भारतीय क्रिकेट खिलाडियों के लिए IPL ही एकमात्र प्राथमिकता है, विश्व कप में भारत का प्रतिनिधित्व नहीं

वर्ल्ड कप जाए तो जाए, IPL हाथ से नहीं जाना चाहिए!

भारत की हार

PC: Inside Sport

दुनिया में दो प्रकार के खेल होते हैं। प्रोफेशनल और एमेच्योर खेल, राष्ट्रीय स्तर पर खेले जाना वाला खेल एमेच्योर खेल कहा जाता है और उसके बाद पैसों के लिए जब खेल खेला जाता है तो उसे प्रोफेशनल खेल कहते हैं। बॉक्सिंग में यह अंतर स्पष्ट बंटा हुआ है और क्रिकेट फुटबॉल जैसे खेलों में अभी भी स्पष्ट रेखा नहीं खींची गई है। बॉक्सिंग में जब कोई प्रोफेशनल लाइफ में जुड़ता है तो वह अपने देश की जर्सी कभी नहीं पहन सकता है और अगर वह देश के लिए खेल रहा है तो वह प्रोफेशनल मैच नहीं खेल सकता है। फुटबॉल और क्रिकेट में ऐसा नहीं है। यहां पर आप ऑफ सीजन और ऑन सीजन दोनों प्रकार के खेल सकते हैं। भारत की जो बुरी हार हो रही है, उसके मूल में यही अंतर है।

भारत और न्यूजीलैंड के मैच के बाद भारत की हार के चर्चे चारों ओर हैं। भारतीय क्रिकेट टीम जिस हिसाब से थुथु करवा रही है, वह चिंतनीय और निंदनीय है। अब यह कहना भी गलत नहीं होगा कि भारत का सफर T20 विश्व कप में लगभग खत्म हो गया है। इस हार के लिए तमाम मोर्चों पर टीम की आलोचना हो रही है। इस हार से हताश क्रिकेट प्रशंसक एकदम से BCCI, भारतीय क्रिकेट टीम के पीछे पड़ गए।

कोहली विरोधी गैंग का मानना है कि कोहली के घमंड के चलते यह दिन देखना पड़ रहा है। कुछ तो फॉर्म पर भी सवाल उठा रहे है। खैर तथ्य भी इस पक्ष को समर्थन देते हैं। कोहली 2019 के बाद से अबतक एक शतक लगाने में असफल रहे हैं। कोहली कप्तान है तो कप्तान के तौर पर उनकी आलोचना ज्यादा हो रही है।

कोहली समर्थन गैंग का कहना है कि एक खिलाड़ी के भरोसे विश्व कप जीतने की उम्मीद करना ही मूर्खतापूर्ण हैं। उनके मजबूत तर्क में से एक तर्क यह है कि कोहली गेंदबाज नहीं बन सकते हैं। इन सारी बातों के अलावा एक बात बाहर निकलकर आ रही है और वह है IPL!

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बहुत सारे लोगों का यह मत है कि भारतीय टीम के इस थुथु कराने वाले प्रदर्शन के पीछे IPL का बहुत बड़ा हाथ है। इसपर बात करें उससे पहले कुछ बड़े खिलाड़ियों की प्रतिक्रिया देख लेते हैं।

भारत के दिग्गज टेस्ट खिलाड़ी वीवीएस लक्ष्मण ने ट्वीट कर कहा, ” इस हार से टीम इंडिया को चोट पहुंचनी चाहिए। बल्ले से संभावित हर शॉट चयन संदिग्ध था। न्यूजीलैंड ने शानदार गेंदबाजी की, लेकिन भारत ने उनका काम आसान कर दिया। उनके नेट रन रेट को भी मात देने के साथ, सेमीफ़ाइनल स्थान एक दूर का सपना लगता है।” #INDvNZ # T20WorldCup

