डिजिटल दुनिया के इस दौर में हम अपनी बात किसी को भी आसानी तक पहुंचा सकते हैं, लेकिन कहावत है कि ‘बंदर के हाथ में उस्तरा देखने में तो हास्यासपद है, किन्तु समानांतर तौर पर खतरनाक’ भी है। कुछ ऐसा ही इस डिजिटल दुनिया के साथ भी है, जहां कुछ लोग बिना सोचे समझे ऐसा कंटेट डिजिटल मंच पर छोड़ देते हैं जो कि समाज को पीछे ले जाने के साथ ही कानून की धज्जियां उड़ाने का संकेत देता है, और कुछ ऐसा ही यू-ट्यूब के ब्लॉगिंग चैनल सहवाग रिद्धि ब्लॉग के जरिए भी हो रहा है। ये दो ऐसे नाबालिगों द्वारा ऑपरेट होता है, जो कि अवैध रूप से बाल विवाह कर चुके हैं, और अपनी शादी को लेकर वीडियो भी डाल रहे हैं। उनका ये रवैया न केवल बाल विवाह को प्रोत्साहन देने का संकेत दे रहा है, अपितु समाज को पीछे ले जाने के संदेश भी दे रहा है।
बच्चों ने कर ली शादी
डिजिटल दुनिया में मशहूर होकर पैसे कमाने की होड़ में लोग कुछ भी कर रहे हैं, कोई मात्र गालियां और आपत्तिजनक बयानबाजी कर फेमस हो रहा है, तो कोई दुर्घटनाओं को हास्यासपद तरीके से पेश करके। ऐसे में इनसे प्रभावित होकर बच्चे पढ़ाई लिखाई छोड़कर प्रसिद्धि का यही शार्टकट फॉर्मूला अपनाने लगे हैं, और ऐसे ही एक फॉर्मूले के तहत दो बच्चो ने शादी कर ली और अपना यू-ट्यूब चैनल सहवाग रिद्धि ब्लॉग नाम से शुरू कर दिया। इसमें लड़के का नाम सहवाग ठक्कर और लड़की का नाम रिद्धि ठाकुर है। दोनों अहमदाबाद के रहने वाले हैं। लड़के की उम्र मात्र 15 और लड़की की उम्र 14 है। यू-ट्यूब चैनल सहवाग रिद्धि अपनी शादी के बाद यू-ट्यूब के जरिए ब्लॉगिंग के वीडियो अपलोड करते रहते हैं, जिसमें ये काफी खुश दिखाई देते हैं, वो इसे ऐसे वीडियो ऐसे पोस्ट कर रहे हैं जैसे उन्होंने छोटी सी उमर में दांपत्य जीवन शुरू कर कोई उपलब्धि प्राप्त कर ली है, जबकि समाज के लिए ये चिंता विषय है।
और पढ़ें- गहलोत सरकार ने राजस्थान में बाल विवाह को वैध कर दिया?
समाज के लिए नकारात्मकता
इन दो नबालिग बच्चों ने शादी कर ली और वो यू ट्यूब पर वीडियो बना कर डाल रहे हैं, ये सुनने में साधारण लग सकता है, लेकिन अजीबों-गरीब बात ये है कि इन्हें प्रसिद्धि भी प्राप्ति हो रही है। इनके यू-ट्यूब पर अब तक करीब 35 हजार सब्सक्राइबर्स हो चुके हैं, और सहवाग रिद्धि ने अब तक करीब 20 वीडियोज अपलोड किए हैं। इसके विपरीत चिंताजनक बात ये है कि इनके वीडियोज 1 मिलियन तक के व्यूज भी पा रहे हैं। ऐसे में निश्चित ही इनके वीडियोज़ देखने वाले कुछ बच्चे भी होंगे, जो कि इनकी चकाचौंध वाली दुनिया देखकर उनसे प्रभावित हो सकते हैं। ऐसे में ये निश्चित तौर पर बाल विवाह को बढ़ावा देने का पर्याय है, जो अपराध की श्रेणी में आता है। YouTube चैनल द्वारा इस चैनल पर कोई एक्शन न लिया जाना कई सवाल उठते हैं।
माता-पिता पर हो कार्रवाई
ये दंपति अभी नाबालिग हैं, और बाल विवाह को बढ़ावा देने के लिए माता पिता पर कार्रवाई होनी आवश्यक है, क्योंकि पहले तो इन दोनों बच्चों का बाल विवाह और फिर वीडियोज के जरिए बाल विवाह को बढ़ावा देने के प्रयास भी किए जा रहे हैं और ये देश के कानूनों की धज्ज्यियां उड़ाने वाला है। ऐसे में आवश्यक है कि इन दोनों के माता पिता के खिलाफ कार्रवाई करने के साथ ही इन बच्चों को भी बाल सुधार गृह में भेजा जाये। इसके विपरीत कुछ सवाल स्थानीय प्रशासन पर भी खड़े होते हैं।
देश में आईटी नियम बदल कर और सख्त हो गए हैं, यू-ट्यूब से लेकर अन्य सभी सोशल मीडिया कंपनियां इसे अपनाने का दावा भी कर चुकी हैं। यू-ट्यूब की पॉलिसी के तहत भी बाल विवाह को अवैध माना गया है। इसके बावजूद ये बच्चे अपने दांपत्य जीवन से संबंधित ब्लॉग वीडियोज प्लेटफॉर्म पर डालकर नियमों की अवहेलना कर रहे हैं, जबकि उनके खिलाफ यू-ट्यूब और प्रशासन दोनों को ही कार्रवाई करनी चाहिए, और इस चैनल का अभी चलना यू-ट्यूब और प्रशासन दोनों पर सवालिया निशान खड़े करता है।