कुछ संस्थानों और कंपनियों की मानसिकता होती है, कि वो अपना एकछत्र राज चलाएं, लेकिन इस चक्कर में वो मुंह की खाती हैं, और जिन कंपनियों को हमेशा छोटा समझती हैं, वो ही कंपनियां नए कीर्तिमान स्थापित करती हैं। इसका हालिया उदाहरण बजाज और हीरो मोटोकॉर्प के रवैए को देखने को मिलता है। एक तरफ जहां हीरो मोटोकॉर्प 2022 तक इलैक्ट्रिक वाहनों को लाने के मामले में क्रांति की बात कर रहा है, और नए सेगमेंट को लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है, तो दूसरी ओर बजाज अपनी रूढ़ीवादी सोच से ग्रसित है, जो इलैक्ट्रिक वाहनों का उत्पादन भले ही कर रहा हो, लेकिन एक छत्र राज की आशा लिए अन्य इलेक्ट्रिक वाहन बनाने वाली कंपनियों का मजाक बनाता है, जिसका नुकसान असल में उसे ही उठाना पड़ रहा है।
तैयार है हीरो मोटोकॉर्प
इलेक्ट्रिक वाहन ही देश का भविष्य है, ये बात टाटा के बाद अन्य वाहन निर्माता कंपनियों को भी समझ आ चुकी है। ऐसे में देश की दिग्गज दोपहिया वाहन निर्माता कंपनी हीरो मोटोकॉर्प ने अपने इलेक्ट्रिक वाहन का रोड मैप जारी कर दिया है। कंपनी अगले वर्ष 2022 में बैटरी से चलने वाला अपना पहला स्कूटर लॉन्च करने वाली है, जो एक बड़ी उपलब्धि माना जाएगा। कंपनी ने संभवानाएं जाताई हैं कि ये अधिक किफायती और सहजतापूर्ण वाहन होगा। देश का सबसे लोकप्रिय दोपहिया वाहन स्प्लेंडर बनाने वाली हीरो मोटोकॉर्प ने यह भी पुष्टि की कि उसकी इलेक्ट्रिक वाहन परियोजना पहले से ही उन्नत चरणों में है और उत्पाद का निर्माण दक्षिण भारतीय राज्य आंध्र प्रदेश में चित्तूर में अपने संयंत्र में किया जाएगा।
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फीचर्स से लैस होगा वाहन
खास बात ये है कि भारत की इस टू-व्हीलर निर्माता कंपनी ने साल की शुरुआत में अपने इलेक्ट्रिक स्कूटर की झलक दिखा रखी है। इस वर्ष अप्रैल में, कंपनी ने ताइवान की कंपनी गोगोरो के साथ बैटरी स्वैप तकनीक और तकनीकी दिग्गज के साथ अधिक सुविधाओं को साझा करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। हीरो की पहली बैटरी से चलने वाली पेशकश कमोबेश उस अवधारणा पर आधारित होगी, जिसकी झलक पहले साझा की गई थी। हालांकि, अंतिम प्रोडक्शन-स्पेक मॉडल में सिंगल-साइडेड स्विंगआर्म मिलने की संभावना नहीं है, लेकिन उम्मीद है कि इसमें फुल-एलईडी लाइटिंग, फास्ट चार्जिंग, लॉन्ग रेंज और स्वैपेबल बैटरी पैक का प्रावधान होगा। इसकी टक्कर ईवी बजाज चेतक इलेक्ट्रिक, एथर 450X और टीवीएस आईक्यूब जैसे पहले से स्थापित प्रतिद्वंद्वियों को कड़ी टक्कर देगी।
वहीं इस मामले में हीरो मोटोकॉर्प के मुख्य वित्तीय अधिकारी (सीएफओ) निरंजन गुप्ता ने कहा, “अपनी रणनीतिक दृष्टि ‘बी द फ्यूचर ऑफ मोबिलिटी’ को ध्यान में रखते हुए, हीरो मोटोकॉर्प लगातार कार्बन तटस्थता और स्थिरता के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है और इस परिवर्तन में निवेश कर रहा है। कंपनी अनुसंधान और विकास से लेकर हरित वाहनों के उत्पादन तक एक व्यापक दृष्टिकोण अपना रही है, जिसमें रणनीतिक सहयोग और साझेदारी भी शामिल हैं।”
मजाक उड़ाने में व्यस्त
एक तरफ जहां हीरों मोटोकॉर्प इलेक्ट्रिक वाहनों के जरिए क्रांति लाने की जुगत में है, तो दूसरी ओर बजाज इलेक्ट्रिक वाहनों का मजाक उड़ाने में व्यस्त हैं। बजाज के प्रमुख राजीव बजाज ने बातचीत में कहा था कि, “मैं BET (Bajaj, Royal ‘Enfield’ और TVS) को लेकर शर्त लगाने के लिए तैयार हूं। हम चैंपियन हैं और उनका एक अच्छा रिकॉर्ड है। और चैंपियन नाश्ते में OATS (Ola, Ather, Tork Motors और SmartE) खाते हैं।” अर्थात उनका मतलब है कि वो ऐसी कंपनियों को नाश्ते में खा जाते हैं, ये निश्चित तौर पर उनके घमंड को दर्शाते हैं।
बजाज के कर्ता-धर्ताओं को लगता है कि जिस तरह उन्होंने 80 के दशक में एकछत्र राज्य स्थापित किया हुआ था कुछ वैसी ही स्थिति वह भारत में दोपहिया वाहनों के क्षेत्र में स्थापित करते रहेंगे l यद्यपि वह इस बात से अनजान है कि 90 के दशक में जैसे उदारीकरण की बयार चली थी तो बजाज जैसे और घमंडी ब्रांडस की धज्जियां उड़ गई थीं, और विकल्प के तौर पर टीवीएस और हीरो होंडा आदि ने भारत के दोपहिया मार्केट पर अपना कब्जा जमाया था।
स्पष्ट है कि भले ही बजाज अपने आपको दो पहिया वाहनों के क्षेत्र का राजा मानते हुए घमंड में चूर रहे लेकिन हीरो मोटो कॉर्प जैसे ब्रांड जिस तरीके से पहले दिन से दुपहिया वाहनों के क्षेत्र में बजाज को बर्बाद कर चुके हैं, वैसे ही बजाज का घमंड जारी रहा तो यही ब्रांड इलेक्ट्रिक वाहनों के क्षेत्र में भी बजाज की लुटिया डुबो देंगे।