उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) में एक हृदयविदारक घटना में अब तक 8 लोगों की हत्या की पुष्टि की जा चुकी है। रिपोर्टस में ये दावा किया जा रहा है कि एक केन्द्रीय मंत्री के सम्बोधन के पश्चात जब उनका काफिला समारोह स्थल से निकलने लगा, तो उनपर अराजकतावादियों ने हमला कर दिया। फिलहाल, लखीमपुर में धारा 144 लगाकर प्रशासन ने स्थिति को बिगड़ने से रोक दिया है।
इस घटना को लेकर ये जताने का प्रयास किया जा रहा है कि यह सारी घटना भाजपा के केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय कुमार मिश्रा के कारण हुई है। हालांकि, इस घटना में खालीस्तानियों की उपस्थिति और एक वीडियों ने सभी का ध्यान खींचा है।
‘संयुक्त किसान मोर्चा’ का आरोप है कि केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय कुमार मिश्रा के बेटे आशीष ने तीन किसानों की गोली मार कर हत्या कर दी, तो कइयों के ऊपर उन्होंने गाड़ी चढ़ा दीं। हालांकि, सच्चाई कुछ और भी हो सकती है। लखीमपुर खीरी से ही कुछ हृदयविदारक वीडियो भी सामने आए हैं, जिनमें कुछ लोगों को मारपीट करते हुए देखा जा सकता है। ये ‘किसान प्रदर्शनकारी’ लाठी-डंडे लेकर लोगों को पीट रहे हैं।
Clear from these videos how 3-4 BJP workers and probably the driver was beaten to death by the mob. Clearly, Khalistani wolves have hijacked the middleman’s protest posing as farmers.
They need the KPS Gill treatment. Enough. pic.twitter.com/NPMPZ9zhXI https://t.co/JzgJFRfBLz— Abhijit Majumder (@abhijitmajumder) October 3, 2021
इस घटना से जुड़ी दो तस्वीरों ने सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया – एक मृतक लवप्रीत सिंह का, और दूसरा एक अराजकतावादी का, जो विरोध प्रदर्शन में खालिस्तानी सरगना जरनैल सिंह भिंडरावाले की फोटो वाली टी शर्ट पहनकर आया था। मृतक लवप्रीत सिंह की फोटो कांग्रेस ने अपने सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए भाजपा पर निशाना साथा परंतु सवाल तो ये है कि मृतक लवप्रीत सिंह पंजाब से उत्तर प्रदे के लखीमपुरी में क्या कर रहा था?
Rip Brother…😥😥
An 18-year-old Student & Farmer Lovepreet Singh, only brother of two sisters, lost his life when BJP MPs son & his pets attacked farmers in Lakhimpur Kheri. #PriyankaGandhi #PriyankaGandhiwithFarmers#लखीमपुर_किसान_नरसंहार pic.twitter.com/0xx7HyY9lk
— Team Congress (@TeamCongressINC) October 3, 2021
ट्विटर पर कई लोगों ने रविवार के खूनी संघर्ष की फोटो भी शेयर की जिनमें प्रदर्शनकारी और पुलिसकर्मी दिखाई दे रहे हैं। एक पुलिस अधिकारी किसी से फोन पर बात करता हुआ दिख रहा है और उसके बगल में नीली पगड़ी पहने एक शख्स है जिसकी टी-शर्ट पर जरनैल सिंह भिंडरांवाले की फोटो छपी दिख रही है। ऐसे में अब प्रश्न ये उठता है कि यदि ये सरकार के विरुद्ध एक स्थानीय विरोध प्रदर्शन था, तो इसमें ये खालिस्तान समर्थक तत्व क्या कर रहे थे? आखिर किसलिए ये वहाँ पर उपस्थित थे?
Don't know who is right who is wrong but humanity has been shameful on us the incident from #Lakhimpur proves how we have not evolved ..up govt have to give answer for that not only them but अखिलेश यादव , प्रियंका गांधी also was this thing is planned .. Khalistani , Run BTS pic.twitter.com/ZPxREtyVGV
— Abbas Ansari (@AbbasAnsariD1) October 4, 2021
Khalistanis infiltrated farmers' protest in UP's Lakhimpur Kheri. #khalistani pic.twitter.com/EgVGjiH9Mm
— हिमांशु धवन #प्रशासक_समिति (@hdhawan24011997) October 4, 2021
लखीमपुर खीरी में जो घटना घटी है, उसका एक ही पक्ष है – विरोध प्रदर्शन के नाम पर अराजकतावादियों ने भाजपा कार्यकर्ताओं पर धावा बोला और असफल रहने पर उन्होंने हिंसक झड़प में हिस्सा लिया, जिसके कारण 8 लोग मारे गए।
अब जिस प्रकार से घटनास्थल पर अराजकतावादियों में भिंडरावाले की टीशर्ट पहने अराजकतावादी की फोटो सामने आई है, उससे अब प्रश्न ये उठता है – क्या लखीमपुर में ये हिंसा पूर्व नियोजित थी? क्या बड़े पैमाने पर अराजकता को दोहराया जाना था? यदि ऐसा है तो ये सरकार को विरोध की आड़ में भारत विरोधी त्तवों को बढ़ावा देने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन लेने की आवश्यकता है।