथी मुसलमानों के विरुद्ध उग्र होने की बात कर रहा था। इसे प्रमुखता से लेफ्ट लिबरल गैंग ने भारत को बदनाम करने के लिए शेयर भी किया था।
https://twitter.com/cjwerleman/status/1450960251956518914
इससे पहले भी कर चुकी हैं ऐसा
लेकिन आपको क्या प्रतीत होता है, क्या मार्टिना ने ऐसा पहले नहीं किया है। कट्टर वामपंथी होने के नाते मार्टिना नवरातिलोवा को हर उस व्यक्ति से घृणा है, जो उसके डेमोक्रेट पार्टी का शत्रु है, और उसकी दृष्टि में पीएम नरेंद्र मोदी भारत का शोषण कर रहे हैं। जिस प्रोपगैंडा का फटा ढोल पीट-पीटकर स्वयं भारत के वामपंथी थक गए होंगे, अब उसी ढोल को वह स्वयं पीट रही हैं।
जब अमित शाह और नरेंद्र मोदी को विश्व के सबसे ‘लोकतान्त्रिक नेताओं’ में से एक की संज्ञा दे रहे थे, तो इसका उपहास उड़ाते हुए मार्टिना ने अमित शाह को झूठा सिद्ध करने का प्रयास किया। परंतु हद तो तब हो गई, जब इन्होंने न केवल भारतीय वामपंथियों का महिमामंडन किया, अपितु राणा अय्यूब जैसी झूठी पत्रकारों को ‘पत्रकारिता के मसीहा’ के रूप में सिद्ध करने का प्रयास भी किया।
एक वामपंथी पत्रकार ने जब राणा अय्यूब की व्यथा ट्विटर पर सुनाई, तो मार्टिना नवरातिलोवा ने तुरंत अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया, “राणा एक नायिका है!”
Rana is a hero!!! https://t.co/i4nUo5PWw2
— Martina Navratilova (@Martina) October 22, 2021
एक समय पर भगत सिंह ने अपनी माँ को एक पत्र में लिखा था, “मुझे पूरा विश्वास है कि ये देश आज़ाद होगा, परंतु मुझे भय है कि गोरे साहिब चले जाएंगे और उनकी जगह ये भूरे साहिब ले लेंगे!” जिस प्रकार से मार्टिना नवरातिलोवा के ऊटपटाँग बयानों पर भारतीय वामपंथियों आह्लादित हो उठते हैं, कहीं न कहीं भगत सिंह इन्हीं ‘भूरे साहिब’ की ओर संकेत दे रहे थे।