नवरात्रि और कंडोम? लिबरल विज्ञापन निर्माताओं की नवरात्रि पर फिर सामने आई बेशार्मी

सनातन धर्म का अपमान क्यों?

Nykaa navratri

Source- Google

दुनिया में कुछ भी हो सकता है। सूर्य पश्चिम से उग सकता है, उत्तर कोरिया लोकतंत्र को गले लगा सकता है, जो बाइडन चीन के विरुद्ध मुखर रूप से मोर्चा निकाल सकता है, यहां तक कि पाकिस्तान एक बार को वैश्विक शांति में योगदान भी दे सकता है, परंतु भारतीय विज्ञापन निर्माता सनातन धर्म के प्रति अपनी हीन भावना प्रदर्शित करना बंद करे, ऐसा शायद ही होगा। उत्पाद कोई भी हो, अवसर कोई भी हो, सनातन धर्म पर कीचड़ उछालने का कोई भी अवसर भारतीय विज्ञापन निर्माता अपने हाथ से बिल्कुल नहीं जाने देते, और एक बार फिर ऐसा हुआ है?

विवाद का विषय

असल में नवरात्रि के पावन पर्व पर लोग जमकर खरीददारी में लगे हुए हैं और इसी बीच में Nykaa नामक एक ई-कॉमर्स कंपनी अपने वर्तमान उत्पादों को लेकर विवादों के घेरे में आई है। नवरात्रि के अवसर पर यह कंपनी कंडोम जैसे उत्पादों का जमकर प्रचार प्रसार अपनी वेबसाइट पर कर रही है, जिसके लिए Nykaa न केवल विवादों के घेरे में आई है, अपितु सोशल मीडिया पर उसे जमकर आलोचना का सामना भी करना पड़ा है।

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सोशल मीडिया पर यूजर्स Nykaa की क्लास लगाते दिख रहे हैं। सुनैना होलेय नामक ट्विटर यूज़र ने Nykaa को आड़े हाथों लेते हुए ट्वीट किया, “हैलो Nykaa, ये नवरात्रि और यौन संबंध के बीच आप क्या संबंध जोड़ना चाहते हैं? सनातनी इस पावन पर्व को 9 दिनों तक मनाते हैं और 9 देवियों की पूजा करते हैं। दुर्गा माता और काली माता की पूजा नवरात्रि की पर्याय मानी जाती है, और आप क्या कर रहे हैं? हर बार हिन्दू देवी देवताओं का अपमान बंद करें! नवरात्रि के नाम पर ये घृणित प्रचार कदापि स्वीकार्य नहीं”-

इससे पहले भी इस प्रकार के घटिया और अश्लील विज्ञापन आ चुके हैं

आपको क्या लगता है, नवरात्रि या सनातन धर्म के किसी अन्य पावन पर्व को अपमानित करने की यह घृणित प्रवृत्ति पहली बार अपनाई गई है? क्या इससे पूर्व ऐसा कभी नहीं हुआ है? नवरात्रि के पावन पर्व में लोग सात्विक आचरण अपनाते हैं, सात्विक आहार खाते हैं और उसी समय Nykaa ही नहीं, Barfecto जैसे एजेंसी इस प्रकार के भड़काऊ एड निकालती हैं, जहां पर वो नवरात्रि के दौरान ही ये बियर का प्रचार करते दिखाई देती है–

परंतु यह तो कुछ भी नहीं है। विशेषकर नवरात्रि के समय बेंगलुरू जैसे शहरों में तो अखबारों में खुलेआम मांसाहारी व्यंजनों के विज्ञापन तक निकाले जाने लगते हैं, जबकि नवरात्रि के समय मांसाहार या किसी भी प्रकार का असात्विक भोजन वर्जित माना जाता है। कल्पना कीजिए, यदि ईद के समय किसी ने सूअर के माँस से संबंधित भोजन का विज्ञापन धड़ल्ले से प्रचारित किया होता, तो कितना बवाल होता?

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इस प्रवृत्ति को रोकने के लिए उठाने होंगे व्यापक कदम

यह घिनौनी प्रवृत्ति यहीं पर खत्म नहीं होती। पिछले वर्ष Eros Now नामक OTT प्लेटफ़ॉर्म सर्विस ने नवरात्रि पर प्रचार प्रसार के दौरान लोगों को आकर्षित करने के लिए बेहद घिनौने और अश्लील ट्विट्स अपने ट्विटर हैंडल पर पोस्ट किए थे, जो भारी विरोध के पश्चात हटाए गए थे। ऐसे में एक व्यापक अभियान की आवश्यकता है, जिससे चाहे मान्यवर हो, Nykaa, या फिर Eros Now ही क्यों न हो [जो अब Amazon Prime की सहायक कंपनी बन चुकी है], दोबारा नवरात्रि या किसी भी सनातन पर्व को अपने कुत्सित लालसाओं से न जोड़ पाए।

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