सुपरमैन की फिल्म कश्मीर को एक विवादित क्षेत्र और भारतीय सेना को हमलावरों के रूप में दिखा रही है

यह पहली बार नहीं है जब हॉलीवुड ने कश्मीर मुद्दे पर दखल देने की कोशिश की है

सुपरमैन कश्मीर

हाल ही में, TFIPOST ने बताया था कि प्रसिद्ध अमेरिकी कॉमिक बुक प्रकाशक डीसी कॉमिक्स ने आगामी अंक में एक नए समलैंगिक सुपरमैन की घोषणा की है।नवीनतम पेशकश ने अमेरिकी Woke चरित्र को उजागर किया था। हालांकि, इससे एक कदम आगे बढ़ते हुए डीसी कॉमिक्स ने अपनी नई फिल्म “इनजस्टिस” में कश्मीर को एक विवादित क्षेत्र के रूप में दिखा दिया है।

दरअसल, DC की नवीनतम एनिमेटेड सुपरमैन की फिल्म ‘इनजस्टिस’ की रिलीज से पहले, सोशल मीडिया पर वायरल हुई। इस अंश में DC ने कश्मीर को एक विवादित क्षेत्र के रूप में दर्शाया है। वायरल हो रही क्लिप में सुपरमैन और वंडर वुमन को कश्मीर में भारतीय सेना के सभी सैन्य उपकरणों को नष्ट करते हुए और इसे “हथियार मुक्त क्षेत्र” घोषित करते हुए दिखाया गया है। सुपरमैन और वंडर वुमन ने दुनिया भर के विभिन्न क्षेत्रों में संघर्षों को कैसे समाप्त किया इसके बारे में बताते हुए वीडियो में उद्दृत है कि, “विवादित कश्मीर में सुपरमैन और वंडर वुमन ने सैन्य उपकरणों के हर टुकड़े को नष्ट कर इसे “आर्म फ्री जोन” घोषित कर दिया है।” इसके अलावा सुपरमैन भारतीय सेना को चेतावनी जारी करते हुए धमकी भरे लहजे में कहता है कि आप कश्मीर क्षेत्र को सेनामुक्त करे या फिर वो भारतीय सेना के खिलाफ कारवाई करेगा।

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यह पहली बार नहीं है जब हॉलीवुड ने कश्मीर मुद्दे पर दखल देने की कोशिश की है। इससे पहले भी ‘मिशन इम्पॉसिबल’ फिल्म में crew member ने कश्मीर के पहाड़ों में परमाणु बम गिराने की कोशिश वाले दृश्य को शूट करने से वंचित करने पर बखेड़ा खड़ा किया था।

मिशन इम्पॉसिबल फ्रैंचाइज़ी की छठी फिल्म “फॉलआउट” का अंतिम शूट कश्मीर में निर्धारित किया गया था जहां टॉम क्रूज़ द्वारा अभिनीत मुख्य नायक पात्र एथन हंट परमाणु बम को डिफ्यूज करने के लिए समय और गुरुत्वाकर्षण के खिलाफ लड़ता है। इस फिल्म में कश्मीर राज्य को ‘भारत-नियंत्रित कश्मीर’ कहा गया था और गलत मानचित्रों के साथ चित्रित करते हुए राज्य की सीमाओं को गलत तरीके से प्रस्तुत किया गाया था, जिसपर  केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड ने भी आपत्ति जताई थी।

कश्मीर संघर्ष में दखल देने के लिए हॉलीवुड का जुनून भारत के खिलाफ एंग्लो-अमेरिकन ऑपरेशन से उपजा है। Hollywood हमेशा अमेरिकी स्वार्थों के पूर्ति हेतु भारत और पाकिस्तान के बीच शत्रुता का चरम चित्रण प्रदान करता है। अमेरिका ऐसा चित्रण पूरे उपमहाद्वीप पर एक बार फिर से शासन करने हेतु अपनी साम्राज्यवादी महत्वाकांक्षा को संतुष्ट करने के लिए करता है। अमेरिका के इस कपोल-कल्पना अनुसार संयुक्त राष्ट्र के ट्रस्टीशिप और एंग्लो-अमेरिकन ब्लॉक द्वारा उदार रक्षा समर्थन के साथ अमेरिका इस अपना निजी गढ़ बनाने हेतु दृढ़ संकल्पित है।

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1950 में, अमेरिकी सशस्त्र बलों के संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ ने राष्ट्रपति ट्रूमैन को एक गोपनीय रिपोर्ट सौंपी थी जिसमें कश्मीर में हवाई अड्डों के निर्माण और संयुक्त राष्ट्र के ट्रस्टीशिप के तहत एक “स्वतंत्र” राज्य में इसके रूपांतरण की सिफारिश की गई थी। डॉ. टी.जी. स्पीयर (सेलविन कॉलेज के फेलो) ने 13 दिसंबर, 1951 को संयुक्त राष्ट्र संघ की कैम्ब्रिज शाखा बैठक में बोलते हुए घोषणा की- “घाटी को एक स्वतंत्र राज्य, एक एशियाई स्विट्जरलैंड में बदल दें। एक “स्वतंत्र कश्मीर” के लिए अमेरिकी योजना के अनुसार, घाटी की अंतर्राष्ट्रीय स्थिति को इस तरह से निर्धारित किया जाए कि वास्तव में यह न केवल अमेरिकी सैन्य और वित्तीय संसाधनों पर पूरी तरह से निर्भर रहे बल्कि इसके रक्षक भी पूरी तरह से अमेरिका के अधीन रहें।

कश्मीर की “आजादी” को बाहरी आक्रमण से बचाने और इसे “पूर्व के स्विट्जरलैंड” में बदलने की आड़ में संयुक्त राज्य अमेरिका एक दलाल के रूप में कार्यरत है और हॉलीवुड भी इसी कारण एक वैश्विक विचार को चलचित्र के माध्यम से सृजित करना चाहता है। इससे वह भारत की स्वतंत्रता विदेश नीति को नियंत्रित कर सकता है। इससे अमेरिका अपने सातवीं बेड़े यानी 7th Fleet को सुरक्षा प्रदान कर सकता है जिससे समुद्री मार्गों पर भी उसका एकाधिकार हो जाएगा। अतः अमेरिका इस विवाद की बनाए रखना चाहता है।

कितने सुपरमैन आए और कितने सुपरमैन गए। आगे और भी आएंगे और जाएंगे, लेकिन कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और रहेगा। सच कहें, तो हमें उम्मीद नहीं है कि अमेरिकी Woke वामपंथी कश्मीर के अतीत, वर्तमान को जानते होंगे। वास्तविकता तो यह है कि अमेरिका तालिबान के डर से अफगानिस्तान को छोड़ कर भाग चुका है। DC कॉमिक्स को अगर दिखाना ही है तो अमेरिका के भागने की कहानी दिखानी चाहिए जिसे पूरे विश्व ने देखा था।

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