क्रिकेट के जाने माने जानकर बेन जोंस ने भी लिखा, “IND को T20 इवेंट जीतने में एक बाधा यह है कि उन्हें गैर-भारतीय परिस्थितियों में अनुभव नहीं है। वह दो मैचों के बाद बाहर होने की कगार पर है जबकि उन्होंने संयुक्त अरब अमीरात में सिर्फ आईपीएल खेला हैं।”

https://twitter.com/benjonescricket/status/1454846067443441666?t=3MWzSTlxhaWUsPKM8a-O1w&s=19

हर्षा भोगले ने भी ट्वीट करते हुए कहा, “भारत ने प्रतिस्पर्धा ही नहीं की है और जबकि यह तीन तरफ की लड़ाई होने वाली थी, मुझे नहीं लगता कि किसी ने इसे (बुरे स्थिति) को आते देखा है।”

ESPN के मैट रोलर ने तो यहां तक ट्वीट कर दिया, “आज रात बिना किसी IPL अनुभव के खेल में शामिल दो खिलाड़ियों में से एक डेरिल मिशेल की एक उल्लेखनीय पारी और एक सप्ताह पहले इन्होंने टी 20 क्रिकेट में कभी भी बल्लेबाजी नहीं की थी।”

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IPL पर सवाल क्यों उठाये जा रहे हैं? BCCI IPL से बहुत पैसा कमाती है। इतना पैसा कमाती है कि सिर्फ लखनऊ की टीम को बेचकर उन्होंने पांच साल में पाकिस्तानी क्रिकेट बोर्ड जितना कमाता है, उसके बराबर पैसा कमा लिया है। आप समझ सकते हैं कि उनके लिए IPL कुबेर का खजाना है।

इस खजाने से जितना लाभ बोर्ड को है, उससे ज्यादा खिलाड़ियों को है। खिलाड़ियों की स्थिति को देखे तो हर सीजन वो करोड़ो में खेल रहे हैं और उतने की ही ब्रांड एंबेसडर के रूप में फीस भी ले रहे हैं।

प्रोफेशनल खिलाड़ी स्वार्थी होता है। उसे अपनी कीमत से मतलब होता है। वेस्टइंडीज इसका सटीक उदाहरण है। वह दुनिया भर की अन्य लीग में खूब छक्के मारते हैं लेकिन हालात यह है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उन्हें कोई भी हरा देता है। आंद्रे रसल, क्रिस गेल और कायरान पोलार्ड को अपनी कीमतों से मतलब है जो उन्हें मिल रही है। भारत में भी वह चीज शुरू हो गई है। मैदान पर सुस्त दिख रहे खिलाड़ियों को देखिए और उनके IPL के प्रदर्शन को देखिये, आपको अंतर देख आश्चर्य होगा। ऐसा इसलिए है क्योंकि वहां पैसा है! देश के लिए खेलने हेतु जुनून चाहिए।

दूसरी बात यह है कि 56 मैचों की श्रृंखला में खिलाड़ी थक जाते हैं। इंग्लैंड इस चीज को समझ गया था इसलिए उसने खिलाड़ियों को बाहर नहीं भेजा। अब सबको उनके प्रदर्शन को देखना चाहिए।

एक बात यह भी है कि भारत के खिलाड़ी थके हुए लग रहे हैं क्योंकि 10 दिन के अंतराल पर एक देशी लीग खत्म हुई है और विश्व कप टूर्नामेंट शुरू हुआ है। खिलाड़ियों को आराम करने का मौका तक नहीं मिला। IPL के चक्कर में कई अंतरराष्ट्रीय स्तर के टूर्नामेंट से देश वंचित हो गया और अब उसका परिणाम देखने को मिल रहा है।

अगर अफ़गानिस्तान तक की क्रिकेट टीम भारत से बढ़िया प्रदर्शन कर रही है, तो यह शर्मनाक है। भारत में ये जो नया प्रोफेशनल खेल का कीड़ा घुसा है, जिसमें क्रिकेट खिलाड़ी रेजर बेच रहे है और बाकी अनफिट खिलाड़ी इंश्योरेंस बेच रहे हैं उससे भारत को मुक्त कराना होगा वरना ये भारतीय क्रिकेट के पतन की शुरुआत मानी जाएगी।

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